हमारा खानपान शरीर को स्वस्थ रखने या फिर बीमार करने के लिए जिम्मेदार हो सकता है। अगर खाने में फैट की असंतुलित मात्रा शामिल की जाती है, तो कोलेस्ट्रॉल के लेवल में बढ़त हो सकती है। ऐसे में खानापान में संतुलन के साथ ही कुछ दवाओं का इस्तेमाल करने से कोलेस्ट्रॉल के बढ़े हुए लेवल को कम किया जा सकता है। अगर वजन बढ़ जाता है, शरीर में अधिक मात्रा में कोलेस्ट्रॉल बनने लगता है। नियासिन (Niacin) को विटामिन B3 भी कहा जाता है। ये एंटीलिपेमिक एजेंट (Antilipemic agents) नामक दवाओं के एक ग्रुप से सम्बन्ध रखता है। ये दवाएं कोलेस्ट्रॉल को कम करने के साथ ही हर्ट कंडीशन में इस्तेमाल की जा सकती है।