
यदि आप एक एनर्जी बूस्टर की तलाश में हैं, तो अपने दिन की शुरुआत एक कप ब्लैक टी से कर सकते हैं। शायद आप नहीं जानते होंगे कि ब्लैक टी को लगभग 4000 साल पहले चीन में खोजा गया था। अब यह काफी लोकप्रिय है। ब्लैक टी को हिंदी में काली चाय भी कहा जाता है। असल में यह कैमेलिया साइनेंसिस के पत्तों से बनाई जाती है लेकिन अलग- अलग देशों में लोग स्वादानुसार विभिन्न चाय के पौधों का प्रयोग करते हैं।
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ब्लैक टी (Black Tea) क्या है?
काली चाय कामेल्या सीनेन्सीस (Camellia sinensis) पौधे से तैयार होती है। ये थीआसी (Theaceae) फैमिली से है। इसकी पत्तियां और जड़ों का प्रयोग दवाओं में किया जाता है। इसका इस्तेमाल मानसिक सतर्कता में सुधार और याददाश्त को तेज करने के लिए किया जाता है।
ब्लैक टी के फायदे (Benefits of Black Tea) क्या हैं?
ब्लैक टी में साधारण चाय के मुकाबले कैफीन काफी ज्यादा मात्रा में होती है, लेकिन कॉफी से कम होती है। इसके कई सारे स्वास्थ्य लाभ हैं, क्योंकि इसमें एंटीऑक्सिडेंट और कई तत्व पाए जाते हैं जो बॉडी को फायदा पहुंचाते हैं। आइए जानते हैं ब्लैक टी के ऐसे ही फायदों के बारें में।
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हृदय को स्वस्थ (Healthy Heart)बनाती है
हृदय शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है। ब्लैक टी में पाया जाने वाला फ्लेवोन हृदय के लिए काफी अच्छा माना जाता है। एक शोध में वैज्ञानिकों ने स्पष्ट किया है कि प्रतिदिन 3 कप या इससे अधिक Black Tea पीने से कोरोनरी हार्ट डिसीज का खतरा कम हो सकता है। अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में ब्लैक टी को शामिल करना अपने आहार में एंटीऑक्सिडेंट को शामिल करने का एक आसान तरीका है।
डायबिटीज (Diabetes) के खतरे को कम करती है
डायबिटीज तेजी से फैलने वाली बीमारियों में से एक है। इस गंभीर बीमारी का इलाज शुरुआत में हो जाए तो बेहतर है। उससे भी ज्यादा बेहतर यह है की कुछ सावधानियां बरत कर यह रोग होने ही न दिया जाए। एक अध्ययन में वैज्ञानिकों ने पाया है कि काली चाय टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को कम करती है और इस में मौजूद कैटेचिन और थायफ्लाविंस शरीर के इंसुलिन स्तर को संतुलित बनाए रखते हैं।
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तनाव (Stress)को कम करती है
Black Tea का सेवन तनाव पैदा करने वाले हार्मोन के उत्पादन को कम करता है और इसे सामान्य रखने में मदद करता है। यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार, काली चाय में पाया जाने वाला अमीनो एसिड और एल-थीनिन तनाव को कम करता है और आपके शरीर को आराम देता है।
सतर्कता बढ़ाती है
यदि आप अपना फोकस खो रहें हैं तो काली चाय पीने से फायदा हो सकता है। नीदरलैंड के शोधकर्ताओं ने अपने एक अध्ययन में पाया कि ब्लैक टी में मौजूद कैफीन और एल-थीनिन दिमाग की अल्फा एक्टिविटीज को बढ़ाता है। जिसके कारण आप बेहतर फोकस कर पाते हैं। साथ ही साथ इससे आपके शरीर को भी काफी राहत मिलती है।
यदि आप कॉफी या एनर्जी ड्रिंक से कम कैफीन वाले ड्रिंक की तलाश में हैं तो ब्लैक टी एक बेहतरीन विकल्प है। इसका स्वाद युनिक होता है और इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। जो अच्छे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ाना, ब्लड प्रेशर को कम करना आदि लाभ पहुंचाते हैं। बता दें की काली चाय पेट के लिए भी अच्छी मानी जाती है। सबसे अच्छी बात है कि इसको बनाना आसान है और यह आसानी से दुकानों और ऑनलाइन शॉप से खरीदी जा सकती है।
यदि आपने पहले कभी ब्लैक टी नहीं पी है, तो इसे अपने डेली रूटीन में शामिल करने पर विचार करें ताकि आप इसके कई स्वास्थ्य लाभों को प्राप्त कर सकें।
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ब्लैक टी (Black Tea) को लेने की सही खुराक क्या है?
