स्वस्थ और फिट रहना हर व्यक्ति की प्राथमिकता होती है फिर चाहे वो किसी भी उम्र का हो। लेकिन, उम्र का बढ़ना अपने साथ कई चुनौतियां ले कर आता है। उन्हीं में से एक है संतुलन का बिगड़ना। गीले फर्श या बर्फ में संतुलन के बिगड़ने से चोट लगना सामान्य है। हालांकि, कई बार गिरने के परिणाम हड्डी टूटना या इससे भी भयानक हो सकते हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि उम्र के बढ़ने पर यह समस्या भी बढ़ जाती है। ऐसा माना जाता है कि 28% से 45% बुजुर्ग रोजाना संतुलन के बिगड़ने के कारण गिरते हैं और बुजुर्गो के लिए यह सबसे डराने वाला अनुभव होता है। ऐसे में जरूरी है कि उम्र के बढ़ने के साथ ही हमें अपने संतुलन के बारे में सोचना चाहिए। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है मांसपेशियों की ताकत और जोड़ों का लचीलापन कम होने लगता है। इसके साथ ही इसका हमारी दृष्टि और रिएक्शन टाइम पर भी इसका असर होता है। यह सब चीज़ें जब इकट्ठी होती हैं, तो इनके कारण संतुलन का बिगड़ना और गिरने की समस्या हो सकती है ।