कोरोना वायरस से जुड़े मामले और संक्रमित मरीजों की फेक न्यूज फैलाकर समाज में अव्यवस्था और डर का माहौल तैयार किया जा सकता है। फेक न्यूज में कोरोना वायरस से बचाव के लिए बताई गई दवाइयों या उपायों का उपयोग करने से स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच सकता है और स्थिति गंभीर हो सकती है। कोरोना की फेक न्यूज के जरिए लोगों को भ्रमित किया जा सकता है और लॉकडाउन या सोशल डिस्टेंसिंग के पालन में बाधा डाली जा सकती है, जिसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। और पढ़ें: अगर जल्दी नहीं रुका कोरोना वायरस, तो ये होगा दुनिया का हाल
कोरोना वायरस अपडेट (latest news on corona)
कोरोना की फेक न्यूज के अलावा जानते हैं कि कोरोना वायरस से जुड़े आंकड़े कहां तक पहुंच गए हैं। वर्ल्ड ओ मीटर के मुताबिक 31 मार्च 2020 को दोपहर 3 बजे तक दुनियाभर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 7,87,438 हो गई है और इस खतरनाक बीमारी से जान गंवाने वालों की तादाद 37,846 हो गई है। दुनियाभर में कोरोना वायरस से ठीक होने वाले लोगों की संख्या 1,65,938 पहुंच गई है। इसके अलावा, अमेरिका 1,64,359 मरीजों के साथ सबसे ज्यादा संक्रमित मरीज वाला देश बन गया है। जिसके बाद इटली, स्पेन और चीन का नंबर आता है।
कोरोना वायरस के भारत में मरीज (How many cases of coronavirus in India?)
भारत के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक 30 मार्च 2020 को रात 9.30 बजे तक देश में 1117 कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की पहचान कर ली गई है। जिसमें से 101 का इलाज करने के बाद छुट्टी दे दी गई है, वहीं 32 लोगों की जान जा चुकी है। मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक भारत में संक्रमित मरीजों की सबसे ज्यादा संख्या केरल में हो गई है, जहां 202 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। इसके बाद महाराष्ट्र 198 मामले और दिल्ली 87 केस का नंबर आता है।
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कोरोना की फेक न्यूज : डब्ल्यूएचओ के आंकड़े