अगर आप एल्कोहॉल का सेवन अधिक करते हैं या फिर कोकीन का इस्तेमाल करते हैं, तो इसे बंद कर दें। तंम्बाकू के साथ ही अन्य नशीले पदार्थ शरीर को नुकसान पहुंचाने का काम करते हैं। आपको इन्हें छोड़ने में समय लग सकता है लेकिन आप ऐसा कर सकते हैं। साथ ही अगर आपको उपरोक्त दी गई बीमारियों में से कोई हो, तो उसको लइलाज न छोड़ें और ट्रीटमेंट कराएं। ऐसा करने आप हार्ट से होने वाले खतरे को कम कर सकते हैं।
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लेफ्ट साइड हार्ट फेलियर का ट्रीटमेंट (Left side heart failure treatment)
लेफ्ट साइड हार्ट फेलियर (Left sided heart failure) के लक्षण दिखते ही डॉक्टर कुछ दवाएं लेने की सलाह देते हैं और साथ ही बेहतरह लाइफस्टाइल अपनाने के लिए भी कहते हैं। डॉक्टर शरीर में पोटैशियम की कमी को पूरा करने के लिए और बीपी को नॉर्मल रखने के लिए मेडिसिंस लेने की सलाह देंगे। साथ ही शरीर में अगर सूजन है, तो उसे भी कम किया जाता है। अगर शरीर में ब्लड क्लॉट जम रहे हैं, तो भी दवाइयों की मदद ली जा सकती है। कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए डॉक्टर दवाओं के साथ ही डायट में चिकनी चीजों को अवॉयड करने की सलाह देते हैं। अगर दवाओं की सहायता से लक्षणों में राहत नहीं मिलती है, तो डॉक्टर सर्जरी कराने की सलाह दे सकते हैं। इसमें डिवाइस इंप्लांट, हार्ट रिपेयर या फिर हार्ट ट्रांसप्लांट (Heart transplant) शामिल हो सकता है। पेसमेकर (Pacemaker) का इस्तेमाल दाएं और बाएं वेंट्रिकल को सामान्य रूप से कॉन्ट्रेक्ट करने में मदद करता है। इस उपकरण को मामूली सर्जरी के दौरान ट्रांसप्लांट किया जाता है।आप इस बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।
लेफ्ट साइड हार्ट फेलियर से बचने के लिए लाइफस्टाइल में करें ये बदलाव
कार्डियो एक्सरसाइज (cardio exercise), एरोबिक्स एक्सरसाइज, स्ट्रेंथ वर्क आदि को रोजाना अपनी दिनचर्या में शामिल करें। कम शारीरिक काम के कारण शरीर में तेजी से फैट बढ़ने लगता है और दिल की बीमारियां घर करने लगती हैं। साथ ही आपको निम्नलिखित बातों का ध्यान रखने की भी जरूरत है।
डायट प्लान बनाएं और खाने में उन फूड्स को शामिल करें जिनमें फैट कम हो।