हमेशा 5 मिनट की स्ट्रेचिंग करें। इसके बाद एक्सरसाइज करें। एक्सरसाइज के बाद बॉडी को कूल डाउन करने का समय दें। बहुत थकने से पहले छोटा ब्रेक लें। यदि आप थका हुआ महसूस करते हैं या दिल से संबंधित कोई लक्षण दिखाई दे रहें हैं, तो रुकें। आप जो व्यायाम कर रहे हैं, उसके लिए आरामदायक कपड़े पहनें।
मौसम का रखें ध्यान
गर्म मौसम में सुबह या शाम व्यायाम करें। कपड़े की बहुत अधिक लेयर्स न पहनें। आप वॉक के लिए किसी इनडोर शॉपिंग मॉल या जिम भी जा सकते हैं। जब ठंड हो तो बाहर व्यायाम करते समय अपनी नाक और मुंह को ढक लें। अगर मौसम बाहर व्यायाम करने के लिए बहुत ठंडा या बर्फीला हो तो किसी इनडोर शॉपिंग मॉल में जाएं। अपने डॉक्टर से पूछें कि क्या ठंडा वातावरण आपके लिए व्यायाम के लिए ठीक है।
हार्ट डिजीज के मरीजों के लिए एक्सरसाइज का महत्व: ये भी जान लें
रेजिस्टेंस ट्रेनिंग ताकत में सुधार कर सकती है और मांसपेशियों को एक साथ बेहतर तरीके से काम करने में मदद कर सकती है। इससे दैनिक गतिविधियों को करना आसान हो सकता है। ये एक्सरसाइज आपके लिए अच्छी हैं, लेकिन ध्यान रखें कि ये आपके दिल की उतनी मदद नहीं करती हैं जैसे एरोबिक एक्सरसाइजेज करती हैं। पहले अपने डॉक्टर के साथ वेट ट्रेनिंग रूटीन के बारे में चर्चा। आराम से शुरुआत करें, और बहुत तनाव ना लें। दिल की बीमारी होने पर ज्यादा मेहनत करने से अच्छा है कि हल्का व्यायाम करें।
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उम्मीद करते हैं कि आपको हार्ट डिजीज के मरीजों के लिए एक्सरसाइज का महत्व (Importance of exercise for heart disease patients) क्या है इससे संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।