महिलाओं में इनफर्टिलिटी के कारण

ऑव्युलेशन की समस्या- इनफर्टिलिटी के लक्षण में सबसे पहला महिलाओं में ऑव्युलेशन से जुड़ी परेशानी है। ऐसा होने पर तकरीबन 40 प्रतिशत महिलाओं में इनफर्टिलिटी की समस्या होती है। ऑव्युलेशन न होने कारण प्राइमरी ओवेरियन इंसफिशिएंसी (POI), पॉलिसिस्ट ओवरी सिंड्रोम (PCOS), ज्यादा उम्र या बदलती लाइफस्टाइल मानी जाता है।
पीरियड्स की समस्या- पीरियड्स (मासिक धर्म) ठीक से नहीं आने पर गर्भधारण में परेशानी हो सकती है। पीरियड्स साईकिल 24 दिनों से 32 दिनों का होना ठीक समझा जाता है, लेकिन इस दौरान ज्यादा परेशानी होने या पीरियड्स समय पर नहीं आते तो ज्यादा देर न करें। पीरियड्स समय पर न आना या PCOD की समस्या होना इनफर्टिलिटी के लक्षण हो सकते हैं।
रिप्रोडक्टिव सिस्टम- गर्भाशय के टिशू से जुड़ी परेशानी इनफर्टिलिटी का कारण बन सकती है।
इंफेक्शन- किसी भी कारण गर्भाशय में इंफेक्शन होने और इंफेक्शन बढ़ने के कारण पेल्विस में सूजन जैसी परेशानी हो सकती है, जिसे पेल्विस इंफ्लेमेटरी डिजीज कहते हैं। अगर वक्त पर इसका इलाज नहीं किया गया तो बांझपन की समस्या हो सकती है।
ऑटो इम्यून डिसऑर्डर- ऑटो इम्यून डिसऑर्डर के कारण लूपस या थाइरॉइडिटीज जैसी अन्य बीमारी होने पर इसका बुरा असर फर्टिलिटी पर पड़ता है।
अर्ली मेनोपॉज – कुछ महिलाओं में 40 साल की उम्र से पहले ही पीरियड्स आने बंद हो जाते हैं। रिसर्च के अनुसार ऐसे में ओवरी काम करना बंद कर देती है जिसकी वजह से अर्ली मेनोपॉज हो जाता है। यह भी इनफर्टिलिटी का कारण हो सकता है।
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पुरुषों में इनफर्टिलिटी के कारण
स्मोकिंग करना- स्मोकिंग के कारण पुरुषों में बांझपन की समस्या शुरू हो सकती है।
वजन- जरूरत से ज्यादा वजन बढ़ना कई बीमारियों के साथ-साथ इनफर्टिलिटी की भी समस्या शुरू कर सकता है।
तनाव- बदलते वक्त में हर कोई तनाव में रहने लगा है, लेकिन इसका असर फर्टिलिटी पर तो पड़ता है साथ ही इसके कारण अन्य बीमारियां भी दस्तक देने में परहेज नहीं करती।
एल्कोहॉल- एल्कोहॉल का ज्यादा सेवन करने से इनफर्टिलिटी की समस्या शुरू हो सकती है।
रेडिएशन/एक्सरे- अत्यधिक रेडिएशन और एक्सरे के प्रभाव की वजह से भी इनफर्टिलिटी की समस्या हो सकती है।
महिलाओं में इनफर्टिलिटी के लक्षण क्या हैं?

1. पीरियड्स (मासिकधर्म) ठीक से नहीं आना, ब्लीडिंग कम होना, पीरियड्स देर से आना या ज्यादा ब्लीडिंग होना।
2. स्किन से जुड़ी समस्या, चेहरे पर बाल आ जाना और अत्यधिक बालों का झड़ना।
3. हॉर्मोन में हो रहे बदलाव की वजह से सेक्स की इच्छा भी कम हो सकती है।
4. कुछ महिलाओं में 40 साल की उम्र से पहले ही पीरियड्स आने बंद हो जाते हैं। रिसर्च के अनुसार ऐसे में ओवरी काम करना बंद कर देती है जिसकी वजह से अर्ली मेनोपॉज हो जाता है। यह भी इनफर्टिलिटी का कारण हो सकता है।