अगर हम एग और कोलेस्ट्रॉल के बीच के संबंध की बात करें, तो आपको पता चलेगा कि अंडे का सेवन आपके कोलेस्ट्रॉल लेवल को प्रभावित कर सकते हैं, यानि कि उसके बढ़ने का कारण बन सकते हैं। वैसे तो अंडे का सेवन सेहत के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। एग और कोलेस्ट्रॉल, एंटीऑक्सिडेंट (Antioxidant) के अलावा इसमें प्रोटीन (Protein), विटामिन B (Vitamin B), विटामिन A (Vitamin A), हेल्दी फैट्स (Healthy fats), कैल्शियम (Calcium), फॉस्फोरस (Phosphorus), आयरन, सेलेनियम (Selenium), जिंक (Zinc) और अन्य मिनरल्स पाए जाते हैं। अगर एग और कोलेस्ट्रॉल की बात करें, तो अंडा शरीर में अन्य पोषक तत्वों की कमी को पूरा करता है। लेकिन कोई भी रिसर्च यह दावा नहीं करती है कि अंडे का सेवन दिल के लिए नुकसान देह है। पर हां, हाय कोलोस्ट्रॉल या हार्ट डिजीज वालों के लिए प्रति सप्ताह 4 से 6 अंडे का सेवन करना चाहिए। जैसा शरीर में एक गुड और एक बैड हॉर्मोन होता है, तो बुरे कोलेस्ट्रॉल के लेवल (Cholesterol levels) को बढ़ने नहीं देना चाहिए, जोकि हार्ट के लिए रिस्क हो सकता है।
अगर एग और कोलेस्ट्रॉल की बात करें तो अंडा शरीर में एनर्जी के लेवल (Energy levels) को भी बनाए रखने में मददगार है। अंडा हो या कोई भी फूड, बस उसके सेवन से पहले हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि अपने खान में उसी फूड्स काे शामिल करें, जिनमें ट्रांस फैट न हो। ट्रांस फैट (Trans fat) शरीर में एलडीएल की मात्रा को बढ़ाता है। ट्रांस फैट का उत्पादन हमारे शरीर में अत्धिक तेल या घी का बना खाने सेवन या उसे बार-बार गर्म के कारण होती है, जैसे कि बेक्ड फूड (Baked Food), जैसे केक (Cake) और पेस्ट्री (Pastry)आदि। वही अंडों के पीले भाग में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा ज्यादा होती है और सैचुरेटेड फैट की मात्रा कम होती है।
अंडों का सेवन अगर उचित मात्रा में किया जाए तो यह नुकसानदेह नहीं होता है। क्योंकि कोलेस्ट्रॉल हमारे शरीर के लिए तभी नुक़सानदेह होता है जब वह ऑक्सिडाइज (Oxidise) हो जाता है। लेकिन अंडों में होने वाले कोलेस्ट्रॉल में ऐसा नहीं होता है। इसमें गुड कोलेस्ट्रॉल (Good cholesterol) भी पाया जाता है, जो शरीर के लिए अच्छा होता है। अगर एग और कोलेस्ट्रॉल की बात करें तो हाय कोलेस्ट्रॉल या हार्ट डिजीज (Heart disease) वालों को अंडे का सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए। जरूरी नहीं है कि अंडे का सेवन हर किसी के लिए नुकसानदेह हो। इसके कई हेल्थ बेनेफिट्स भी हो सकते हैं। अंडे का सेवन ब्रेन के लिए भी अच्छा माना जाता है और आंखों के लिए भी।
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अन्य मीट, एग और कोलेस्ट्रॉल
शरीर में कोलेस्ट्रॉल के लेवल को सही बनाए रखने के लिए यह जरूरी नहीं है कि आप अंडे या मीट का सेवन करना छोड़ दें। कुछ प्रकार के मीट में सैच्युरेटेड फैट (Saturated fat) पाए जाते हैं। तो आप अपने डायट में मीट को शामिल कर सकते हैं। लेकिन हां, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप कौन से मीट का चुनाव कर रहे हैं और उसे पका कैसे कर रहे हैं। आप इस प्रकार के मीट का चुनाव कर सकते हैं, जैसे:
- सिरोलिन (Sirolin)
- लीन पोर्क (Lean Pork)
- लैंब (Lamb)
- लीन मीट (Lean meat)
मीट, एग और कोलेस्ट्रॉल : पकाने का सही तरीका (Cooking methods)
अगर कोलेस्ट्रॉल की समस्या (Cholesterol problem) को देखते हुए मीट की बात करें, तो आप मीट को किस प्रकार पका रहे हैं, यह बात बहुत महत्व रखती है। जैसे कि लीन मीट को आप डीप फ्राय न करें या उसे क्रीमी फ्लेवर में न बनाएं। इसके लिए आपको कुकिंग के हेल्दी ऑप्शन अपनाने चाहिए, जैसे कि फ्राइंग की जगह ग्रिल (Grill), रोस्ट (Roast) या बेक कुकिंग (Bake Cooking) ऑॅप्शन को अपनाएं।
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डेयरी प्रोडक्ट (Dairy)
डेयरी प्रोडक्ट का सेवन भी स्वास्थ्य के लिए लाभदायक माना जाता है। खासकर हड्डियों को मजबूत बनाने में। डेयरी उत्पादों में उच्च हैं:
होल फैट डेयरी प्रोडक्ट का सेवन आपके शरीर में एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकता है। यह सैच्यूरेटेड फैट कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ा देते हैं। इसकी जगह आप कम वसा वाले विकल्पों को चुनें:
- स्किम दूध (skim milk)
- लो फैट चीज़ (low fat cheeses)
- लो फैट आइस्क्रीम (low-fat Ice-cream)
- लो फैट योगर्ट यानि कि दही (low fat yogurt)
एग और कोलेस्ट्रॉल (Eggs and Cholesterol) के बीच क्या संबंध है, यह आपने जाना। हार्ट डिजीज वालो को अंडे का सेवन अपने डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए, क्योंकि हर किसी के लिए इसके परिणाम अलग-अलग हो सकते हैं। एग और कोलेस्ट्रॉल या अंडे का सेवन आपको अपने डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए।