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हार्ट डिजीज डिसऑर्डर्स का निदान (Diagnosis of heart valve disease)
हार्ट वॉल्व डिसऑडर्स (Heart Valve Disorders) के निदान के लिए डॉक्टर स्टेथोस्कोप से रोगी की दिल की धड़कन को जांचेंगे। यह हार्ट वॉल्व डिसऑडर्स (Heart Valve Disorders) के निदान का पहला स्टेप है। इसके साथ ही आपकी मेडिकल हिस्ट्री और अन्य लक्षणों को भी पूछा जाएगा। हार्ट मर्मर (Heart Murmur) जो हार्ट की एक एब्नार्मल आवाज है, अक्सर वॉल्व; रिगर्जटेशन(Valve Regurgitation) या स्टेनोसिस के कारण हो सकती है। वॉल्व के रोग और वॉल्व डैमेज के बारे में जानने के लिए डॉक्टर आपको यह टेस्ट कराने के लिए कह सकते हैं
- इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (Electrocardiogram)
- इकोकार्डियोग्राम (Echocardiogram )
- ट्रांसइसोफेजिअल इकोकार्डियोग्राम (Transesophageal Echocardiogram )
- चेस्ट एक्स-रे (Chest X-ray)
- कार्डियक कैथेटेराइजेशन (Cardiac Catheterization)
- मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग (Magnetic Resonance Imaging )
हार्ट वॉल्व डिसऑर्डर का उपचार (Treatment for Heart Valve Disorders)
कुछ मामलों में डॉक्टर कुछ समय के लिए हार्ट वॉल्व से संबंधित समस्याओं को मॉनिटर करते हैं। हालांकि, हार्ट वॉल्व डिसऑर्डर्स (Heart Valve Disorders) के उपचार के लिए दवाइयां, सर्जरी से लेकर वॉल्व की रिपेयर या रिप्लसेमैंट भी किए जा सकते हैं। हार्ट वॉल्व डिसऑर्डर के प्रकार के अनुसार ही इसका उपचार संभव है जो इस तरह से है
दवाइयां (Medicines)
दवाइयां हार्ट वॉल्व डिसऑर्डर्स (Heart Valve Disorders) को सही नहीं करती हैं। लेकिन यह लक्षणों से छुटकारा पाने का अच्छा तरीका है। यह दवाइयां इस प्रकार हैं:
- बीटा ब्लॉकर्स (Beta-blockers), डिजोक्सिन (digoxin) और कैल्शियम चैनल ब्लॉकर्स, हार्ट रेट को कंट्रोल कर के और असामान्य हार्ट रिदम को दूर करके हार्ट वॉल्व डिसऑर्डर्स (Heart Valve Disorders) के लक्षणों को कम करने में मदद करती हैं।
- ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने वाली दवाइयां जैसे डाइयुरेटिक्स (Diuretics) या वासोडिलेटर (Vasodilator) का प्रयोग किया जा सकता है, ताकि हार्ट का काम आसान हो सके।
सर्जरी (Surgery)
सर्जरी की जरूरत खराब वॉल्व की रिपेयर या उन्हें रिप्लेस करने के लिए पड़ सकती है। सर्जरी में यह सब शामिल है:
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हार्ट वॉल्व रिपेयर (Heart Valve Repair)
कुछ मामलों में खराब वॉल्व की सर्जरी से लक्षण कम किए जा सकते हैं। जैसे हार्ट वॉल्व रिपेयर सर्जरी जिसमें रिमॉडलिंग एब्नार्मल वॉल्व टिश्यू शामिल है, ताकि वॉल्व सही से काम करे। प्रोस्थेटिक रिंग्स (prosthetic rings) का प्रयोग भी किया जा सकता है, ताकि डिलेटेड वॉल्व को नेरौ या तंग करने में मदद मिले। कई मामलों में, हृदय वॉल्व की रिपेयर एक बेहतर तरीका माना जाता है, क्योंकि इसमें रोगी के स्वयं के ऊतकों का उपयोग किया जाता है।
हार्ट वॉल्व रिप्लेसमेंट (Heart Valve Replacement)
जब हार्ट वॉल्व बहुत अधिक खराब हो जाते हैं तो उन्हें नए वॉल्व के साथ रिप्लेस कर दिया जाता है। यह रिप्लेसमेंट वॉल्व वो टिश्यू वॉल्व हो सकते हैं, जिनमें जानवरों और डोनटेड ह्यूमन एओर्टिक वॉल्व (Donated Human Aortic Valve) शामिल है। यह मैकेनिकल वॉल्व भी हो सकते हैं जो मेटल, प्लास्टिक या अन्य आर्टिफिशियल मटेरियल से बने होते हैं। .
