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एरोबिक किसी भी समय किया जा सकता है। एरोबिक करना बेहद आसान भी होता है। इस एक्सरसाइज को किसी भी उम्र के लोग यहां तक कि बच्चे भी बड़ी आसानी से कर सकते हैं। एरोबिक सभी उम्र के लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है। एरोबिक करने के क्या फायदे हो सकते हैं ?
एरोबिक एक्सरसाइज के फायदे (Benefits of aerobic exercise)

- एरोबिक स्ट्रेस को कम करने में बहुत सहायक होती है। एक स्टडी में पाया गया है कि यदि हफ्ते में तीन से पांच दिन आधे घंटे तक एरोबिक एक्सरसाइज किया जाए तो डिप्रेशन की समस्या दूर हो सकती है और मूड भी अच्छा हो सकता है।
- हाय ब्लड प्रेशर की समस्या को दूर करने के लिए एरोबिक बहुत फायदेमंद वर्कआउट है। इस एक्सरसाइज को करने से ब्लड वेसल्स (blood vessels) अधिक कठोर बनती हैं। इसलिए हृदय रोगों के खतरे से बचने के लिए एरोबिक एक्सरसाइज करना फायदेमंद है।
- हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार तीस साल की उम्र के बाद व्यक्ति के मस्तिष्क की कोशिकाएं धीरे-धीरे कमजोर पड़ने लगती हैं। रिसर्च के अनुसार इस स्थिति से बचने के लिए और कोशिकाओं को टूटने से बचाने के लिए एरोबिक करना फायदेमंद हो सकता है। यह मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के साथ ही यादाश्त को बढ़ाने और भूलने की बीमारी को दूर करने में मदद करती है।
- यह एक्सरसाइज अस्थमा के पेशेंट के लिए काफी लाभकारी होता है। दरअसल एरोबिक वर्कआउट के दौरान फेफड़ों तक हवा पहुंचती है। जिससे फेफड़ों में मौजूद विषाक्त बाहर निकलते हैं। हालांकि अस्थमा के पेशेंट को इस वर्कआउट से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए की उन्हें यह वर्कआउट करना है या नहीं।
- इस वर्कआउट को नियमित रूप से करने पर इम्यून सिस्टम स्ट्रांग होता है। यह वर्कआउट महिलाओं में कोर्टिसोल हॉर्मोन को बढ़ाने में मदद करता है। इससे शरीर में ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहता है। अगर आपको सूजन से समस्या होती है, तो इस परेशानी को भी दूर करने में सहायक होता है। महिलाओं में ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल रहता है।
- एरोबिक एक्सरसाइज करने से नींद की परेशानी दूर हो सकती है। नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) के रिसर्च के अनुसार जिन लोगों ने 4 महीने तक एरोबिक एक्सरसाइज की उनकी नींद से जुड़ी परेशानी दूर हुई।
- नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) के अनुसार जिन लोगों को स्मोकिंग की आदत है और वह अपनी इस आदत या लत को छोड़ने में असमर्थ हैं, तो एरोबिक एक्सरसाइज उनके लिए किसी वरदान से कम नहीं है।
एरोबिक एक्सरसाइज के बारे में पहले एक्सपर्ट से समझ लें और फिर करना शुरू करें। ऐसा करने से एक्सरसाइज के दौरान अनजाने में करने वाली गलतियों से बचा जा सकता है। अगर आप एरोबिक एक्सरसाइज से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
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एरोबिक एक्सरसाइज (Aerobic exercise) के दौरान किन बातों का रखें ध्यान?
एरोबिक एक्सरसाइज के दौरान निम्नलिखित बातों का रखें ध्यान। जैसे:
- अगर आपके पैर में चोट लगी है या दर्द रहता है, तो ऐसी स्थिति में इस वर्कआउट को करने से डॉक्टर से सलाह लें।
- स्विमिंग के दौरान ध्यान रखें कि मसल्स में खिंचाव न आये।
- अगर रस्सी कूदते समय पैर, घुटनों या हाथ में चोट लग जाए या दर्द महसूस होने पर रस्सी न कूदें।
- अगर आपकी सर्जरी हुई है, तो ऐसे में वर्कआउट न करें।
- गर्भवती महिलाओं को किसी भी तरह के वर्कआउट से अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
एरोबिक एक्सरसाइज के साइड इफेक्ट्स क्या हैं?
एरोबिक एक्सरसाइज या किसी भी व्यायाम को ठीक तरह से नहीं करने पर निम्नलिखित परेशानी हो सकती है। जैसे:
- मांसपेशियों में थकान या दर्द महसूस होना
- लोअर बैक में दर्द होना
- अपर बैक में भी दर्द की परेशानी हो सकती है।
इन साइड इफेक्ट्स के अलावा अन्य तकलीफ मासूस होने पर लापरवाही न बरतें और डॉक्टर सलाह लें।
अगर आप एरोबिक एक्सरसाइज (Aerobic Exercise) से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा। आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं और अन्य लोगों के साथ साझा कर सकते हैं।
इस वीडियो के माध्यम से जानिए कैसे योग की मदद से शरीर के दर्द को दूर किया जा सकता है।