- 226 ग्राम ब्लैक टी में 40-120 मिलीग्राम कैफीन होता है। सिरदर्द और मानसिक सतर्कता में सुधार के लिए- 250 मिलीग्राम कैफीन
- हार्ट अटैक और किडनी स्टोन के खतरे को कम करने के लिए- रोजाना एक कप काली चाय
- ऐथिरोस्क्लेरोसिस की रोकथाम के लिए- 1 से 4 कप काली चाय
- पार्किंसन रोग की रोकथाम के लिए- पुरुष जो एक दिन में कुल 421-2716 मिलीग्राम कैफीन लेते हैं(लगभग 5-33 कप ब्लैक टी) उनमें दूसरे पुरुषों की तुलना में पार्किंसन रोग का खतरा बहुत कम होता है। जो पुरुष दिन में 124-208 मिलीग्राम कैफीन (लगभग 1-3 कप ब्लैक टी) लेते हैं उनमें भी पार्किंसन रोग के विकास की संभावना काफी कम है। महिलाओं के लिए 1-4 कप काली चाय लेना सेफ है।
यहां दी हुई जानकारियों का इस्तेमाल डॉक्टरी सलाह के विकल्प के रूप में न करें। डॉक्टर या हर्बलिस्ट की राय के बिना इस दवा का इस्तेमाल नहीं करें।
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क्या ब्लैक टी लेना सुरक्षित (Back Tea For Health) है?
- सीमित मात्रा में ब्लैक टी का सेवन ज्यादातर सभी व्यस्कों के लिए सुरक्षित है। अत्यधिक मात्रा में इसका सेवन (दिन में 5 कप से ज्यादा) करना नुकसानदायक साबित हो सकता है।
- प्रेग्नेंट और ब्रेस्ट फीडिंग कराने वाली महिलाओं के लिए कम मात्रा में काली चाय का सेवन सेफ है। एक दिन में तीन कप से ज्यादा ब्लैक टी न पीएं। तीन कप ब्लैक टी में 200 मिलीग्राम कैफीन होता है। इससे अधिक कैफीन की मात्रा लेने से मिसकैरेज होने का खतरा रहता है।
- एनीमिया (Anemia)के पेशेंट्स ब्लैक टी का सेवन न करें। इससे उनमें आयरन की कमी और ज्यादा हो सकती है।
- एंग्जायटी के पेशेंट्स इसके सेवन से बचें। ब्लैक टी में मौजूद कैफीन आपकी परेशानी को और बढ़ा सकता है।
- जिन लोगों में ब्लीडिंग डिसऑर्डर हो ब्लैक टी में पाए जाने वाला कैफीन रक्त के थक्के को धीमा कर सकता है। अगर आपको ब्लीडिंग डिसऑर्डर है, तो कैफीन का सावधानी से उपयोग करें।
- डायबिटीज पेशेंट्स: काली चाय में कैफीन रक्त शर्करा को प्रभावित कर सकता है।
- डायरिया में इसका सेवन न करें। इसका सेवन से हालत पहले से ज्यादा खराब हो सकती है।
- कैफीन की उच्च खुराक लेना मिर्गी के दौरे का कारण हो सकती है। दौरे को रोकने के लिए इस्तेमाल कर रहे दवाओं का प्रभाव कम हो सकता है। अगर किसी को दौरे पड़ते हो तो उन्हें कैफीन या कैफीन युक्त सप्लीमेंट्स जैसे काली चाय को उच्च मात्रा में नहीं लेना चाहिए।
वैसे तो, आपने जाना ही होगा कि ब्लैक टी के सेवन के कितने फायदे हैं। आप इससे वेट लॉस से लेकर कई हेल्थ प्राॅब्लम तक को दूर कर सकती हैं। इस लेख में जानें ब्लैक टी के हेल्थ बेनेफिट्स के बारे में।
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