‘टेंशन मत ले यार’, ‘लोड मत ले दोस्त’, ‘तुम इतना स्ट्रेस क्यों लेते हों’, ‘टेंशन लेने का नहीं देने का’ जैसे कई वाक्य आए दिन सुने जा सकते हैं। हमारे बड़े-बुजुर्ग भी कहते हैं ‘चिंता, चिता के सामान है’। फिर भी 2017 में हुई एक स्टडी के अनुसार भारत में लगभग 89 प्रतिशत लोग स्ट्रेस की समस्या से जूझ रहे हैं। जिसका सबसे बड़ा कारण उनकी आर्थिक स्थिति और काम का प्रेशर है। वहीं, तनाव के मामले में विश्व में दिल्ली 142वें, बेंगलुरु 130वें और कोलकाता 131वें स्थान पर है। “हैलो स्वास्थ्य” के इस आर्टिकल में स्ट्रेस के बारे में ऐसे ही फैक्ट्स (Facts about stress) बताए गए हैं, जो आपको आश्चर्यचकित कर देंगे।