डांस से फिटनेस कितना सही है?
डांस से फिटनेस के लिए लोग जिम, योगा और एरोबिक्स जैसी कई तरह की एक्सरसाइज करते हैं। लेकिन, क्या आपको यह पता है कि फिट रहने के लिए डांस भी एक सबसे अच्छी एक्सरसाइज है। फिटनेस का मतलब जिम में पसीना बहाना नहीं होता है, बल्कि इसके लिए अलग-अलग तरह की एक्टिविटी भी की जा सकती है। डांस से पूरे शरीर की एक्सरसाइज हो जाती है और इसे हर उम्र के लोग कर सकते हैं। इससे शरीर को पॉजिटिव एनर्जी भी मिलती है। इसके अलावा, डांस के अपने और भी बहुत सारे फायदे हैं। यह वजन कम करने के लिए भी प्रभावकारी है।
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डांस से फिटनेस को किस तरह से फायदा होता है
- डांस से आप बोर नहीं होंगे, क्योंकि इसमें एक ही तरह की एक्सरसाइज नहीं करनी पड़ती है।
- इससे मूड अच्छा रहता है।
- बॉडी एक्टिव रहती है।
- घर पर भी अपने पसंदीदा म्यूजिक के साथ डांस किया जा सकता है।
- डांस से ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है।
- शरीर फिट रहता है।
- डांस से ज्यादा कैलोरी बर्न होती है।
- यह नाव दूर करने में भी मददगार साबित हो सकता है।
एक्सरसाइज करने के पहले जैसे वॉर्मअप करने की सलाह दी जाती है। ठीक वैसे ही, डांस शुरू करने के पहले भी वॉर्मअप करना चाहिए।
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वॉर्मअप करने से होने वाले फायदे-
- शरीर में खिंचाव नहीं होगा।
- शरीर और मांसपेशियों में दर्द नहीं होगा।
- बॉडी एक्टिव रहेगी।
- वॉर्मअप करने से व्यायाम या डांस का ज्यादा फायदा हो सकता है।
- बॉडी का तापमान बढ़ेगा।
- शारीरिक और मानसिक तौर पर आपका शरीर वर्कआउट के लिए तैयार रहेगा।
फिट रहने के लिए कौन-कौन से डांस कर सकते हैं-
1.कंटेंपरेरी डांस- कंटेंपरेरी, जिसे जैज भी कहा जा सकता है। कंटेंपरेरी डांस एक कंप्लीट वर्कआउट है। इसमें हल्के म्यूजिक के साथ बॉडी की मूवमेंट होती है और आपका शरीर एनर्जेटिक महसूस करता है। इस डांस की मदद से आपकी कोर मसल्स स्ट्रांग होती हैं। इस डांस के लिए आपको सही तकनीक की जानकारी होनी जरूरी है। इसलिए इसे करने के लिए किसी डांस ट्रेनर या फिटनेस ट्रेनर से सलाह लेना चाहिए।
2.इंडियन क्लासिकल डांस – अगर आप इंडियन क्लासिकल के शौकिन हैं तो यह आपको फिट रखने के लिए सबसे बेस्ट तरीका है। इंडियन क्लासिकल डांस के स्टेप्स करने से कैलोरी बर्न होने में सहायता मिलती है। कत्थक में पैरों के मूवमेंट पर ज्यादा जोर दिया जाता है, तो वहीं भरतनाट्यम में हाथों की मुद्राओं पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है। कुचिपुड़ी और ओड़िसी डांस योगा से कुछ हद तक प्रभावित है। क्लासिकल डांस से शरीर का पोस्चर सही रहता है और शरीर में लचीलापन आता है, जिसकी वजह से वजन नियंत्रित रहता है।