जोंक से ब्लड प्यूरीफिकेशन इन बीमारियों पर असरदार
जोंक से ब्लड प्यूरीफिकेशन करने से सिर्फ खून साफ ही नहीं होता बल्कि आप कई तरह की बीमारियों से राहत पा सकते हैं। शोधकर्ताओं का दावा है कि लीच/जोंक के सलाइवा में 100 से ज्यादा बायोएक्टिव पदार्थ होते हैं, जो मनुष्य स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इतना ही नहीं जोंका के सलाइवा का एक सबसे बड़ा फायदा यह भी है कि यह खून के गाढ़ेपन को कम कर सकता है। इस ब्लड क्लॉट की समस्या ठीक हो जाती है जो अक्सर डायबिटीज और कोलेस्ट्रोल से पीढ़ित लोगों में होती है।
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पाइल्स में मददगा हैं थेरेपी
यह तो रही जोंक से ब्लड प्यूरीफिकेशन की बात। पर आपको सुनकर आश्चर्य होगा पर जोंक और लीच थेरेपी की मदद से पाइल्स का भी सकुशल इलाज किया जा सकता है। कई तरह के पाइल्स में लीच थेरेपी दर्द से बहुत हद तक राहत दिलाने में कारगर है। एक रिसर्च के मुताबिक लीच थेरेपी की जरिए नसों पर दबाव कम किया जा सकता है।
विदेशी जोंक से ब्लड प्यूरीफिकेशन
मेडिकनली लीच ज्यादातर हंगरी या स्वीडन से आती हैं। इन लीचों में दांतों की छोटी पंक्तियों के साथ तीन जबड़े होते हैं। इनके दांत सूक्ष्म सूई की तरह होते हैं, जिससे वे व्यक्ति की त्वचा को छेदते हैं और उसके अंदर सलाइवा के माध्यम से खून चूंसती हैं। इसके साथ ही जोंक थक्कारोधी तत्व का सिक्रीशन करते हैं। लीच को एक समय में 20 से 45 मिनट तक ही ब्लड सिक्रेशन के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इसकी मदद से खाज, पिंपल, घाव और सूजन समेत त्वचा के कई रोगों का आसानी से इलाज किया जा सकता है।
(स्वालोरुट हर्बल का इस्तेमाल भी ब्लड प्यूरीफिकेशन के लिए किया जाता है।)
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जोंक से ब्लड प्यूरीफिकेशन का क्या फायदा है?
कई स्थितियों में जोंक से ब्लड प्यूरीफिकेशन कराकर आराम पाया जा सकता है। जिन लोगों को जोंक से ब्लड प्यूरीफिकेशन से फायदा हो सकता है उनमें डायबटीज से परेशान मरीज शामिल हैं।