आंखों के लिए योग 4. सर्वांगासन
आंखों के लिए योग में सर्वांगासन करना न केवल हमारी आंखों के लिए बल्कि पूरे शरीर के लिए लाभदायक है। इस योगासन से शरीर के सभी अंगों का व्यायाम होता है। इसलिए, इसका नाम सर्वांगासन है। मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी यह आसन लाभदायक है।
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कैसे करें?
- इस आसन को करने के लिए सबसे पहले किसी शांत जगह पर योगमैट या दरी बिछाएं।
- उस पर पीठ के बल लेट जाएं।
- अपने पैरों को जोड़ कर रखें और हाथों को शरीर के साथ चिपका कर जमीन पर रखें।
- अब सांस अंदर लें और अपने पैरों को धीरे-धीरे ऊपर की तरफ उठाएं।
- अपने पैरों को 120 डिग्री तक ले जाएं और अगर हो सके तो 90 डिग्री तक भी ले जा सकते हैं।
- इसके लिए, आप अपने हाथों की मदद भी ले सकते हैं। बस अपनी कोहनियों को जमीन पर लगा कर रखें।
- अपने पैरों को सीधा रखें।
- अपने हाथों के सहारे अपने शरीर का संतुलन बनाए रखें।
- कुछ देर इसी पोजीशन में रहने के बाद सांस छोड़ते हुए इस आसन से बाहर आ जाएं।
- ऐसे ही इस योगासन को दोहराएं।
आंखों के लिए योग 5. भ्रामरी प्राणायाम
भ्रामरी प्राणायाम आंखों की रोशनी को बढ़ाने का अच्छा तरीका है। इससे दूर और पास की दृष्टि के दोष दूर हो जाते हैं। यहां भ्रामरी का अर्थ है मधुमक्खी क्योंकि, इस योग को करते हुए सांस जब छोड़ते हैं, तो मधुमक्खी जैसी आवाज निकलती है। इस योग से तनाव भी दूर होता है।
कैसे करें?
- भ्रामरी प्राणायाम करते हुए सबसे पहले एक आसन पर आराम से बैठ जाएं।
- अपने दोनों हाथों को अपने कानों के पास ले आएं और आंखों को बंद कर लें।
- अब हाथों के अंगूठों से अपने दोनों कानों को बंद कर लें।
- इस आसन को करते हुए कमर, गर्दन और सिर सब सीधे होने चाहिए।
- अब अपने हाथों की एक उंगली को अपने माथे पर भोहों के ऊपर रख दें और बाकी बची उंगलियों को आंखों पर रखें।
- ध्यान रहे कि आपकी उंगलियों का दबाव अधिक न हो।
- अब अपनी आंखों पर रखी उंगलियों से नाक को हल्का से दबाएं और नाक से सांस अंदर लें।
- अब धीरे-धीरे सांस बाहर छोड़ें।
- सांस बाहर छोड़ते हुए मधुमक्खी जैसी आवाज आएगी।
- इस आसन से बाहर आएं और दोहराएं।
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आंखों के लिए योग 6. शवासन
शवासन करना बहुत ही आसान है क्योंकि, इसमें एक जगह केवल लेटना ही होता है। इस आसन को करने वाले की पोजीशन मृत शरीर की तरह होती है इसलिए, इसका नाम शवासन है। आंखों की रोशनी के साथ-साथ हमारे मस्तिष्क के लिए भी यह आसन उपयोगी है।
कैसे करें?
- इस आसन को करने के लिए सबसे पहले किसी शांत जगह पर दरी बिछाकर पीठ के बल लेट जाएं
- अपने मन को शांत रखें और पैरों के बीच थोड़ा फासला रखें।
- अपने हाथों को अपने शरीर के बगल में रख लें।
- आपका शरीर इस दौरान पूरा ढीला होना चाहिए।
- इस आसन के दौरान आपको बिलकुल भी हिलना-डुलना नहीं है।
- कुछ देर के लिए इसी मुद्रा में रहे और उसके बाद इससे बाहर आ जाएं।
आंखों के लिए योग 7. त्राटक
आंखों के लिए योग में इस व्यायाम को करने के लिए आप एक मोमबत्ती के आगे ध्यान की मुद्रा में बैठ जाएं। मोमबत्ती को अपनी छाती जितनी ऊंचाई के बराबर और सामने की दिशा में एक हथेली की दूरी पर रखें। इसकी लौ स्थिर होनी चाहिए। कुछ देर तक इस लौ को एकाग्रता से देखें और फिर धीरे से अपनी आंखें बंद कर लें। अब उस तस्वीर पर अपना ध्यान केंद्रित करें ,जो बंद आंखों से आपके सामने बन रही हो। इस व्यायाम को तीन बार दोहराएं। आप त्राटक का अभ्यास काले कागज पर सफेद पॉइंट या सफेद कागज पर काले पॉइंट के साथ भी कर सकते हैं। यह व्यायाम आंखों को साफ़ करता है और इसके साथ ही आंखों की मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं। आंखों की रोशनी और याददाश्त बढ़ाने में भी यह व्यायाम काफी कारगर है। इससे एकाग्रता बढ़ती है इसलिए स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए यह व्यायाम विशेष रूप से लाभदायक है।
इन योग क्रियाओं और योगासनों के अलावा अनुलोम-विलोम प्रणायाम भी आंखों के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। इन सबसे आंखों की मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं। आंखों के स्वास्थ्य के लिए अपने आहार पर भी ध्यान दें। आपकी आंखों को कोई नुकसान न हो, इसके लिए पूरी सावधानियां बरतें क्योंकि स्वस्थ आंखों से हम इस खूबसूरत दुनिया को देख सकते हैं।