धुंधली दृष्टि संक्रमण किडनी की समस्या आंखों की समस्या त्वचा को नुकसान बार-बार पेशाब की समस्या रक्त प्रभाव खराब कर सकता है अत्यधिक प्यास और भूख लगना दिल का दौरा और स्ट्रोक अचानक वजन घटना फुट अल्सर न्यूरोलॉजिकल समस्याएं इसके अलावा भी कई अन्य चिकित्सा समस्याओं के लिए उच्च जोखिम हो सकते हैं। बहुत अधिक रक्त शर्करा का स्तर (उदाहरण के लिए, 240 मिलीग्राम / डीएल से अधिक ) होना मधुमेह केटोएसिडोसिस का कारण बन सकता है। जिससे सोचने समझने की शक्ति खो सकती है। इसके अलावा मृत्यु के जोखिम भी हो सकता है। अत्यधिक उच्च रक्त शर्करा के उपचार में आईवी (IV) तरल पदार्थ और इंसुलिन शामिल हैं।
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क्या लो ब्लड शुगर का स्तर (Low Blood Sugar level) खतरनाक हो सकता है?
जी हां, लो ब्लड शुगर का स्तर भी कई प्रकार की समस्याएं पैदा कर सकता है। ज्यादातर मामलों में लो ब्लड शुगर के लक्षण भूख, घबराहट, पसीना, चक्कर आना और यहां तक कि भ्रम जैसी समस्याएं पैदा कर सकते हैं। यदि लो ब्लड शुगर का सही उपचार नहीं किया जाता है तो उसे हाइपोग्लाइसीमिया कहा जाता है। कई मामलों में इसमें बेहोशी, दौरा, कोमा या मृत्यु होने की संभावना हो सकती है। निम्न रक्त शर्करा का स्तर 70 मिलीग्राम / डीएल या उससे कम से शुरू होता है।
- मधुमेह वाले लोग जो बहुत अधिक दवा (इंसुलिन या दवा) लेते हैं। अपनी सामान्य मात्रा से कम खाते हैं, सामान्य से अधिक व्यायाम करते हैं। उन लोगों में हाइपोग्लाइसीमिया होने का खतरा अधिक होता है। हालांकि ऐसा बहुत कम होता है की मधुमेह के बिना किसी को हाइपोग्लाइसीमिया हो।
- लो ब्लड शुगर वाले लोग जब किसी दवा का सेवन करते हैं और अत्यधिक शराब का सेवन करते हैं तो ऐसे में उनमें गंभीर हेपेटाइटिस होने का खतरा बना रहता है, या अग्न्याशय के ट्यूमर होने का खतरा बना रहता है। लेकिन यह रेयर मामलों में देखने को मिलता है। हाइपोग्लाइसीमिया के लिए उपचार में ओरल ग्लूकोज सेवन 15. 0 ग्राम चीनी शामिल है। उदाहरण के लिए 1 बड़ा चम्मच चीनी, शहद या आईवी तरल पदार्थ युक्त ग्लूकोज उपयोग कर सकते हैं। इस प्रकार लो ब्लड शुगर के उपचार के बाद लगभग 15 मिनट में अपने रक्त शर्करा के स्तर की जांच करें। आपके स्वास्थ्य की स्थिति के अनुसार आपका उपचार किया जाता है। इसके अलावा डॉक्टर से संपर्क करें। यदि आपको किसी प्रकार के गंभीर लक्षण दिखाई देते हैं तो दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। हैलो स्वास्थ्य किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार प्रदान नहीं करता है।
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ब्लड शुगर लेवल की जांच (Blood Sugar level Test) करने के लिए कब कहा जाता है?
