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निदान
पल्मोनरी फाइब्रोसिस का निदान (Pulmonary fibrosis diagnosis) कैसे किया जाता है?
पल्मोनरी फाइब्रोसिस (Pulmonary Fibrosis) कई तरह के लंग डिसीज में से एक है। चूकि फेफड़ों की बीमारी कई तरह की होती है, इसलिए डॉक्टर के लिए पल्मोनरी फाइब्रोसिस (Pulmonary Fibrosis) की पहचान कर पाना मुश्किल हो जाता है। कई बार पल्मोनरी फाइब्रोसिस के लक्षणों को अस्थमा, निमोनिया और ब्रोनकाइटिस समझ लिया जाता है। आमतौर पर पल्मोनरी फाइब्रोसिस के निदान के लिए डॉक्टर आपके लक्षणों के आधार पर कई तरह के टेस्ट की सलाह दे सकता हैः
सीने का एक्स-रे- इसमें सीने के अंदर की छवि दिखती है जिससे डॉक्टर को निदान में आसानी होती है।
एक्साइज टेस्ट- आपको ट्रेडमील या स्टेशनरी बाइक चलाने के लिए कहा जाता है और इस दौरान आपके ब्लड में ऑक्सीजन फ्लो की जांच की जाती है।
हाई रेज्यूलोशन चेस्ट सीटी- यह पावरफुल एक्स-रे फेफड़ों की साफ तस्वीर लेता है, जिससे बीमारी का पता करने में डॉक्टर को मदद मिलती है।
बायोप्सी- डॉक्टर फेफड़े के छोटे से टिशू को निकालकर बयोप्सी टेस्ट करता है। जिससे फेफड़े की स्थिति के बारे में सटीक जानकारी मिलती है।
प्लस ऑक्सिमेट्री और आर्टेरियल ब्लड गैस टेस्ट- यह रक्त में मौजूद ऑक्सीजन की मात्रा को मापता है।
स्पिरोमेट्री- स्पिरोमेट्री एक उपकरण है जिससे जुड़े माउथपीस में आपको जोर से फूंक मारनी होती है। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि इस बात की जांच की जा सके कि आपके फेफड़े कितनी अच्छी तरह काम कर रहे हैं।
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उपचार
पल्मोनरी फाइब्रोसिस (Pulmonary Fibrosis) का उपचार कैसे किया जाता है?
फेफड़ों को हुई क्षति को तो ठीक नहीं किया जा सकता, लेकिन उपचार से आपको ठीक तरह से सांस लेने में मदद मिलेगी और इस बीमारी के विकास को धीमा किया जा सकता है।
पल्मोनरी फाइब्रोसिस (Pulmonary Fibrosis) को मैनेज करने के लिए किए जाने वाले उपचार में शामिल हैः