सौंफ (saunf ke fayde)
सौंफ में एमिनअगोग (Emmenagogue), पाया जाता है, जो पीरियड्स के रक्तप्रवाह (blood flow) को उत्तेचित करता है। पानी और सौंफ के मिश्रण को उबालकर पिने से पीरियड्स में हुई देरी ठीक हो सकती है।
तिल (til ke fayde)
शरीर में एस्ट्रोजन के संतुलित होने से नियमित पीरियड्स आते है। तिल के बीज में एस्ट्रोजन मात्रा भरपूर होती है, जिससे अगर एस्ट्रोजन शरीर में कम हो तो यह बीज उसकी कमी पूरी करने में मदद करता है, इससे पीरियड्स को नियमित रखने में मदद मिलती है।
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विटामिन सी (vitamin C for irregular periods)
विटामिन सी एस्ट्रोजनऔर प्रोजेस्टेरोन के स्तर को कम कर सकता है। यह, बदले में, गर्भाशय को सिकुड़ने का कारण बनता है और गर्भाशय का अस्तर टूट जाता है, जिससे मासिक धर्म की शुरुआत होती है। विटामिन-सी युक्त फलों के सेवन से भी पीरियड्स से जुड़ी समस्या खत्म होती है।
अनियमित पीरियड्स से राहत के लिए दालचीनी (daalchini)
दालचीनी शरीर के तापमान को बढ़ाने में मदद करती है। दूध या फिर चाय में दालचीनी मिलाकर पीने से लाभ होता है। इसमें मौजूद विटामिन-के, आयरन और कैल्शियम महिलाओं के लिए अत्यधिक लाभकारी माना जाता है।
अजवायन (Ajwain ke fayde)
अजवायन शरीर में एस्ट्रोजन की मात्रा को असंतुलित से संतुलित (imbalanced to balanced) करने में मददगार साबित होता है, जिससे पीरियड्स नियमित होने में सहायता मिलती है। इसके सेवन से पीरियड्स समय पर आता है।
इन ऊपर बताये गए घरेलू उपाय को अपनाकर अनियमित पीरियड्स से बचा जा सकता है लेकिन, अगर इन उपाय के बावजूद पीरियड्स जुड़ी परेशानी होने पर डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
अनियमित पीरियड्स होने की वजह से क्या परेशानी हो सकती है?
अनियमित पीरियड्स के वजह से इसका गर्भधारण पर नकारात्मक असर पड़ता है।
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डॉक्टर से कब संपर्क करना जरुरी है
- पीरियड्स में सामान्य से ज्यादा दर्द होना
- सात दिनों से ज्यादा ब्लीडिंग होना
- सामान्य रक्त प्रवाह से ज्यादा रक्त प्रवाह (bleeding) होना
- 35 दिनों के अंतराल पर पीरियड आना नहीं आना
- एक से दो महीने पीरियड का न आना
- एक महीने में एक बार से ज्यादा पीरियड्स आना
- पीरियड्स के दौरान या बाद में स्पॉटिंग होना
इन ऊपर बताई गई परिस्थितियों के साथ-साथ अन्य परेशानी समझ आने पर या महसूस होने पर घरलू इलाज से बचना चाहिए और जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
अनियमित पीरियड्स की समस्या होने पर डॉक्टर कौन-कौन से टेस्ट करवाने की सलाह देते हैं?
ऐसी स्थिति में निम्नलिखित टेस्ट की सलाह डॉक्टर देते हैं। जैसे-
- ब्लड टेस्ट
- एब्डॉमिनल अल्ट्रासाउंड
- सी टी स्कैन
- एम आर आई
- पेल्विस टेस्ट
इन शारीरिक जांच के अलावा अन्य टेस्ट भी करवाने की सलाह हेल्थ एक्सपर्ट आपको दे सकते हैं।
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अनियमित पीरियड्स से जुड़ी परेशानी से बचने के लिए क्या करना चाहिए?
इससे बचने के लिए निम्नलिखित उपाय किये जा सकते हैं। जैसे-
- नियमित रूप से योगा करना चाहिए
- मेडिटेशन करें
- डीप ब्रीदिंग टेक्निक अपनाएं
- पौष्टिक आहार का सेवन करें
- एक दिन में 2 से 3 लीटर पानी का सेवन करें
- एल्कोहॉल का सेवन न करें
- स्मोकिंग न करें
- गर्भनिरोधक दवाओं का सेवन न करें (गर्भधारण से बचने के लिए कोंडम का इस्तेमाल करें)
- जंक फूड का सेवन न करें
- आवश्यकता अनुसार एक्सरसाइज करें। ध्यान रखें जरूरत से ज्यादा वर्कआउट करने से नुकसान पहुंच सकता है
- वजन संतुलित बनाय रखें