सबसे अधिक मधुमेह के रोगियों को डॉक्टर द्वारा ब्लड शुगर लेवल की जांच करने के लिए कहा जाता है। इस जांच में एक नोक के माध्यम से आपकी उंगली से बल्ड का एक छोटा सा सैंपल निकालकर जांच किया जाता है। यह जांच एक डिवाइस की मदद से की जाती है। इसे ग्लूकोमीटर कहा जाता है। इसमें ग्लूकोज की मात्रा को माप सकते है। इस जांच से मधुमेह के रोगियों की स्थिति पर निगरानी रखने में सहायता मिलती है। जिससे उनके उपचार में मदद मिलती है। इन लोगों में ब्लड शुगर लेवल की जांच करने की सिफारिश की जा सकती है। जो इस प्रकार से है।
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- महिला के गर्भवती होने पर ब्लड शुगर लेवल की जांच की जाती है।
- जिन लोगों में मधुमेह के लक्षण दिखाई देने लगते हैं, जैसे- अधिक प्यास लगना,ज्यादा यूरिन होना, अधिक भूख लगना। इन लक्षणों के दिखाई देने पर ब्लड शुगर लेवल की जांच की जाती है।।
- मधुमेह की स्थिति में स्वास्थ्य पर देखरेख करने के लिए ब्लड शुगर लेवल की जांच की जाती है।
- किसी उपचार में दवाओं की उचित मात्रा का निर्धारण करने के लिए ब्लड शुगर लेवल की जांच की जाती है।
- इंसुलिन का उपयोग करने वाले लोगों में ब्लड शुगर लेवल की जांच की जाती है।
- मधुमेह रोग की स्थिति में उचित उपचार को अपनाने के लिए ब्लड शुगर लेवल की जांच की जाती है।
- टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज की देखभाल करने के लिए ब्लड शुगर लेवल की जांच की जाती है।
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अपने ब्लड शुगर लेवल को कब मापना चाहिए? (When should you measure your blood sugar level?)
- आप खाना खाने के बाद और खाना खाने से पहले ब्लड शुगर लेवल की जांच कर सकते हैं।
- आप बुखार की स्थिति में ब्लड शुगर लेवल की जांच कर सकते हैं।
- आप तनाव की स्थिति में ब्लड शुगर लेवल की जांच कर सकते हैं।
- आप व्यायाम करने के बाद ब्लड शुगर लेवल की जांच कर सकते हैं।
- आप सोने से पहले या उठने के तुरंत बाद ब्लड शुगर लेवल की जांच कर सकते हैं।
- आप हाइपोग्लाइसेमिक से संबंधित लक्षणों के दिखाई देने पर ब्लड शुगर लेवल की जांच कर सकते हैं।
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सामान्य ब्लड शुगर लेवल (Normal Blood Sugar Level) को बनाए रखने के लिए मैं क्या करूं?
आप अपने ब्लड शुगर के सामान्य स्तर को बनाए रखने के लिए एक हेल्दी डायट फॉलो कर सकते हैं। इसमें आपको शुगरयुक्त आहार और शुगर वाले खाद्य पदार्थों सो दूर रहने की सलाह दी जाती है। जिसमें बहुत सी चीजें शामिल है जो इस प्रकार हैं।
- अधिक मात्रा में कार्ब
- चीनी
- आलू
- उच्च मक्खन वाले खाद्य पदार्थ,
- वसायुक्त खाद्य पदार्थ
- कैंडी
- चीनीयुक्त मिठाइयां
एक हेल्दी आहार ही मधुमेह के प्रबंधन को सही रूप से बनाए रखने में प्रमुख स्टेप होता है। इसमें अच्छे आहार के साथ कम से कम 30 मिनट एक्ससाइज करना चाहिए। अपने टाइप 1 डायबिटीज़ या टाइप 2 डायबिटीज़ का प्रबंधन करने के लिए ब्लड शुगर लॉग बुक का उपयोग करें और ग्लूकोज टेस्ट करने के लिए ब्लड ग्लूकोज होम टेस्ट किट का उपयोग करें। इसके स्तर के बारे में सही जानकारी प्राप्त करने के लिए समय-समय पर जांच कराते रहना बेहद आवश्यक होता है।
ऊपर दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है।