क्या सभी उम्र के लोग कार्डियो (Cardio) एक्सरसाइज कर सकते हैं?
यह हम सभी जानते हैं कि कार्डियो एक्सरसाइज(cardio exercise) हमारे लिए अच्छी है। खास बात यह है कि इसे आप किसी भी उम्र में कर सकते हैं। इससे बच्चों के शरीर और दिमाग को फायदा होता है, तो बुजुर्गों को भी इससे संतुलन बनाने में मदद मिलती है।
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बच्चों के लिए फायदे
बच्चे छोटी उम्र में सबसे अधिक एक्टिव रहते हैं। वो खेल के मैदान पर चारों ओर दौड़ते हैं, खेलते हैं, और कई अन्य गतिविधियां करते हैं। यह सब कार्डियों(cardio) का ही रूप है।
किशोर
बहुत सारे किशोर खेल खेलने में रुचि लेते हैं। डांस, साइकिल चलाना या बास्केटबॉल खेलना भी कार्डियो एक्सरसाइज(cardio exercise) है।
20 से 30 साल
इस उम्र में आपका शरीर मजबूत और लचीला होता है। फिटनेस की नींव बनाने का यह सही समय है। व्यायाम को एक आदत के रूप में विकसित करें। दोस्तों के साथ खेल खेलें, जैसे कि टेनिस या रैकेटबॉल। हाइकिंग या बाइकिंग करें।
30 से 40 साल
30 के दशक में, हमारा शरीर सबसे पहले उम्र के कारण मांसपेशियों को खोना शुरू कर देता है। इस समय जिम ज्वाइन करें और वेट उठाना शुरू करें। जिम में मेहनत और कार्डियो(cardio) करने का यह अच्छा समय है।
40 से 50 साल
यह आपके जीवन का वह समय है जब व्यायाम दिनचर्या का सबसे महत्वपूर्ण भाग होना चाहिए। इस समय हमारी मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं। हमारा मेटाबोलिज्म कम हो जाता है, वजन बढ़ता है और इसके साथ ही बढ़ती हैं कई समस्याएं। ऐसे में आपको सैर करना, सीढ़ियां चढ़ना, स्विमिंग आदि करनी चाहिए।
50 से 60 साल
इस उम्र में आप रोजाना दर्द का अनुभव कर सकते हैं। ऐसे में कार्डियो एक्सरसाइज(cardio exercise) को न रोकें। वाक, साइकिल चलाना या तैरना आपके लिए लाभदायक हैं।
60 के बाद
यह वह उम्र है जब आप खुद को गिरने से रोकने पर ध्यान केंद्रित करना शुरू कर सकते हैं। अपने एरोबिक्स(aerobics) व्यायाम को जारी रखें। मांसपेशियों और हड्डियों को मजबूत रखने के लिए सप्ताह में 2 से 3 बार वेट लिफ्टिंग करे और संतुलन पर काम करना शुरू करें। वाटर एरोबिक्स(aerobics), डांस या वाक पर ध्यान दें।

किन हेल्थ कंडिशन के साथ कार्डियो (Cardio) एंड एंड्यूरेंस एक्सरसाइज नहीं की जा सकती हैं?
एक्सरसाइज करना शरीर के लिए अच्छा है लेकिन हर स्थिति में व्यायाम करना अच्छा विचार नहीं है। कुछ हेल्थ कंडीशंस में आपको कार्डियो एक्सरसाइज(cardio exercise) की सलाह नहीं दी जाती है। जैसे:
बुखार या कोल्ड :कोल्ड या बुखार की स्थिति में आपको कार्डियों(cardio) की सलाह नहीं दी जाती। इस दौरान आपमें फ्लूइड की भी कमी हो सकती है, हार्ट रेट बढ़ सकती है, ऐसे में आपका वर्कआउट सही नहीं होगा।
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सांस संबंधी समस्या :अगर आपको सांस संबंधी कोई समस्या है तो भी कार्डियों एक्सरसाइज(cardio exercise) न करें और डॉक्टर की सलाह लें।
अस्थमा : अगर आपको व्यायाम से प्रेरित अस्थमा है तो आपको कम इंटेंसिटी वाली एक्सरसाइज जैसे इंडोर स्विमिंग आदि की सलाह दी जा सकती है।
स्पोर्ट इंजरी :अगर आपको कोई चोट लगी है और कोई एक्टिविटी करते हुए दर्द हो रहा है तो भी आपको कार्डियो एक्सरसाइज(cardio exercise) की सलाह नहीं दी जाती। अगर आपके पीठ में दर्द है तो भी आप इसे न करें जब तक यह ठीक न हो जाए।
कार्डियो हर उम्र के व्यक्ति के लिए परफेक्ट व्यायाम है। अच्छे परिणामों के लिए अपने भोजन पर ध्यान दें और कोई भी व्यायाम या योगा आदि शुरू करने से पहले किसी डॉक्टर, विशेषज्ञ या ट्रेनर की सलाह और सही मार्गदर्शन जरूरी है।