और पढ़े:जानें, फेशियल योगा से कैसे स्किन को टाइट करें
रक्त के प्रवाह में मददगार (Helpful in blood flow)
वॉकिंग मेडिटेशन (Walking meditation) करने से वाले लोगों का ब्लड फ्लो बहुत अच्छे से काम करता है। वॉकिंग मेडिटेशन खास करने वाले लोगों में पैर की समस्या नहीं होती है। वाकिंग मेडिटेशन करने से आपके पैरों से सुस्ती दूर होती है और पैरों की सुकुड़न भी दूर होती है। यह उन लोगों के लिए ज्यादा बेहतर माना जाता है जो लोग लंबे समय तक बैठकर काम करते रहते हैं। शरीर की ऊर्जा बढ़ाने का यह एक बेहतर तरीका है।
खुद को जानने में मदद
जब हम वॉकिंग मेडिटेशन (Walking meditation) करते समय माइंडफुलनेस पर ध्यान केंद्रित करते हैं। इस दौरान हम अपनी बॉडी महसूस कर पाते हैं। अपने पैरों को हाथों को जिन्हें हमने फ्री छोड़ दिया है। हम इसमें पूरी तरह से अपने शरीर को जानने और समझने लगते हैं। ऐसा भी महसूस होता है की हम अपने शरीर के लिए अब कुछ कर रहे हैं।
मधुमेह के रोगियों के लिए बेहतर
मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए यह बहुत फायदेमंद हो सकता है। ये आपको बल्ड शुगर लेवल बनाए रखने में मदद करता है। डॉक्टर भी आपको इसकी सलाह देते हैं।
अपने लिए समय निकाले
वॉकिंग मेडिटेशन (Walking meditation) करने के बहाने ही सही लेकिन इसमें आपको अपने लिए थोड़ा समय मिल जाता है।
और पढ़ें:रोज करेंगे योग तो दूर होंगे ये रोग, जानिए किस बीमारी के लिए कौन-सा योगासान है बेस्ट
पाचन शक्ति
वॉकिंग मेडिटेशन करने वाले लोगों के पाचन शक्ति की कार्य क्षमता बहुत मजबूत होती है। यदि आप खाना खाने के बाद वॉकिंग मेडिटेशन करते हैं, तो ये आपकी योग शक्ति के साथ-साथ आपके हेल्थ के लिए बहुत अच्छा माना जाता है इससे आपको पेट में एसिडिटी की समस्या पैदा नहीं होती है।
प्रकृति से जुड़ना
जब हम पूरी तरह से अपना पूरा ध्यान माइंडफुलनेस पर केंद्रित करते हैं, तो कहीं न कहीं हम प्रकृति से जुड जाते हैं। जो लोग अपना 100 प्रतिशत देकर यह क्रिया करते हैं। वो पूरी तरह से अपने आपको प्रृकति से जुड़ा हुआ महसूस करते हैं।
गुस्से पर कंट्रोल (Anger control)
वॉकिंग मेडिटेशन (Walking meditation) करने से आप अपने गुस्से पर कंट्रोल करना सीख जाएंगे। ये आपका दिमाग शांत रखने में आपकी मदद करता है।
स्ट्रेस कम करने में मददगार
आपके पर्सनल लाइफ में कई तरह की समस्याएं चलती रहती है। ऐसे में अगर आप वॉकिंग (Walking meditation) मेडिटेशन करते हैं तो इससे स्ट्रेस रिलीज होने में मदद मिलती है।
एकाग्रता की शक्ति
माइंडफुलनेस पर ध्यान केंद्रित करने से आपक एकाग्रता शक्ति बढ़ती है। जब आप किसी कार्य को एकाग्रचित से करने के बारे में सोचेगें। उस समय आपको इसका अनुभव होगा की आपकी एकाग्रता में परिवर्तन हुआ है।
प्रैक्टिकल रुप से जागरुक
यदि आप वॉकिंग मेडिटेशन या किसी प्रकार के मेडिटेशन को करते हैं। इस दौरान आप अपने उम्र के बाकी लोगों की तुलना में अपने आपको मेच्योर महसूस करेंगे।
और पढ़ें:पीठ दर्द में योगा है आवश्यक
वॉकिंग मेडिटेशन (Walking meditation) करने की प्रैक्टिस कैसे करें?
सही जगह का चुनाव
यदि आप वॉकिंग मेडिटेशन प्रैक्टिस करना चाहते हैं। इसके लिए आपको सबसे पहले ऐसा पार्क,किनारा,रोड़,गार्डेन,आंगन,छत या कोई इस प्रकार की जगह जो आपके आस-पास हो जहां आप आसानी से जाकर शांत होकर वॉकिंग मेडिटेशन प्रैक्टिस कर सके ऐसी जगह आपको ढ़ुढने की जरुरत है। वैसे तो घर के अंदर अभ्यास करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है क्योंकि ऐसे में आप अपने कार्य से विचलित नहीं होगें और सीधे तौर पर माइंडफुलनेस पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
माइंडफुलनेस बनाए रखें
भले ही आप वॉक कर रहें हो, लेकिन आपका ध्यान एक जगह पर स्थित होना चाहिए। इस दौरान न केवल अपने शारीरिक बदलाव बल्कि अपने भावनाओं, विचारों और मनोदशाओं पर भी जरुर ध्यान दें। इस दौरान हो रहे कुछ मानसिक बदलाव आपको अपने आप उजागर होकर दिखाई नहीं देगें। आपको ध्यान देकर उनको समझना होगा कि आपके अंदर क्या बदलाव हो रहें हैं।