- एंग्जायटी या चेस्ट में भारीपन महसूस होने पर बॉडी चेकअप के लिए जायें। ऐसी स्थिति में कभी-कभी हार्ट में ब्लॉकेज हो सकता है। ब्लॉकेज होने पर परेशान न हों बल्कि ठीक तरह से इसका इलाज करवायें।
- डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल या आप मोटापे के शिकार हैं तो समय-समय पर शारीरिक जांच करवाते रहें या डॉक्टर द्वारा बताये गये रूटीन चेकअप बताये गये समय पर करवाते रहें।
- अगर आप स्मोकिंग करते हैं, तो स्मोकिंग करना छोड़ दें। इससे सिर्फ साइलेंट हार्ट अटैक का खतरा ही नहीं बल्कि कैंसर जैसी अन्य बीमारियों का भी खतरा बढ़ सकता है। महिला या पुरुषों का स्मोकिंग करना उनके फर्टिलिटी पर नकारात्मक प्रभाव डालता है और लोग इनफर्टिलिटी के शिकार हो जाते हैं।
- एल्कोहॉल का सेवन न करें। जरूरत से ज्यादा एल्कोहॉल का सेवन साइलेंट मायोकार्डियल इन्फार्क्शन का खतरा बढ़ा सकता है। अत्यधिक एल्कोहॉल कई सारी शारीरिक परेशानी शुरू कर सकता है।
- रोजाना कम से कम 20 मिनट एक्सरसाइज करें। ऐसा करने से आप हेल्दी रहेंगे। एक्सरसाइज करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है जिससे बीमारियों का खतरा कम हो सकता है।
- तनाव से दूर रहने की कोशिश करें। बदलते लाइफस्टाइल में आप तनाव के शिकार हो सकते हैं लेकिन, इससे जितना हो सके बचें क्योंकि तनाव के कारण कई बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
- फिजिकल तौर से एक्टिव रहें। जब तक डॉक्टर बेड रेस्ट की सलाह न दें तब तक बेड रेस्ट पर न रहें और इस दौरान हल्के काम-काज में समय बिताएं।
- अत्यधिक तेल-मसाले से बने खाद्य पदार्थों का सेवन न करें साथ ही फ्रोजन और जंक फूड का सेवन न करें।
डॉकटर्स अपने मरीजों में हार्ट अटैक के खतरे को समझ सकते हैं। जैसे हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज। प्री-एक्लेम्पसिया का मेडिकल इतिहास रखने वाली महिलाओं में भी हार्ट अटैक के खतरे होते हैं। यह बहुत जरुरी है कि जिन रोगियों को पहले से ही हृदय रोग है या दिल का दौरा पड़ चुका है, वे अपने दिल की देखभाल के लिए हृदय रोग विशेषज्ञ (कार्डियोलॉजिस्ट) से नियमित रूप से मिलते रहें। जिन मरीजों को दिल का दौरा पड़ चुका होता है, उन्हें दूसरा दौरा पड़ने का भी बहुत खतरा होता है, कार्डियोलॉजिस्ट मरीज के लक्षणों को देखते हुए उसके हार्ट अटैक के खतरे को नियंत्रण कर सकता है।
साइलेंट हार्ट अटैक का इलाज कैसे किया जाता है?
इस हार्ट अटैक का इलाज डॉक्टर दवा से कर सकते हैं। इन दवाओं में शामिल है –
साइलेंट हार्ट अटैक के लिए ऊपर बताई गई दवाओं से इलाज की जा सकती है। इन दवाओं से शरीर में ब्लड फ्लो बेहतर होता है, ब्लड क्लॉट नहीं हो सकता है और हार्ट अटैक की संभावना कम हो सकती है।
हार्ट अटैक होने से पेशेंट डॉक्टर से क्या सवाल कर सकते हैं?
हार्ट अटैक के पेशेंट को निम्नलिखित सवाल अपने हेल्थ एक्सपर्ट से पूछना चाहिए, जैसे-
इन सवालों के अलावा अगर आप साइलेंट हार्ट अटैक से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा। उम्मीद करते हैं कि ये आर्टिकल आपके लिए मददगार साबित होगा। अपनी राय हमें कमेंट कर के जरूर बताएं। आपके सुझावों का भी हैलो स्वास्थ्य स्वागत करेगा। अपना ध्यान रखें और स्वस्थ रहें।
किसी भी बीमारी से लड़ना आसान होता है अगर आपकी विल पवार स्ट्रॉन्ग हो। नीचे दिए इस वीडियो लिंक में मिलिए मिसेज पुष्पा तिवारी रहेजा से। मिसेज रहेजा ने कभी न ठीक होने वाली बीमारियों की लिस्ट में शामिल डायबिटीज को मात दी है।