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दिल ही नहीं पूरे शरीर को फिट बना सकती है कयाकिंग (Kayaking)

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. हेमाक्षी जत्तानी · डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist


Hema Dhoulakhandi द्वारा लिखित · अपडेटेड 19/10/2021

    दिल ही नहीं पूरे शरीर को फिट बना सकती है कयाकिंग (Kayaking)

    आजकल वॉटर एक्टिविटी को लोग काफी एंजॉय करते हैं। अगर लोग किसी सी साइड (Sea side) पर वेकेशन एंजॉय करने जाते हैं, तो वॉटर एक्टिविटी वेकेशन का मजा दोगुना कर देता है या यूं कहें कि वॉटर एक्टिविटी फन एंड एन्जॉय एक्टिविटी की लिस्ट में टॉप पर होती है। इसे न सिर्फ बड़े लोग, बल्कि बच्चे भी काफी एंजॉय करते हैं। यही कारण है कि वॉटर स्पोर्ट्स एक कामियाब बिजनेस बनकर उभरकर सामने आया है और बेहतर पैकेज देते हुए इसकी अच्छी सर्विस लोगों को पसंद आ रही है। वॉटर एक्टिविटी की बात कर रहे हैं, तो हम एक खास एक्टिविटी की बात करेंगे, जिसका नाम कयाकिंग (Kayaking) है। कयाकिंग एक वॉटर एक्टिविटी है, जिसमें छोटी नाव जिसे ‘कयाक’ कहते हैं, उसपर बैठकर पानी में तैरा जाता है।

    आपको जानकर हैरानी होगी कि ये एक्टिविटी न सिर्फ आपको फन देती है, बल्कि हेल्थ के लिए इसके काफी फायदे हैं। कयाकिंग (Kayaking) एरोबिक फिटनेस, स्ट्रेंथ और लचीलेपन में सुधार करने वाली एक्सरसाइज की तरह हो सकती है। कयाकिंग को लोग शौक, खेल और छुट्टियों पर एंजॉय करने के रूप में करते हैं। इसे नदी, झीलों और समुद्र पर किया जा सकता है। इसे एक खेल की श्रेणी में भी रखा गया है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इसकी कई स्पर्धाएं भी होती हैं।

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    कयाकिंग के फायदे क्या हैं? (Health Benefits of Kayaking)

    कयाकिंग-Kayaking

    कयाकिंग (Kayaking) लो इंटेंसिटी वाली एक्टिविटी होती हैं। यह आपकी एरोबिक फिटनेस, स्ट्रेंथ और लचीलेपन में सुधार कर सकती हैं। कयाकिंग के कई स्वास्थ्य संबंधी फायदे हैं, जो इस प्रकार हैं।

    कयाकिंग के फायदे: बेहतर हृदय स्वास्थ्य (Good for heart health)

    माना जाता है कि कार्डियो एक्सरसाइज यानी दौड़ना, साइकिल चलाना आदि दिल के लिए अच्छे होते हैं। दिल की धड़कन तेज करने का काम कयाकिंग भी बहुत अच्छा करती है। इसलिए इसे एक अच्छी कार्डियो एक्सरसाइज कहना गलत नहीं होगा।

    कयाकिंग के फायदे: हाथ मजबूत होते हैं (Makes hands stronger )

    हाथों को मजबूत करने के लिए कयाकिंग में लगातर आपको पैडलिंग करनी होती है। पानी के विपरीत पै​डलिंग करने से मसल्स टोन होते हैं। बाजू और हाथ कयाकिंग से मजबूत होते हैं।

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    कयाकिंग के फायदे: कंधों पर पड़ता है अच्छा असर (Good for shoulders)

    कंधों को मजबूत बनाने के लिए कई तरह की एक्सरसाइज की जाती है जैसे स्ट्रेचिंग करते हैं और अन्य एक्टिविटी भी करते हैं। लेकिन आपको जानकार हैरानी होगी कि कायकिंग से कंधों को भी मजबूती मिलती है।

    कयाकिंग के फायदे: फ्लैट वॉटर रिक्रिएशन (Flat Water Recreation)

