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एक्सरसाइज के लिए मोटिवेशन क्यों जरूरी है? करें खुद को मोटीवेट कुछ आसान टिप्स से

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


AnuSharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 22/06/2021

एक्सरसाइज के लिए मोटिवेशन क्यों जरूरी है? करें खुद को मोटीवेट कुछ आसान टिप्स से

एक्टिव रहना और नियमित रूप से वर्कआउट करना न केवल हमारे शरीर, बल्कि दिमाग और आत्मा के लिए भी अच्छा है। लेकिन, फिर भी अक्सर हम सभी रोजाना वर्कआउट करने से कतराते हैं या हजारों ऐसे बहाने ढूंढते हैं ताकि हमें वर्कआउट न करना पड़े। अगर आपको लगता है कि आप भी ऐसे लोगों में से हैं, जिन्होंने वर्कआउट शुरू तो किया। किंतु, जल्दी ही उससे बोर हो गए, तो आप अकेले नहीं हैं। कुछ लोग वर्कआउट इसलिए छोड़ देते हैं क्योंकि उन्हें मनचाहे परिणाम नहीं मिल रहे होते हैं। सच तो यह है कि अन्य कामों की तरह हमें एक्सरसाइज के लिए भी मोटिवेशन (motivation for exercise) की जरूरत होती है।

लेकिन, फिटनेस मोटिवेशन (fitness motivation) पाना इतना आसान नहीं है। खासतौर, पर अगर आप वर्कआउट को बोरिंग मानते हैं। अगर आपको एक्सरसाइज के लिए मोटिवेशन (motivation for exercise) के बारे में जानकारी नहीं है। तो यह आर्टिकल आपके लिए लाभदायक हो सकता है। जानिए क्या है एक्सरसाइज मोटिवेशन (exercise motivation) और पाएं कुछ बेहतरीन मोटिवेशनल टिप्स। 

मोटिवेशन क्या है (What is motivation)?

मोटिवेशन यानी ऐसी चीज जो आपको अपने लक्ष्य को पाने के लिए प्रेरित करती है। आप इसे प्रेरणा या किसी चीज़ को पाने की लालसा भी कह सकते हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है कि हमें व्यायाम करना चाहिए और हमें व्यायाम करने की जरूरत है। आप भी व्यायाम करना चाहते हैं लेकिन क्या आपको एक्सरसाइज करने की लालसा है? कुछ लोग एक्सरसाइज करना चाहते हैं क्योंकि उन्हें फिट और स्वस्थ रहना है, स्ट्रांग बनना है, वजन कम करना है आदि। यह सब आपको एक्सरसाइज करने के लिए प्रेरित करते हैं। आपको ऐसे में कोई ऐसी प्रेरणा चाहिए जो आपको मजबूर कर दे अपने लक्ष्य को पाने में।

एक्सरसाइज के लिए मोटिवेशन

हम कई बार अपना लक्ष्य निर्धारित करते हैं, योजना बनाते हैं, कुछ समय तक उसे फॉलो भी करते हैं। लेकिन, इसके बाद हम अपने लक्ष्य को छोड़ देते हैं। अगर आपको एक्सरसाइज के लिए मोटिवेशन (motivation for exercise) मिल जाए, तो आपको अपने फिटनेस गोल को पाने के लिए कोई रोक नहीं सकता। 

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हम एक्सरसाइज करने के लिए मोटीवेट क्यों नहीं होते हैं?

एक्सरसाइज के लिए मोटिवेशन (motivation for exercise) से पहले जानते हैं कि एक्सरसाइज के लिए हम मोटीवेट क्यों नहीं होते। इसके कई कारण है, इनमें से कुछ चीजें वास्तव में बाधाएं या समस्याएं हैं, जिन्हें हमें दूर करना चाहिए। जैसे:

लाइफस्टाइल

सेलिब्रिटी फिटनेस कोच और एनएफएक्स के फिटनेस कोच आदित्य सिंह का कहना है लोगों की खराब लाइफस्टाइल उनके एक्सरसाइज न करने की सबसे मुख्य वजह है, जिसमें शामिल हैं, उनका देर रात सोना और सबुह देर से उठना आदि; इसके अलावा बहुत से लोगों में ऐसी वजह भी होती है कि उनके शरीर में इतनी एनर्जी नहीं होती है कि वो एक्सरसाइज कर पाएं। जिसके पीछे भी खराब लाइपफस्टाइल एक वजह है, गलत खानपान, जरे मोटापे को भी कारण है। आजकल हम में से ज्यादातर लोग दिन का काफी समय कंप्यूटर के आगे, ट्रैफिक आदि में निकालते हैं। यानी, हमें वाक तक करने का समय नहीं मिलता। जब हमारा अधिकतर समय बैठे हुए निकलता है तो ऐसे में बैठना हमारी आदत बन जाता है। शरीर को हिलाना हमारे लिए मुश्किल होता है और एक्सरसाइज के लिए हम मोटीवेट नहीं हो पाते।

