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मेनोपॉज और हार्ट पैल्पिटेशन: एक्टिव रहें (Staying Active)
मेनोपॉज़ के दौरान या बाद में भी आपका एक्टिव रहना बेहद जरूरी है। ऐसा करने से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल भी नियंत्रित रहता है। आपको इस दौरान कौन से व्यायाम करने चाहिए इसके लिए आप डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं।
नियमित जांच है जरूरी (Regular Monitoring is Important)
मेनोपॉज और हार्ट पैल्पिटेशन (Menopause and Heart palpitations) आपके लिए परेशान करने वाली स्थिति हो सकती है। दिल की समस्याओं से बचने का अच्छा तरीका है नियमित रूप से अपना ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल की जांच कराना। इनका चेकअप नियमित रूप से कराने से आप अपने हार्ट के बारे में भी जान पाएंगे।
मेनोपॉज और हार्ट पैल्पिटेशन: तनाव (Stress) ना लें
अगर दिल की समस्याओं से बचना चाहते हैं, तो तनाव से बचना भी जरूरी है। तनाव भरी जिंदगी दिल और शरीर की अन्य समस्याओं को बदतर बना सकती है। इसके लिए योग या मेडिटेशन का सहारा लिया जा सकता है।
हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी को कम लें (Limiting Hormone Replacement Therapy)
हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी मेनोपॉज के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती है जैसे हॉट फ्लैशेस या योनी की ड्रायनेस। यह दवाएं महिला के शरीर को एस्ट्रोजन और अन्य हार्मोन को कंट्रोल में रखती हैं। लेकिन शोध के अनुसार हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी से महिलाओं में हार्ट अटैक या अन्य दिल की समस्यें बढ़ सकती हैं। इसलिए, इस बारे में डॉक्टर से पहले सलाह कर लें।
स्मोकिंग से बचे (Don’t do Smoking)
अगर आप दिल की समस्याओं से बचना चाहते हैं चाहे वो मेनोपॉज में हो या नहीं तो स्मोकिंग और ड्रिंकिंग छोड़ दें। स्मोकिंग और ड्रिंकिंग भी दिल की समस्याओं को बढ़ा सकती है।
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इसमें कोई संदेह नहीं है कि मेनोपॉज महिलाओं के जीवन की एक नेचुरल स्टेज है। लेकिन, दिल की समस्यांए गंभीर हो सकती हैं। मेनोपॉज और हार्ट पैल्पिटेशन (Menopause and Heart Palpitations) के बारे में ऐसा भी कहा जाता है कि मेनोपॉज में हार्ट पैल्पिटेशन होना दिल की समस्याओं का संकेत भी हो सकता है। इसे नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर की सलाह लें व उपचार कराएं।