युवा हों या फिर बुजुर्ग, फिटनेस सभी के लिए महत्वपूर्ण है। फिट शरीर न सिर्फ स्वास्थ्य समास्याओं से दूर रखता है, बल्कि मानसिक मजबूती भी प्रदान करता है। भारत जैसे देश में बुजुर्गों या सीनियर सिटीजन की फिटनेस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाता। जिसकी वजह से वृद्धावस्था में लोगों को काफी शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। बुजुर्ग या सीनियर सिटीजन उन लोगों को कहा जाता है, जिनकी उम्र 60 वर्ष या उससे ज्यादा हो जाती है। हज या अमरनाथ यात्रा जैसे तीर्थ यात्राओं में भी सीनियर सिटीजन की फिटनेस और हेल्थ के बारे में पूर्ण जानकारी इकट्ठा की जाती है और जब कोई बुजुर्ग प्रामाणिक तौर पर फिट पाया जाता है, तभी उसे यात्रा करने की अनुमति प्रदान की जाती है। बुजुर्गों की फिटनेस या स्वास्थ्य की जांच करने के लिए कुछ मेडिकल टेस्ट या सीनियर सिटीजन फिटनेस टेस्ट किए जाते हैं। जिनकी मदद से किसी भी वृद्ध व्यक्ति की हेल्थ के बारे में अनुमान लगाया जाता है। इस आर्टिकल में आप जानेंगे सीनियर सिटीजन फिटनेस टेस्ट (Senior Citizen Fitness Test) के बारे में जरूरी बातें।