अधिक वजन

अगर आपका वजन ज्यादा है तो भी आपको एक्सरसाइज करने में मुश्किल हो सकती है। यही नहीं, आपको जॉइंट पैन या चोट का खतरा भी रहेगा और एक्सरसाइज करते हुए भी असुविधा होगी। इसलिए, आप एक्सरसाइज में दिलचस्पी नहीं दिखाएंगे और आपको यह बोरिंग लगने लगेगी। 

व्यस्त रहना 

आजकल हर कोई व्यस्त है। कोई अपने ऑफिस के काम में, कोई घर के और कोई अपनी सोशल लाइफ में। ऐसे में यह एक्सरसाइज न करने का अच्छा बहाना है कि हमारे पास तो समय ही नहीं है कि हमव्यायाम करें। इस स्थिति में, एक्सरसाइज के लिए मोटिवेशन (motivation for exercise) कहां से मिलेगी।

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वर्कआउट की सुविधाओं में कमी

हो सकता है कि आपके आसपास जिम या वो बेसिक सुविधाएं न हों जो आपको चाहिए। इस कारण से भी इंसान एक्सरसाइज के लिए मोटीवेट नहीं होगा। कभी-कभी हम नेचर(बारिश, गर्मी, धुप) को भी अपने वर्कआउट न कर पाने का कारण बना देते हैं। अगर आपके आसपास अच्छी सुविधाएं या ऐसे लोग हैं जो आपके लिए फिटनेस मोटिवेशन (fitness motivation) का कारण बन सकते हैं तो आपकी फिटनेस की गाड़ी दौड़ सकती है।  

यह तो थे वो कारण जिनसे एक्सरसाइज करने के लिए हम मोटीवेट नहीं होते, लेकिन इसके कुछ आंतरिक कारण भी हो सकते हैं, जैसे:

डर 

व्यायाम करना डराने वाला भी हो सकता है। खासतौर, पर अगर आपने बहुत समय से इसे किया न हो या आप कुछ ऐसा ट्राय कर रहे हों जो आपने पहले न किया हो। इन स्थितियों में आपको व्यायाम करने से डर लगेगा और आपको फिटनेस मोटिवेशन (fitness motivation) नहीं मिलेगी।

तनाव 

व्यायाम करने से तनाव दूर होता है, यह तो सबको पता है। लेकिन, एक्सरसाइज तनाव की वजह भी बन सकती है। अगर आपको तनाव है तो व्यायाम शायद वो अंतिम चीज होगी जिसे आप करना चाहेंगे। यानी, आप फिटनेस के लिए मोटीवेट नहीं बल्कि डीमोटीवेट होंगे।

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परेशान होना

कई बार हम समझ नहीं पाते कि हमें कौन सी और कितनी एक्सरसाइज करनी चाहिए या कहां से शुरू किया जाए। यह अधूरी जानकारी के कारण हम परेशान हो सकते हैं और अपनी एक्सरसाइज शुरु होने से पहले ही खत्म कर सकते हैं।

दर्द 

व्यायाम में  पसीना बहाना पड़ता है, मेहनत करनी पड़ती है। यह मेहनत और पसीना कभी-कभी दर्द का कारण बन सकते हैं खासतौर पर अगर हमने अभी नया-नया व्यायाम शुरू किया हो। यह दर्द आपको एक्सरसाइज करने के लिए प्रेरित नहीं करेगी।

एक्सरसाइज के लिए मोटिवेशन

बोरियत

अगर हमें सभी एक्सरसाइजेज बोरिंग लगेंगी, तो एक्सरसाइज के लिए मोटिवेशन (motivation for exercise) कहां से मिलेगी। व्यायाम करने पर परिणाम धीरे-धीरे ही मिलते हैं। कई बार मनचाहे परिणाम न मिल पाने के कारण भी हम मोटीवेट नहीं हो पाते।

खुद को एक्सरसाइज रूटीन के लिए तैयार करने से पहले अपने दिमाग को कैसे तैयार करें?

