प्रजनन संबंधी समस्याओं के लिए होम्योपैथिक इलाज से पहले सझने की कोशिश करते हैं की आखिर इनफर्टिलिटी के कारण क्या हैं?
महिलाओं में इनफर्टिलिटी के कारण
- ओवेरियन रिजर्व में कमी
- ओव्यूलेटरी डिसऑर्डर
- ट्युबल इंजरी, ब्लॉकेज (एंडोमेट्रियोसिस विद एविडेंस ऑफ ट्यूबल)
- सर्वाइकल और इम्युनोलॉजिकल फैक्टर
- यूरेटाइन फैक्टर
- सीरियरस सिस्टेमिक इलनेस
- कुछ अन्य फैक्टर, जिनके बारे में जानकारी नहीं होती
- डायबिटीज की समस्या
- थायरॉइड की समस्या
- अधिक उम्र हो जाने के कारण इनफर्टिलिटी की समस्या
- कैंसर के कारण इनफर्टिलिटी
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ऐसे पेशेंट का होम्योपैथिक ट्रीटमेंट के साथ ही लाइफस्टाइल में सुधार की सलाह भी दी जाती है। ट्रीटमेंट के दौरान उनकी प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के लिए भी उपचार किया जाता है, जो ज्यादातर पेशेंट की समस्या को ठीक कर देता है। स्टडी के दौरान ये बात सामने आई है कि मैटरनल हेल्थ में सुधार होने से स्वास्थ्य शिक्षा के प्रसार से घर के सदस्यों का स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है और लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता भी बढ़ती है। इन कारणों से घर के सदस्यों को हेल्थ सर्विस की भी ज्यादा जरूरत नहीं पड़ती है।
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प्रजनन संबंधी समस्याओं के लिए होम्योपैथी का विकल्प अपनाने के साथ-साथ अन्य समस्याओं में भी होम्योपैथिक ट्रीटमेंट है कारगर
ऐसा नहीं है कि होम्योपैथिक ट्रीटमेंट सिर्फ प्रजनन संबंधि बीमारियों को ही ठीक करता हो। अन्य समस्याएं जैसे कि बोंस का डिजनरेशन, बोंस एसोसिएटेड स्ट्रक्चर आदि में भी होम्योपैथिक ट्रीटमेंट कारगर सिद्ध होता है। ट्रीटमेंट के दौरान लोग सर्जरी से बच जाते हैं और दर्द भी कम हो जाता है। डायबिटीज की समस्या, कार्डियो वस्कुलर डिसीज, लंग कैंसर, स्ट्रोक और महिलाओं की अन्य समस्याओं में भी होम्योपैथिक ट्रीटमेंट असरदार साबित होता है।
महिलाओं में इनफर्टिली के कई कारण होते हैं। उनमे से एक कारण स्ट्रेस भी हो सकता है। रिसर्च में ये बात सामने आई है कि बांझपन के लिए स्ट्रेस भी जिम्मेदार हो सकता है। स्ट्रेस को इनफर्टिलिटी का मेजर फैक्टर कहा जाता है। होम्योपैथिक ट्रीटमेंट में सभी बीमारियों का अलग ट्रीटमेंट किया जाता है।व्यक्ति की शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक समझ के बाद ट्रीटमेंट दिया जाता है। कई बार पीरिड्स के टाइम पर न होने के कारण भी इनफर्टिलिटी की समस्या उत्पन्न हो जाती है। इस समस्या का समाधान होम्योपैथिक ट्रीटमेंट की सहायता से किया जाता है, ताकि महिलाओं में इनफर्टिलिटी की समस्या को दूर किया जा सके। प्रजनन संबंधी समस्याओं के लिए होम्योपैथी के साथ-साथ इन बातों को ध्यान रखना भी बेहद जरूरी है।