    फ्लैट वॉटर रिक्रिएशन ही ज्यादातर लोगों की पहली इच्छा होती है जब वह कयाकिंग के बारे में सोचते हैं। इसमें एक शांत जगह और नेचर का साथ लोगों के मन को भाता है। इसके लिए आप किसी झील या समुद्र व नदी में कयाकिंग कर सकते हैं।

    इन शारीरिक फायदों के साथ-साथ इसके अन्य फायदे भी हैं:

    • पीठ, चेस्ट और कंधों के लिए भी कयाकिंग बहुत फायदेमंद मानी जाती है। पैडल उठाने से लेकर पैडल के माध्यम से कयाक को आगे बढ़ाने में जो कसरत हाती है उससे अपर बॉडी, पीठ और कंधों में मजबूती आती है।
    • कयाकिंग में पैर, हाथ और धड़ तीनों का ही प्रयोग होता है। इसलिए इसका असर भी इन तीनों पर पड़ता है यानी इन्हें मजबूती मिलती है।
    • पैडलिंग एक लो इंम्पैक्ट एक्टिविटी है। इसलिए ज्वॉइंट और टिशू को नुकसान नहीं पहुंचता है।
    • यह एक तरह की एक्सरसाइज होने के साथ ही मेडिटेशन का भी अच्छा जरिया है
    • वजन कम करने के लिए भी आप कयाकिंग कर सकते हैं।

    तो अब जब भी आपको मौका मिले तो कायकिंग जरूर करें और अपने आपको फिट रखें। आइए अब जानते हैं कि पैडलिंग एक्टिविटीज के बारे में। जानिए ये कितने प्रकार की होती है।

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    पैडलिंग एक्टिविटीज (Paddling activity) कितने प्रकार की होती है?

    पैडलिंग एक्टिविटीज कई अलग-अलग प्रकार की होती है। इनमें से आप कौन सा पसंद करते हैं यह आपका खुद का फैसला हो सकता है। यहां अब आपको नीचे हम बता रहे हैं कि पैडलिंग एक्टिविटीज के कितने प्रकार होते हैं, जानिए :

    सी कयाकिंग (Sea Kayaking)

    सी कयाकिंग के नाम से ही जाहिर है कि यह सागर में कयाकिंग करना है। सागर कयाकिंग ऑस्ट्रेलिया में एक लोकप्रिय वॉटर एक्टिविटी बनती जा रही है। वहां के लोग इस एक्टिविटी को काफी एंजॉय करते हैं। सिर्फ वहां के लोग ही नहीं, अगर कोई दूसरे देश का व्यक्ति भी वहां घूमने के लिए जाता है, तो इस एक्टिविटी को करने की दिलचस्पी रखता है।

    सेलिंग (Sailing)

    इसमें कयाक पर एक सेल यानी पाल लगा दिया जाता है।

    स्प्रिंट रेसिंग (Sprint racing)

    यह शांत पानी में एक स्प्रिंट दौड़ होती है।

    महासागर रेसिंग (Ocean racing)

    यह महासागर में कयाकिंग की दौड़ होती है। इसके लिए आपको प्रेक्टिस और फिटनेस दोनों चाहिए होते हैं।

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    मैराथन दौड़ (Marathon race)

    मैराथॉन के नाम से ही समझा जा सकता है कि यह एक लंबी दूरी तय करने वाली दौड़ है।

    स्लालम (Slalom)

    यह एडवेंचर पसंद करने वालों को ज्यादा पसंद आता है। इसमें बाधाओं के आसपास स्टीयरिंग की जा सकती है।

    फ्रीस्टाइल (Freestyle)

    यह भी रोमांच से भरा हुआ होता है। इसमें एक्रोबेटिक ट्रिक को कौशल दिखाया जाता है।

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    वाइल्ड वॉटर (Wild water)

    कह सकते हैं कि यहां आपकी प्रतिस्पर्धा नदी से ही होती है। एथलीटों को 4.5 मीटर लंबी, 11 किलोग्राम, बहुत अस्थिर नदी में समतल पानी से ग्रेड 4 रैपिड्स तक का प्रबंधन करना होता है।