क्या आपने भी कभी फिटनेस प्रोग्राम शुरू किया लेकिन फिर इसे बीच में ही छोड़ दिया?  अगर ऐसा है तो आपके लिए कुछ ऐसे टिप्स हैं, जो आपकी एक्सरसाइज के लिए मोटिवेशन (motivation for exercise) बनेंगे और आपकी मदद करेंगे।

अपने लक्षण को निर्धारित करें

काम चाहे वर्कआउट हो या कोई अन्य। सबसे पहले अपने लक्ष्य को निर्धारित करना बेहद जरूरी है। लक्ष्य को निर्धारित करने के बाद इसे पूरा करने के लिए आगे कदम बढ़ाएं। लेकिन, आपके लक्ष्य ऐसे हों जिन्हें आप पा सकते हों। अगर आपके निर्धारित लक्ष्य मुश्किल हैं तो जल्दी ही आप इनसे परेशान हो जाओगे और क्विट कर दोगे। जैसे अगर आपने लंबे समय से एक्सरसाइज नहीं की है तो पहले हफ्ते पांच दिन दस मिनट वाक करने को अपना लक्ष्य बनाएं। अगर आप पहले ही दिन एक घंटे की वाक को अपना लक्ष्य बना लेंगे, तो वो आपके लिए मुश्किल होगा और आप उसे पूरा नहीं कर पाएंगे। निराश हो कर आप उसे छोड़ सकते हैं

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मजेदार बनाएं

अगर आपको वर्कआउट बोरिंग लगेगा, तो आप इसे एंजॉय नहीं कर पाओगे। इससे जल्दी ही आपका इंटरस्ट इसमें कम हो जाएगा। ऐसे में, आपको वर्कआउट के लिए ऐसे खेल या एक्टिविटी को चुनना चाहिए जिसे करना आपको पसंद हो। अगर आप अपने एक वर्कआउट को एंजॉय नहीं कर पा रहे हैं तो दूसरे को चुने। अगर आपको कोई खेल पसंद है जैसे बास्केटबाल, साइकिलिंग तो उसे करें। आप जो भी कर रहे हैं वो आपके लिए बोरिंग नहीं होना चाहिए।

शारीरिक गतिविधि को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं

एक्सरसाइज के लिए मोटिवेशन (motivation for exercise) में यह सबसे जरूरी है। यदि आपके लिए व्यायाम के लिए समय निकालना कठिन है, तो भी किसी बहाने से पीछे न हटें। आप उसे किसी भी अन्य महत्वपूर्ण गतिविधि के रूप में अपने वर्कआउट का हिस्सा बना लें। जैसे लिफ्ट के बजाय सीढ़ियों का प्रयोग, मार्किट जाने के लिए गाड़ी का प्रयोग न करके पैदल जाना, बच्चों को साथ खेलना आदि। एक सर्वे के अनुसार लंबे समय तक बैठे रहने से आपके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, भले ही आपको शारीरिक गतिविधियों के लिए कम समय मिले। यदि, आप दिन में कई घंटे काम पर बैठते हैं, तो दिन के दौरान नियमित रूप से ब्रेक लेने और फिजिकल एक्टिविटीज करने का लक्ष्य रखें।

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लिखना न भूलें

एक्सरसाइज के लिए मोटिवेशन (motivation for exercise) में अगला है सब कुछ लिखना। अगर आप वजन कम करने चाहते हैं, एनर्जी बढ़ाना चाहते हैं, अच्छे से सोना चाहते हैं या किसी बीमारी से छुटकारा पाना चाहते हैं तो अपने गोल्स को लिख लें। रोजाना एक्सरसाइज के फायदों और गोल्स को लिखने से आप मोटीवेट होंगे। यही नहीं, इन्हें रोजाना लिखने से आप यह भी जान पाएंगे कि आपने अभी तक कितना और क्या वर्कआउट किया है, आपको कैसे परिणाम मिले हैं और आपको कितना सुधार करना चाहिए।

दोस्तों का साथ

ऐसा न सोचें कि वर्कआउट न करने या बहाना बनाने वाले केवल आप ही हैं। इसलिए जब आप एक्सरसाइज करें या वाक पर जाएं, तो अपने पार्टनर, दोस्तों या उन लोगों को साथ ले लें, जिनकी कंपनी आपको पसंद है। अपने साथी या अन्य प्रियजनों के साथ वर्कआउट करें। अपने बच्चों के साथ फुटबॉल खेलें। इससे आप सब एक-दूसरे को एक्सरसाइज के लिए मोटीवेट करेंगे।

खुद को पुस्कृत करें 

हर व्यायाम सत्र के बाद, कुछ मिनटों के लिए उन फीलिंग्स को महसूस करेंगे जो व्यायाम करने से आपको मिली हैं। यही नहीं, अपने एक महीने के व्यायाम टारगेट को पूरा करने के बाद आप खुद को कोई ऐसा इनाम भी दे सकते हैं जो आपकी फिटनेस मोटिवेशन (fitness motivation) का कारण बने जैसे नए जूते।

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फिटनेस रूटीन के लिए खुद को मोटिवेटेड बनाए रखने के लिए कंसिस्टेंसी क्यों जरूरी है?

