सेक्स के लिए सुरक्षित अवधि का पता लगाने के लिए ओव्यूलेशन के बारे में जानना जरूरी है
सेक्स के लिए सुरक्षित अवधि यानी वह समय जानना चाहते हैं जब फर्टिलिटी सबसे कम होती है तो आपको अपने ओव्यूलेशन पीरियड की जानकारी होनी चाहिए। ओवरी से एग (अंडा) निकलने की क्रिया को ओव्यूलेशन कहते हैं। महिलाओं की फैलोपियन ट्यूब के माध्यम से अंडा गर्भाशय तक पहुंचता है और फैलोपियन ट्यूब ही वह जगह जहां एग और स्पर्म फर्टिलाइज होते हैं। आमतौर पर महिलाओं का मासिक धर्म चक्र 28 दिनों का होता है। ओव्यूलेशन पीरियड शुरू होने के 14 दिन पहले शुरू होता है और अंडे 12 से 24 घंटे तक ही जीवित रहते हैं। इसी बीच यदि अंडे स्पर्म के साथ मिल जाते हैं तो प्रेग्नेंसी ठहर जाती है। आपको बता दें कि महिलाओं के अंडाणु जहां सिर्फ 24 घंटे तक ही जीवित रहते हैं, वहीं स्पर्म 5 से 7 दिनों तक जीवित रह सकता है। महिलाओं के गर्भाशय में एग रीलिज होने की प्रक्रिया 13वें, 14वें, 15वें और 16वें दिन अधिक तीव्र होती है। यानी इस दिन संबंध बनाने पर प्रेग्नेंसी की संभावना अधिक होती है।
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पीरियड्स के दौरान कैसे ठहर सकता है गर्भ?
पीरियड्स के दौरान अनप्रोटेक्टेड सेक्स से प्रेग्नेंसी की संभावना रहती है। कई बार महिलाएं पीरियड्स के अंतिम दिनों में असुरक्षित संबंध बना लेती हैं यह सोचकर की प्रेग्नेंसी नहीं होगी, लेकिन स्पर्म तो 5-6 दिनों तक जिंदा रहते हैं और महिला का पीरियड साइकल छोटा है तो उसके प्रेग्नेंट होने की संभावना बढ़ जाती है। जो महिलाएं प्रेग्नेंसी प्लान कर रही हैं, उनके लिए तो ठीक है, लेकिन जो अनचाहा गर्भ नहीं चाहती, उन्हें हमेशा सेफ सेक्स ही करना चाहिए। हमारे देश में जहां फैमिली प्लानिंग के फैसले अक्सर पुरुष ही लेते हैं, उन्हें भी इस बात की जानकारी होना जरूरी है कि पीरियड्स के दौरान भी गर्भ ठहर सकता है, क्योंकि आम धारणा तो यही है कि उन दिनों में सेक्स से प्रेग्नेंसी नहीं होती है। पुरुषों को भी सेक्स के लिए सुरक्षित अवधि की जानकारी होनी चाहिए।
कैसे पता करें कि आपका ओव्यूलेशन शुरू हो गया है?
महिलाओं में ओव्यूलेशन शुरू होने पर उन्हें कुछ संकेत दिखाई देते हैं, जिन्हें समझना जरूरी है।