    कयाकिंग फिजिकल और मेंटल दोनों हेल्थ के लिए अच्छी ए​क्टिविटी है। इसलिए जब भी मौका मिले आप अपने दिल की सुनकर दिल को ठीक करने के लिए कयाकिंग कर सकते हैं। भारत में कयांकिंग की बहुत सी जगहें हैं।

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    नीचे दिए इस वीडियो लिंक पर क्लिक कर जानिए योग से मेंटल हेल्थ का ख्याल कैसे रखा जा सकता है।

    वैसे अगर आपने अभी तक कयाकिंग नहीं किया है, तो शायद आप हेल्दी एंड फन एक्टिविटी को जरूर करना चाहेंगे। चलिए आगे जानते हैं कयाकिंग से जुड़ी महत्वूर्ण सेफ्टी टिप्स क्या हैं, जिसे आपको जरूर फॉलो करना चाहिए।

     कयाकिंग से जुड़े सेफ्टी टिप्स:-

    कयाकिंग-Kayaking

    1. लाइफजैकेट- कयाकिंग हो या कोई भी अन्य वॉटर एक्टिविटी करने से पहले लाइफजैकेट पहनना न भूलें। लाइफजैकेट पहनने से पानी में डूबने का खतरा टल जाता है। अगर आपको तैरना नहीं आता है, तो आप लाइफजैकेट  की मदद से पानी में आसानी से फ्लोट कर सकते हैं।

    2. कयाकिंग ड्रेस- कयाकिंग के लिए कोई स्पेशल ड्रेस पहनने की जरूरत नहीं है, लेकिन ऐसे कपड़े पहनें जो आरामदायक हो और पानी में गीले होने पर जल्द से जल्द सूख जाए। कपड़ों का ध्यान इसलिए भी रखना आवश्यक होता है, क्योंकि ज्यादा वक्त तक गीले कपड़ों की वजह से सर्दी-जुकाम का खतरा ज्यादा बना रहता है। आप चाहें, तो कयाकिंग के दौरान जिमिंग ऑउटफिट्स पहन सकते हैं।

    3. पैडलिंग स्किल- कयाकिंग के दौरान हाथों से पैडलिंग कैसे की जाती है यह अच्छी तरह समझें और कयाकिंग के दौरान अगर आपके साथ-साथ एक और व्यक्ति हो, तो इस एक्टिविटी का मजा और बढ़ जाता है।

    4. ड्रिंकिंग न करें- कयाकिंग करने के दौरान या कयाकिंग करने से पहले एल्कोहॉल का सेवन न करें। जिस तरह ड्रिंक एंड ड्राइव दुर्घटना को दावत देने के समान है, ठीक वैसे ही ड्रिंक एंड कयाकिंग भी आपको खतरे में डालने के लिए काफी है। कयाकिंग के दौरान एल्कोहॉल के साथ-साथ किसी भी नशीले पदार्थों का सेवन न करें।

    इन चार टिप्स को कयाकिंग के दौरान फॉलो करने से इस फन एंड हेल्दी एक्टिविटी को और भी मजेदार बनाया जा सकता है।

    इनसभी जानकारियों के बाद अब मौका मिलने पर इस एक्टिविटी को जरूर करें। ये आपको फिट रखेगी और आपकी पूरी बॉडी की एक्सरसाइज इससे हो जाएगी। उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आया होगा। इस आर्टिकल में हमने आपको कयाकिंग के फायदे बताने की कोशिश की है। जिससे आपको इसके बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी मिल सके। आशा करते हैं आपको इस आर्टिकल की जानकारियां काम आएंगी। तो अगर आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आया है, तो हमारा ये आर्टिकल ज्यादा से ज्यादा लोगों के साथ जरूर शेयर करें, ताकि ये काम की जानकारियां उन तक पहुंच सके और वो भी इस जानकारी को पाने के बाद इस एक्टिविटी को करने के लिए प्रोत्साहित हो सके। अगर आपके मन में इस बारे में और भी कोई सवाल हैं, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सभी सवालों के जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप कयाकिंग को करने से पहले अपने सर्जन से जरूर पूछ लें।

    डिस्क्लेमर

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