लेकिन, कुछ वॉल्व रोगों जैसे एओर्टिक वॉल्व स्टेनोसिस (Aortic Valve Stenosis) या माइट्रल वॉल्व रीग्रेजेशन (Mitral Valve Regurgitation) का गैर-सर्जिकल तरीकों से भी इलाज किया जा सकता है। एक अन्य उपचार जो वॉल्व रिपेयर या रिप्लेसमेंट की तुलना में कम प्रभावी है, उसे बैलून वॉल्वुलोप्लास्टी (Balloon Valvuloplasty) कहा जाता है। यह एक नॉन सर्जिकल तरीका है। इस का उपयोग कभी-कभी पल्मोनरी स्टेनोसिस और कुछ मामलों में, एओर्टिक स्टेनोसिस (Aortic Stenosis) के इलाज के लिए किया जाता है।
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हार्ट वॉल्व डिसऑर्डर्स को मैनेज करने के लिए जीवनशैली में क्या बदलाव करें? (Heart Valve Disorders and Change in Lifestyle)
अपने हार्ट को हेल्दी बनाने और हार्ट वॉल्व डिसऑर्डर्स (Heart Valve Disorders) को मैनेज करने के लिए आप अपने लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव ला सकते हैं। यह बदलाव आपकी दिनचर्या या खानपान से जुड़े हो सकते हैं। जानिए इनके बारे में विस्तार से:
हार्ट वॉल्व डिसऑर्डर्स: एल्कोहॉल का कम या बिलकुल भी सेवन न करें (Avoiding or Limiting Alcohol)
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (American Heart association) के अनुसार अगर आप एल्कोहॉल का सेवन करते हैं, तो इससे हार्ट संबंधित रोगों को बढ़ावा मिलता है। इसलिए, एल्कोहॉल का बिलकुल भी सेवन न करें या इसका सेवन सीमित मात्रा में करें।
रोजाना तरल की मात्रा को नोटिस करें (Notice Daily Fluid Intake)
यदि आपको हार्ट फेलियर की समस्या है, तो आपके शरीर में तरल की मात्रा बनाए रखना सामान्य है। इसलिए आपके डॉक्टर आपके लिक्विड इन्टेक को सीमित करने की सिफारिश कर सकते हैं। अपने डॉक्टर से सलाह लें कि आपको रोजाना कितनी मात्रा में तरल पदार्थों को लेना है।
हार्ट वॉल्व डिसऑर्डर्स: खाएं हार्ट हेल्दी डायट (Eating a Heart-Healthy Diet)
अपने दिल को स्वस्थ रखने के लिए विभिन्न फल और सब्जियों, लौ फैट या फैट फ्री डेयरी प्रोडक्ट्स जैसे साबुत अनाज, मछली आदि का सेवन करना चाहिए। लेकिन, अधिक चीनी या नमक, सैचुरेटेड या ट्रांस फैट का सेवन करने से बचें।
हार्ट वॉल्व डिसऑर्डर्स: वजन को रखें सही (Maintaining a Healthy Weight)
अगर आपका वजन अधिक होगा तो इससे आपके दिल को नुकसान हो सकता है। इसके लिए आप व्यायाम,योग आदि करें। डॉक्टर की सलाह भी ले सकते हैं।
नियमित शारीरिक गतिविधियां हैं जरूरी (Regular Physical Activities)
शारीरिक रूप से एक्टिव रहना बेहद जरूरी है। इसके लिए दिन में कम से कम तीस मिनट निकालें। इस समय सैर करें, साइकिलिंग करें, कोई खेल खेलें।

हार्ट वॉल्व डिसऑर्डर्स: तनाव से बचें (Managing Stress)
खुद और अपने दिल को फिट रखने के लिए तनाव से बचना जरूरी है। इसके लिए आप मेडिटेशन या योग कर सकते हैं या अपने परिवार और दोस्तों के साथ अच्छा समय व्यतीत करें।
हार्ट वॉल्व डिसऑर्डर्स से है बचना तो, कैफीन से दूर रहने में ही है भलाई (Avoid Caffeine)
अगर आप कैफीन के शौकीन हैं तो दिल की समस्याओं से बचने के लिए आपके लिए इससे दूरी बनाना भी बेहद जरूरी है।
तम्बाकू छोड़ दें (Avoid Tobacco)
अगर आप धूम्रपान करते हैं या तम्बाकू का सेवन करते हैं तो उसे छोड़ दें। इसके लिए आपके डॉक्टर भी आपका मार्गदर्शन कर सकते हैं।
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हार्ट वॉल्व डिसऑर्डर्स (Heart Valve Disorders) एक लाइफलॉन्ग स्थिति है। इस समस्या की जटिलताओं से बचने के लिए लक्षणों का ध्यान रखें और अगर आपको कोई भी लक्षण नजर आता है तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। अगर आपको इससे संबंधित कोई समस्या है, तो जरूरी है कि आप भविष्य में हार्ट संबंधी समस्या न हो, इस बात को लेकर सचेत रहें व पूरी सावधानियां बरतें। इसके लिए अपने डॉक्टर की सलाह का पालन करना और हेल्दी हैबिट्स अपनाना बेहद आवश्यक है।