पिलाटे वर्कआउट के फायदे:
फुल बॉडी वर्कआउट:
एरियल पिलाटे वर्कआउट में ऐसे पोज होते हैं, जिसमें आपके पूरे शरीर की स्ट्रेचिंग होती है और साथ ही आप अपने पूरे वजन को सपोर्ट करते हैं। ये मसल्स को मजबूत बनाने के साथ जोड़ों को स्ट्रांग बनाता है। इसके अलावा ये शरीर को फ्लेक्सिबल बनाता है। एरियल पिलाटे में आप शरीर के हर मसल पर काम करते हैं।
फ्लेक्सिबिलिटी:
एरियल पिलाटे वर्कआउट ग्रैविटी के सिद्धांत के आसपास काम करता है। इसे करते समय जब आप हवा में होते हैं तो उस समय हड्डियों और मांसपेशियों पर कम तनाव होता है, जो आपको मुश्किल पोज में भी रहने में मदद करता है। साथ ही ये आपको फ्लेक्सिबल भी बनाता है।
बैलेंस:
स्विंग के अंदर और बाहर, दोनों ही पोज में ग्रैविटी के विपरीत चलना रोमांचक होता है। लेकिन इसके लिए एकाग्रता और संतुलन की आवश्यकता होती है। एरियल पिलाटे वर्कआउट का नियमित अभ्यास दैनिक जीवन में संतुलन को बेहतर बनाने में मदद करता है।
मूड को बूस्ट करता है:
हर तरह की एक्सरासाइज को करने से मस्तिष्क को एंडोर्फिन को रिलीज करने के लिए प्रेरित करता है। बता दें एंडोर्फिन मस्तिष्क में गुड मूड केमिकल्स के रूप में जाना जाता है। इसी तरह एरियल पिलाटे में भी होता है। यह हवा में रहने के साथ एड्रेनालाईन को ट्रिगर कर सकता है। ये दिमाग को फोकस करने, स्ट्रेस को दूर करने और मूड को रिलैक्स करने में मदद करता है।
कमर और गर्दन के लिए फायदेमंद:
एरियल पिलाटे वर्कआउट के दौरान कूल्हे के जोड़ों और रीढ़ की हड्डी पर तनाव कम होता है। इसके साथ ही आपका शरीर बहुत रिलैक्स फील करता है। इस वर्कआउट को करने से गर्दन और पीठ के दर्द में राहत मिलती है। इसे करते समय एक बात का खास ख्याल रखें वो यह कि इसे किसी एक्सपर्ट की देखरेख में ही करें खासतौर पर अगर आपको हृदय रोग, या स्पाइनल प्रोब्लम है।
फेफड़ों को दुरुस्त रखने में मददगार:
एरियल पिलाटे वर्कआउट में ब्रीदिंग एक्सरसाइज भी शामिल होती है। ये फेफड़ों को दुरुस्त रखने में फायदेमंद है।