मेनोपॉज और हार्ट पैल्पिटेशन (Menopause and Heart palpitations) आपको कब शुरू हुई? कौन से फैक्टर हार्ट पैल्पिटेशन की समस्या को बढ़ाते या कम करते हैं? Quiz : कितना जानते हैं अपने दिल के बारे में? क्विज खेलें और जानें
इसके बाद डॉक्टर आपको कुछ टेस्ट्स कराने के लिए कह सकते हैं जैसे :
- इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (Electrocardiogram): इस टेस्ट के दौरान छाती में इलेक्ट्रोड्स लगाए जाते हैं। ताकि, हार्ट की इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी को जांचा जा सके।
- इकोकार्डियोग्राम (Echocardiogram): इस टेस्ट में साउंड वेव का प्रयोग कर के दिल की तस्वीर बनाई जाती है और इससे पता चलता है कि यह कैसे काम कर रहा है।
- स्ट्रेस टेस्ट (Stress test): इस टेस्ट के लिए आपको ट्रेडमिल पर चलना होगा ताकि, हार्ट बीट तेज हो। इससे पता चलता है कि क्या एक्सरसाइज से यह समस्या प्रभावित हो रही है।
- हॉल्टर मॉनिटर (Holter Monitor): इस डिवाइस को एक से तीन दिन तक रोगी को पहनना होता है। इससे लगातार हार्ट रिदम का पता चलता है। जिससे डॉक्टर को समस्या को पहचानने में मदद मिलती है।
- इवेंट मॉनिटर (Event Monitor): यह मॉनिटर हार्ट रिदम को एक महीने तक रिकॉर्ड करता है। इसके साथ ही डॉक्टर आपको ब्लड टेस्ट (Blood Test) या यूरिन टेस्ट (Urine Test) के लिए भी कह सकते हैं। मेनोपॉज और हार्ट पैल्पिटेशन (Menopause and Heart palpitations) की समस्या का उपचार कैसे होता है, यह भी जानें।

हार्ट पैल्पिटेशन का उपचार (Treatment of Heart palpitations)
मेनोपॉज में होने वाली हार्ट पैल्पिटेशन की समस्या आमतौर पर अस्थायी होती है और कई महिलाएं कुछ दिनों में इससे राहत महसूस करती हैं। लेकिन मेनोपॉज और हार्ट पैल्पिटेशन (Menopause and Heart palpitations) की समस्या को हल्के में नहीं लेना चाहिए। क्योंकि, मेनोपॉज के बाद महिलाओं में दिल की समस्याएं बढ़ जाती हैं। इसलिए, नियमित रूप से जांच जरूरी है। डॉक्टरों का मानना है कि मेनोपॉज से पहले उच्च एस्ट्रोजन का स्तर रक्त वाहिकाओं को नुकसान से बचाता है। ऐसे में जब मेनोपॉज के बाद एस्ट्रोजन का निर्माण बंद हो जाता है तो दिल की समस्याएं और हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए, कुछ चीजों का ध्यान रखकर आप इस समस्या से बच सकते हैं।
मेनोपॉज और हार्ट पैल्पिटेशन के जोखिम को कम करने के लिए क्या करना चाहिए (How to manage Risk of Menopause and Heart palpitations)
अगर आप मेनोपॉज के दौरान हार्ट पैल्पिटेशन या दिल की समस्याओं को कम करना चाहते हैं तो आपको अपने जीवन में कुछ अच्छी आदतों को अपनाना होगा। यह अच्छी आदतें न केवल दिल की परेशानियों बल्कि हर रोग से आपको बचाने में मदद करेंगी। यह लाइफस्टाइल चेंजिज इस प्रकार हैं:
स्वस्थ आहार (Eating healthy)
यह सच है कि सही और संतुलित आहार हर किसी के स्वस्थ रहने के लिए जरूरी है। लेकिन, जो महिलाएं मेनोपॉज से गुजर रही हैं, उनके लिए यह खासतौर पर आवश्यक है। क्योंकि, उन्हें दिल संबंधी समस्याओं का जोखिम अधिक होता है। इसलिए अपने आहार में फल, सब्जियों, लौ फैट डायरी उत्पादों,साबुत अनाज आदि को शामिल करें।
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मेनोपॉज और हार्ट पैल्पिटेशन: एक्टिव रहें (Staying Active)
मेनोपॉज़ के दौरान या बाद में भी आपका एक्टिव रहना बेहद जरूरी है। ऐसा करने से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल भी नियंत्रित रहता है। आपको इस दौरान कौन से व्यायाम करने चाहिए इसके लिए आप डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं।
नियमित जांच है जरूरी (Regular Monitoring is Important)
मेनोपॉज और हार्ट पैल्पिटेशन (Menopause and Heart palpitations) आपके लिए परेशान करने वाली स्थिति हो सकती है। दिल की समस्याओं से बचने का अच्छा तरीका है नियमित रूप से अपना ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल की जांच कराना। इनका चेकअप नियमित रूप से कराने से आप अपने हार्ट के बारे में भी जान पाएंगे।
मेनोपॉज और हार्ट पैल्पिटेशन: तनाव (Stress) ना लें
अगर दिल की समस्याओं से बचना चाहते हैं, तो तनाव से बचना भी जरूरी है। तनाव भरी जिंदगी दिल और शरीर की अन्य समस्याओं को बदतर बना सकती है। इसके लिए योग या मेडिटेशन का सहारा लिया जा सकता है।
हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी को कम लें (Limiting Hormone Replacement Therapy)
हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी मेनोपॉज के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती है जैसे हॉट फ्लैशेस या योनी की ड्रायनेस। यह दवाएं महिला के शरीर को एस्ट्रोजन और अन्य हार्मोन को कंट्रोल में रखती हैं। लेकिन शोध के अनुसार हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी से महिलाओं में हार्ट अटैक या अन्य दिल की समस्यें बढ़ सकती हैं। इसलिए, इस बारे में डॉक्टर से पहले सलाह कर लें।

स्मोकिंग से बचे (Don’t do Smoking)
अगर आप दिल की समस्याओं से बचना चाहते हैं चाहे वो मेनोपॉज में हो या नहीं तो स्मोकिंग और ड्रिंकिंग छोड़ दें। स्मोकिंग और ड्रिंकिंग भी दिल की समस्याओं को बढ़ा सकती है।
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इसमें कोई संदेह नहीं है कि मेनोपॉज महिलाओं के जीवन की एक नेचुरल स्टेज है। लेकिन, दिल की समस्यांए गंभीर हो सकती हैं। मेनोपॉज और हार्ट पैल्पिटेशन (Menopause and Heart Palpitations) के बारे में ऐसा भी कहा जाता है कि मेनोपॉज में हार्ट पैल्पिटेशन होना दिल की समस्याओं का संकेत भी हो सकता है। इसे नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर की सलाह लें व उपचार कराएं।