हाय ब्लड प्रेशर के लिए होम्योपैथी एक सुरक्षित और प्रभावकारी उपचार है। डॉक्टर इसमें आपको आपके लक्षणों को देखते हुए विभिन्न तरह की दवाईयां दे सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
लाइकोपोडियम क्लैवाटम (Lycopodium Clavatum): जिनमें डिस्टोलिक रक्तचाप होता है, जो सिस्टोलिक रक्तचाप से अधिक बढ़ा हुआ होता है। जो किडनी में होने वाले डैमेज को रोकता है।
औरम मेटालिकम (Aurum Metallicum): होम्योपैथी में इसे रक्तचाप के इलाज के लिए एक प्रभावी दवा मानी जाती है। यह हृदय की मांसपेशियों में होने वाले तनाव को कम करता है। जिसके वजह से हाय ब्लड प्रेशर का शरीर को नुकसान नहीं हो पाता है।
कंवलारिया मजलिस (Convallaria Majalis) : यह धमनियों में खून के प्रवाह (Blood flow in the arteries) को आसान बनाने के साथ यह ब्लड के प्रेशर को कम करने में मददगार है।
क्रेटेगस (Crataegus) : यह धमनियों में होने वाले प्लाक की लाइनिंग को हटाने के साथ उच्च रक्तचाप (High blood pressure) को कम करता है।
डिजिटलिस (Digitalis): होम्यापैथी में डॉक्टर हायपरटेंशन के इलाज के लिए इस दवा को देते हैं। यह तेज हार्ट बीट को कंट्रोल करने के साथ ब्लड के प्रवाह को आसान बनाता है।
बेलाडोना (Belladonna) : जिनमें हायपरटेंशन के साथ सिर दर्द की समस्या देखी जाती है, उन्हें डाॅक्टर बेलाडोना की सलाह देते हैं। यह उच्च रक्तचाप के लिए श्रेष्ठतम होम्योपैथिक दवा है। यह थोड़ी हार्ड दवा है और इसे लेने बाद चेहरे में हल्की सी जलन या गर्माहट भी महसूस हो सकती है।
नक्स वोमिका (Nux vomica): यह दवा हाय ब्लड प्रेशर के साथ कब्ज (Constipation), इर्रिटेशन (Irritability) और कई हार्ट प्रॉब्लम (Heart problem) के लिए यह दवा प्रभावी मानी जाती है।
नैट्रम म्युर (Natrum Mayur): जो लोग अधिक मात्रा में नमक खाते हैं यानी कि जिनमें बढ़े हुए सोडियम (Sodium) के कारण उच्च रक्तचाप की समस्या है, उन्हें यह दवा दी जाती है।
रवोल्फिआ (Ravolfia): हाय ब्लड प्रेशर के लिए सर्वोत्तम होम्योपैथिक दवा है, जोकि रवोल्फिआ सर्पगंधा नामक पौधे से बनी है। यह हायपरटेंशन के साथ शरीर में होने वाली कमजोरी को दूर करती है।
बीपी के लिए होम्योपैथिक ट्रीटमेंट: लो ब्लड प्रेशर का होम्योपैथिक उपचार (Homeopathic treatment for Low Blood Pressure)
अगर किसी व्यक्ति के ब्लड का प्रेशर 90 और 60 से कम है, तो वह लो ब्लड प्रेशर (Low blood pressure) की स्थिति कहलाएगी। इसमें शरीर में रक्त का प्रवाह इतना धीमा हो जाता है कि हार्ट को ऑक्सिजन नहीं मिल पाता है। जिस कारण मरीज को तेज पसीना और चक्कते आने लगते हैं। बहुत अधिक बीपी के लो होने पर मरीज की जान भी जा सकती है। जानें लो ब्लड प्रेशर के कारणों (Causes of Low Blood Pressure) को और इसके दिखने वाले लक्षणों को। और जानिए किस तरह बीपी के लिए होम्योपैथिक ट्रीटमेंट प्रभावकारी है।
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लो ब्लड प्रेशर के कारण (Causes of low blood pressure)
अगर आप लो ब्लड प्रेशर के शिकार हैं, तो आपमें यह स्थितियां लो ब्लड प्रेशर का कारण बन सकती हैं, जिनमें शामिल हैं
- प्रेग्नेंसी की स्थिति में (Pregnancy)
- डायबिटीज या अन्य हॉर्मोनल प्राॅब्लम होने पर (Hormonal problems)
- लंबे समय से चल रहे तनाव के कारण भी ऐसा होता है।
- पहले से कोई मेडिकेशन चल रहा हो (Certain over the counter medications)
- हार्ट फेल्योर की स्थिति में (Heart failure)
- हीट स्ट्रोक होने पर (heat stroke)
- लिवर डिजीज होने पर (Liver disease)
- अधिक ब्लीडिंग होने के कारण (Loss of blood from bleeding)
- लो बॉडी टेम्परेचर होने पर (Low body temperature)
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लो ब्लड प्रेशर के लक्षण (Symptoms of low blood pressure)
बीपी के लिए होम्योपैथिक ट्रीटमेंट को करने के लिए आपको लो ब्लड प्रेशर के लक्षणों को भी जानना जरूरी है। अधिकतर लेागों में लो ब्लड प्रेशर के यह लक्षण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- चक्कर आना (Dizziness)
- चक्कर आना (Lightheadedness)
- कमजोरी (Weakness)
- थकान (Fatigue)
- जी मिचलाना (Nausea)
- बेहोशी (Fainting)
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लो ब्लड प्रेशर के लिए होम्योपैथिक दवाएं (Homeopathic treatment of low blood pressure)
रक्तचाप में अचानक से होने वाला गिरावट कई गंभीर स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है, जैसे कि ब्लड के प्रेशर का लो हाेने पर हार्ट और ब्रेन को पर्याप्त ऑक्सिजन की मात्रा नहीं मिल पाता है। जिससे सांस लेने में दिक्कत (Breathing problem) हाेने लगती है। कई बार जान का भी जोखिम हो जाता है। बीपी के लिए होम्योपैथिक ट्रीटमेंट में लो बीपी के लिए डॉक्टर ये दवाईयां दे सकते हैं, जैसे कि:
जेलसीमियम (Gelsemium): जिन लोगों को चक्कर आने के साथ लो ब्लड प्रेशर की दिककत होती है। डाॅक्टर इसकी सलाह उनको देते हैं। यह जिन लोगों को लो ब्लड प्रेशर के कारण आंखों की रोशनी में दिक्कत (Vision Problem) आ रही है, तो यह उनके इलाज के लिए भी प्रभावी है।
विस्कम एल्बम (Viscum Album): लो ब्लड प्रेशर और वाल्वुलर हार्ट डिजीज (Valvular heart disease) की वजह जिनमें लो ब्लड प्रेशर की समस्या है, तो यह उनके लिए है। यह इन समस्याओं को कम करता है।
ग्लोनोइन (Glonoine): जो लोग बहार लंबे समय तक धूप में रहते हैं और उनमें सिर दर्द के साथ लो बीपी की समस्या देखी जाती है, तो डॉक्टर उन्हें ग्लोनोइन की सलाह देते हैं। यह धीरे-धीरे जड़ से समस्या को दूर करता है।
नैट्रम म्यूरिएटिकम (Natrum Muriaticum) : जिन लोगों को फैमिली हिस्ट्री (Family History) के कारण लो ब्लड प्रेशर की समस्या है, यह उनके लिए है। इससे सिस दर्द और अधिक प्यास लगने जैसी समस्याएं दूर होती हैं।
कार्बो वेजीटेबिलिस (Carbo Vegetabilis) : जिन्हें सांस की प्रॉब्लम के साथ लो ब्लड प्रेशर की समस्या है, यह दवा उनके लिए है।
बीपी के लिए होम्योपैथिक ट्रीटमेंट में इन होम्योपैथी दवा को खाने से कम से कम 30 मिनट पहले या बाद में लेने की सलाह दी जाती है, तभी इसके सकारात्मक और प्रभावी परिणााम देखने को मिलते हैंं। इन दवाओं को ब्लड प्रेशर का इलाज समझकर अपने मन से न लें। सभी के लिए इसका उपयोग अगल-अलग हो सकता है। हो सकता है डॉक्टर आपको किसी अन्य दवा की सलाह दें। इसलिए आप डॉक्टर की सलाह पर दवा और डाेज लें। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से बात करें।