कोरोना वायरस फेक प्रिस्किप्शन पर लिखी दवाओं के बारे में
कोरोना वायरस वायरल प्रिस्क्रिप्शन में जिन दवाओं की “सिफारिश” की गई है उनमें एचसीक्यू, जिंक टैबलेट, विटामिन सी, क्रोसीन शामिल हैं। इन दवाओं के बारे में हम यहां जानते हैं:
हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन
टॉप मेडिकल बॉडीज द्वारा ‘दवा का कोई बड़ा दुष्प्रभाव नहीं है’ ऐसा कहे जाने के बाद आईसीएमआर ने हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन को प्रोफिलैक्सिस के रूप में और इलाज के लिए जारी रखा है। हालांकि, पहले डब्ल्यूएचओ (WHO) ने दवा के उपयोग के खिलाफ सिफारिश की थी।
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विटामिन सी और जिंक
जिंक और विटामिन-सी इम्युनिटी को मजबूत करने के लिए जाने जाते हैं। लेकिन, ये नोवल कोरोना वायरस (novel corona virus) के लिए एक निश्चित इलाज नहीं हैं। एक फेमस वेबसाइट में छपे दिल्ली एनसीआर के मशहूर क्रिटिकल केयर स्पेशलिस्ट डॉ. सुमित रे के अनुसार “विटामिन सी और जिंक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। लेकिन यह कोरोना के उपचार के रूप में क्लीनिकल ट्रायल में अभी साबित नहीं हुआ है।
कोरोना वायरस फेक प्रिस्किप्शन : इन भ्रामक जानकारियों से बचें
कोरोना वायरस फेक प्रिस्क्रिप्शन के अलावा और भी कई ऐसी खबरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी जिनमें कोरोना के इलाज की बात कही गई थी। एक वायरल पोस्ट में गुनगुने पानी में नमक मिलाकर दिन में दो बार गरारा करने की सलाह दी गई थी। इस सोशल मीडिया पोस्ट को करोड़ों लोगों ने फेसबुक, वाट्सएप्प, इंस्टा पर खूब शेयर किया था। वहीं, गिलोय के पत्तों को पीसकर खाली पेट पीने से कोरोना का इलाज (corona treatement) होता है। ऐसी कोरोना वायरस फेक न्यूज (corona virus fake news) ने भी लोगों को खूब भ्रमित किया था।
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