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3. स्ट्रॉन्ग या लाइट वेट लिफ्टिंग करने से पहले फॉर्म का ध्यान रखें
स्ट्रॉन्ग या लाइट लिफ्टिंग करने से पहले बॉडी के फॉर्म (पुजिशन) का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। वेट लिफ्टिंग एक्सरसाइज करते वक्त बॉडी की पुजिशन अगर सही नहीं रहेगी, तब एक्सरसाइज करने का कोई फायदा नहीं होगा। ठीक इसी तरह स्पीड का भी ध्यान रखना चाहिए। जिस स्पीड से वेट लिफ्टिंग की जाती है, उसका मांसपेशियों पर प्रभाव पड़ता है। अगर आपको फिटनेस के बारे में अधिक जानकारी नहीं है। ऐसे में बिना फिटनेस एक्सपर्ट की निगरानी के वेट लिफ्टिंग नहीं करनी चाहिए। जब आप पॉजिटिव मूवमेंट करें, तब आपको एक सेकेंड में रिपिटेशन करना चाहिए। जबकि नेगेटिव मूवमेंट में आपको सावधानीपूर्वक तीन सेकेंड तक वक्त ले लेना चाहिए।
वेट लिफ्टिंग करते वक्त सारा लोड कंधों पर पड़ता है। इसलिए भारी भरकम इक्विप्मेंट्स उठाने से पहले ध्यान दें कि आपका बॉडी बैलेंस सही है या नहीं। अगर आपका बॉडी बैलेंस नहीं रहेगा, तो एल्बो डिस्लोकेशन की समस्या पैदा हो जाती है। फिटनेस एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि एल्बो डिस्लोकेशन की समस्या होने पर मसाज नहीं कराना चाहिए, बल्कि अच्छे ऑर्थो के डॉक्टर्स से संपर्क करना चाहिए।
4. वॉल्यूम का ध्यान रखें
वॉल्यूम का मतलब यहां स्टेप से है। अगर वेट लिफ्टिंग में वॉल्यूम का ध्यान नहीं रखा जाएगा, तो यह सबसे बड़ी लापरवाही होगी। वॉल्यूम का सीधा संंबंध मसल्स पर किए गए काम से होता है। वेट लिफ्टिंग में तीन बातें वॉल्यूम का पार्ट है। पहला-एक सेट में रिपिटेशन, दूसरा- एक एक्सरसाइज में सेट की संख्या, प्रत्येक मसल ग्रुप के हिसाब से एक्सरसाइज की संख्या।
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5. ब्रेक लेना भी जरूरी
वेट लिफ्टिंग एक्सरसाइज करने के कुछ देर बाद ब्रेक लेना भी जरूरी है। लगातार एक्सरसाइज करने से मसल्स पर नेगेटिव लोड पड़ता है। एक सेट कंप्लीट हो जाने के बाद बीच में ब्रेक ले लें। ब्रेक लेने से हार्ट बीट काफी तेज हो जाती है, और बॉडी में ऑक्सिजन की मात्रा बढ़ती है।
आप वेट लिफ्टिंग एक्सरसाइज करते वक्त अपनी तरफ से और भी सावधानी बरत सकते हैं। एक्सपर्ट्स की मानें तो, इन बातों का ध्यान रखकर आप कैलोरी कम कर सकते हैं और सुडौल बॉडी बना सकते हैं।
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वेट लिफ्टिंग के फायदे क्या हैं?
वर्कआउट रूटीन में वेट लिफ्टिंग फॉलो करने के कई फायदे हैं, जो इस प्रकार हैं
- हड्डियां होती हैं स्ट्रॉन्ग- हड्डियों के विकास के लिए और मजबूत बनाने के लिए वेट लिफ्टिंग वर्कआउट बेहद प्रभावी व्यायाम माना जाता है। नियमित और ठीक तरह से वेट लिफ्टिंग करने से हड्डियों के विकास के साथ-साथ मसल्स का भी निर्माण होता है।
- दूर होती है कमर दर्द की समस्या– लगातार कई-कई घंटे बैठकर काम करने की वजह से कमर दर्द की समस्या लोगों में आम बनती जा रही है, लेकिन वेट लिफ्टिंग से कमर दर्द की परेशानी से बचा जा सकता है। यही नहीं इससे बॉडी पॉश्चर भी ठीक होता है।
- नींद आती है अच्छी- अगर आपको नींद नहीं आती है और हमेशा थकावट महसूस होती है, तो वेट लिफ्टिंग के आपको यहां भी मिल सकते हैं। अगर आप नियमित वेट लिफ्टिंग करते हैं, तो आपकी नींद न आने की परेशानी भी दूर हो सकती है।
- डिप्रेशन- एक रिसर्च के अनुसार वेट लिफ्टिंग डिप्रेशन की समस्या से भी निजात मिल सकता है।
- मेमोरी- फिटनेस एक्सपर्ट्स के अनुसार नियमित रूप से वेट लिफ्टिंग करने से मेमोरी पावर को बढ़ाने में मदद मिल सकती है।
- डायबिटीज- वेट लिफ्टिंग से ब्लड शुगर लेवल को बैलेंस किया जा सकता है। दरअसल वेट लिफ्टिंग करने से बॉडी में ग्लूकोज लेवल को कंट्रोल करने में सहायता मिलती है, जिससे ब्लड शुगर लेवल नॉर्मल हो सकता है।
- वजन होता है नियंत्रित- शरीर का एक्स्ट्रा फैट कम करने में वेट लिफ्टिंग बेस्ट एक्सरसाइज माना जाता है। इससे बॉडी को शेप में भी रखने में सहायता मिलती है।