कंसिस्टेंसी यानी स्थिरता या किसी चीज को पाने के लिए जी-जान से मेहनत करना। कंसिस्टेंसी न केवल आपको रोजाना अपने कार्य को करने के लिए मजबूत बनाएगी ताकि आप लक्ष्यों तक पहुंच सकें, बल्कि कठिन दिनचर्या को भी आसान बनाएंगी। यह आपके लिए फिटनेस मोटिवेशन (fitness motivation) का काम करेगी। अगर आपके व्यायाम या किसी भी काम में कंसिस्टेंसी नहीं है, तो उस कार्य को लंबे समय तक आपके लिए कर पाना मुश्किल है। यानी, कोई भी काम करने के लिए कंसिस्टेंसी होना बेहद जरूरी है।

वर्कआउट में कंसिस्टेंसी बनाए रखने के लिए क्या उपाय किये जा सकते हैं?

कम समय के लिए वर्कआउट 

अगर आप ऐसा सोचते हैं कि आपको फिट रहने के लिए अधिक से अधिक समय जिम में गुजरना है, तो इसका अर्थ यह है कि आप कन्सिस्टेंटली काम नहीं कर रहे हैं। क्योंकि, एक इंटेंस वर्कआउट के लिए आपको 15 से 20 मिनट चाहिए होते हैं। इसलिए, आप वर्कआउट का समय कम रखें लेकिन उसे रोजाना या हफ्ते में पांच बार करने की आदत डाल लें

exercise motivation

एकदम से सब कुछ न बदले

बहुत सारी चीजों को एकदम बदलने की कोशिश करने का अर्थ है कि आप बहुत जल्दी इससे ऊब जाएंगे। अगर आप वर्कआउट करना शुरू कर रहे हैं, तो कंसिस्टेंसी बनाए रखने के लिए जरूरी है एकदम से नए बदलाव न लाना। जैसे शुरुआत में 6 या 7 दिन की जगह दो दिन हफ्ते में वर्कआउट करें। जब आपको अच्छा लगने लगे तो इसे बढ़ा दें।

15 दिन की कमिटमेंट करें

वर्कआउट को अपने जीवन का हिस्सा बनाने और कंसिस्टेंसी के लिए शुरुआत में महीने में केवल 15 दिन की कमिटमेंट से करें।  खुद दिन चुनें और खुद से यह वादा करें कि आप इन दिनों हर महीने वर्कआउट करेंगे। इसके साथ ही खुद से यह बात भी कहें कि अगर आपको महीने के अंत में यह एक्सरसाइज पसंद नहीं आती है, तो आपको इसे जारी रखने की आवश्यकता नहीं है।

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आदत बना लें

एक्सरसाइज के लिए मोटिवेशन (motivation for exercise) के साथ ही कंसिस्टेंसी की भी जरूरत होती है। इसके लिए आप वर्कआउट को अपनी आदत बना लें। जैसे हम रोज ब्रश करते हैं, नहाते हैं, ब्रेकफास्ट करते हैं। यह सब हमारी रूटीन या आदतें हैं। लेकिन, वर्कआउट के समय हम सोचने लगते हैं कि इसे करें या न करें। यानी, एक्सरसाइज को आपने बहाना नहीं बल्कि आदत बनाना है। यह आपकी आदत तभी बनेगी जब आपके वर्कआउट में कंसिस्टेंसी होगी।

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एक्सरसाइज के लिए मोटिवेशन (motivation for exercise) को ढूंढने से पहले फिटनेस को अपनी प्राथमिकता बनाएं। सबसे पहले इस बारे में सोचे कि आप व्यायाम क्यों करना चाहते हैं। इस बात के बारे में भी विचार करें कि क्या एक्सरसाइज करने से आपके जीवन में कुछ बेहतर बदलाव आ सकते हैं? इसके बाद आप खुद को मोटीवेट महसूस करेंगे। तो शुरू हो जाएं फिटनेस मोटिवेशन (motivation) का कारण ढूंढने के लिए ताकि आप एक नई यात्रा को शुरू कर सकें

डिस्क्लेमर

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