सतर्कता बढ़ाती है (Increase alertness)
यदि आप अपना फोकस खो रहें हैं तो काली चाय पीने से फायदा हो सकता है। नीदरलैंड के शोधकर्ताओं ने अपने एक अध्ययन में पाया कि ब्लैक टी (Black tea) में मौजूद कैफीन और एल-थीनिन दिमाग की अल्फा एक्टिविटीज को बढ़ाता है। जिसके कारण आप बेहतर फोकस कर पाते हैं। साथ ही साथ इससे आपके शरीर को भी काफी राहत मिलती है।
यदि आप कॉफी या एनर्जी ड्रिंक से कम कैफीन वाले ड्रिंक की तलाश में हैं तो ब्लैक टी (Black tea) एक बेहतरीन विकल्प है। इसका स्वाद युनिक होता है और इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। जो अच्छे कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) की मात्रा को बढ़ाना, ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) को कम करना आदि लाभ पहुंचाते हैं। बता दें की काली चाय पेट के लिए भी अच्छी मानी जाती है। सबसे अच्छी बात है कि इसको बनाना आसान है और यह आसानी से दुकानों और ऑनलाइन शॉप से खरीदी जा सकती है।
यदि आपने पहले कभी ब्लैक टी (Black tea) नहीं पी है, तो इसे अपने डेली रूटीन में शामिल करने पर विचार करें ताकि आप इसके कई स्वास्थ्य लाभों को प्राप्त कर सकें।
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ब्लैक टी (Black Tea) को लेने की सही खुराक क्या है?
- 226 ग्राम ब्लैक टी में 40-120 मिलीग्राम कैफीन होता है। सिरदर्द और मानसिक सतर्कता में सुधार के लिए- 250 मिलीग्राम कैफीन
- हार्ट अटैक और किडनी स्टोन (Kidney stone) के खतरे को कम करने के लिए- रोजाना एक कप काली चाय
- ऐथिरोस्क्लेरोसिस की रोकथाम के लिए- 1 से 4 कप काली चाय
- पार्किंसन रोग (Parkinson disease) की रोकथाम के लिए- पुरुष जो एक दिन में कुल 421-2716 मिलीग्राम कैफीन लेते हैं(लगभग 5-33 कप ब्लैक टी) उनमें दूसरे पुरुषों की तुलना में पार्किंसन रोग का खतरा बहुत कम होता है। जो पुरुष दिन में 124-208 मिलीग्राम कैफीन (लगभग 1-3 कप ब्लैक टी) लेते हैं उनमें भी पार्किंसन रोग के विकास की संभावना काफी कम है। महिलाओं के लिए 1-4 कप काली चाय लेना सेफ है।
यहां दी हुई जानकारियों का इस्तेमाल डॉक्टरी सलाह के विकल्प के रूप में न करें। डॉक्टर या हर्बलिस्ट की राय के बिना इस दवा का इस्तेमाल नहीं करें।
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क्या ब्लैक टी लेना सुरक्षित (Back Tea is safe for health) है?
- सीमित मात्रा में ब्लैक टी का सेवन ज्यादातर सभी व्यस्कों के लिए सुरक्षित है। अत्यधिक मात्रा में इसका सेवन (दिन में 5 कप से ज्यादा) करना नुकसानदायक साबित हो सकता है।
- प्रेग्नेंट और ब्रेस्ट फीडिंग कराने वाली महिलाओं के लिए कम मात्रा में काली चाय का सेवन सेफ है। एक दिन में तीन कप से ज्यादा ब्लैक टी (Black tea) न पीएं। तीन कप ब्लैक टी में 200 मिलीग्राम कैफीन होता है। इससे अधिक कैफीन की मात्रा लेने से मिसकैरेज (Miscarriage) होने का खतरा रहता है।
- एनीमिया (Anemia)के पेशेंट्स ब्लैक टी का सेवन न करें। इससे उनमें आयरन की कमी और ज्यादा हो सकती है।
- एंग्जायटी (Anxiety) के पेशेंट्स इसके सेवन से बचें। ब्लैक टी में मौजूद कैफीन आपकी परेशानी को और बढ़ा सकता है।
- जिन लोगों में ब्लीडिंग डिसऑर्डर हो ब्लैक टी में पाए जाने वाला कैफीन रक्त के थक्के को धीमा कर सकता है। अगर आपको ब्लीडिंग डिसऑर्डर है, तो कैफीन का सावधानी से उपयोग करें।
- डायबिटीज पेशेंट्स (Diabetes Patient): काली चाय में कैफीन रक्त शर्करा को प्रभावित कर सकता है।
- डायरिया में इसका सेवन न करें। इसका सेवन से हालत पहले से ज्यादा खराब हो सकती है।
- कैफीन की उच्च खुराक लेना मिर्गी के दौरे का कारण हो सकती है। दौरे को रोकने के लिए इस्तेमाल कर रहे दवाओं का प्रभाव कम हो सकता है। अगर किसी को दौरे पड़ते हो तो उन्हें कैफीन या कैफीन युक्त सप्लिमेंट्स जैसे काली चाय को उच्च मात्रा में नहीं लेना चाहिए।
वैसे तो, आपने जाना ही होगा कि ब्लैक टी के सेवन के कितने फायदे हैं। आप इससे वेट लॉस से लेकर कई हेल्थ प्राॅब्लम तक को दूर कर सकती हैं। इस लेख में जानें ब्लैक टी के हेल्थ बेनेफिट्स के बारे में।