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हार्ट डिजीज में एसेंशियल ऑयल्स का प्रयोग कितना सुरक्षित है, जानिए

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. हेमाक्षी जत्तानी · डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist


Bhawana Awasthi द्वारा लिखित · अपडेटेड 15/12/2021

    हार्ट डिजीज में एसेंशियल ऑयल्स का प्रयोग कितना सुरक्षित है, जानिए

    एसेंशियल ऑयल्स के बारे में आपने सुना ही होगा। नैशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एनवायर्नमेंटल हेल्थ साइंसेज (National Institute of Environmental Health Sciences) के अनुसार एसेंशियल ऑयल्स को मैकेनिकल प्रेसिंग (Mechanical Pressing) या डिस्टिलेशन (Distillation) द्वारा प्राप्त किया जाता  है। हर एसेंशियल आयल की अपनी अलग केमिकल कॉम्पोसिशन होती है। यह केमिकल कॉम्पोसिशन इस तेल में प्रयोग किए गए प्लांट के अनुसार अलग होती है। क्या आप जानते हैं कि हार्ट डिजीज के लिए एसेंशियल ऑयल्स (Essential oils for Heart Disease) का प्रयोग किया जाता है? अगर नहीं तो आइए जानते हैं हार्ट डिजीज के लिए एसेंशियल ऑयल्स (Essential oils for Heart Disease) के बारे में विस्तार से। सबसे पहले जान लेते हैं कि एसेंशियल ऑयल्स क्या होते हैं?

    एसेंशियल ऑयल्स (Essential oils) क्या हैं ?

    अगर आसान भाषा में एसेंशियल आयल के बारे में बताया जाए तो यह तेल प्लांट बेस्ड और वोलेटाइल होते हैं। इनमें केमिकल कंपाउंड्स पाए जाते हैं और इसके साथ ही उसमें प्लांट के अरोमा की विशेषताएं भी होती हैं। सामान्य जीवन में अधिकतर जो एसेंशल ऑयल्स प्रयोग होते हैं वो हैं क्लोव आयल (Clove oil), टी ट्री आयल (Tea tree oil), यूकेलिप्टस आयल (Eucalyptus oil) आदि। अब जानते हैं कि एसेंशियल आयल का प्रयोग किस तरह से किया जाता है?

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    एसेंशियल आयल का प्रयोग किस तरह से किया जाता है? (Use of Essential oils)

    एसेंशियल आयल का प्रयोग सामान्यतया अरोमाथेरेपी (Aromatherapy) में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए किया जाता है। अरोमाथेरिपी एक हीलिंग ट्रीटमेंट को कहा जाता है, जिसमें मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रमोट करने के लिए नैचुरल प्लांट एक्सट्रैक्ट्स (Natural Plant Extracts) का प्रयोग किया जाता है। इसे कई बार एसेंशियल आयल थेरिपी (Essential oil therapy) भी कहा जाता है। इसमें एसेंशियल ऑयल्स का प्रयोग कर के बॉडी, माइंड और स्पिरिट के स्वस्थ्य को सुधारा जाता है। इसमें एसेंशियल ऑयल्स का प्रयोग किया जाता है, जिसे प्राकृतिक चीजों जैसे प्लांट के पत्तों, प्लांट सीड्स, फूलों आदि से प्राप्त किया जाता है।

    एसेंशियल ऑयल्स को त्वचा में लगाया जाता है, इसके साथ मालिश की जाती है या इसे इन्हेल किया जाता है। अन्य तरीकों से भी इसका उपयोग किया जा सकता है। हालांकि, एरोमाथेरेपी को कई सालों से अपनाया जाता रहा है, इसकी मेडिकल वैल्यू के बारे में भी अभी सही सुबूत या जानकारी नहीं है। लेकिन कुछ हेल्थ कंडिशंस में यह थेरेपी सहायता कर सकती है। हार्ट डिजीज के लिए एसेंशियल ऑयल्स (Essential oils for Heart Disease) को लाभदायक माना जाता है। जानिए, हार्ट डिजीज के लिए कौन से एसेंशियल ऑयल्स का प्रयोग किया जा सकता है?

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    हार्ट डिजीज के लिए एसेंशियल ऑयल्स (Essential oils for Heart Disease)

    एसेंशियल ऑयल्स को इन्हेल या त्वचा पर लगा कर प्रयोग किया जाता है, लेकिन इन्हें सीधे तौर पर त्वचा पर प्रयोग नहीं करना चाहिए। इस बारे में कोई प्रूफ नहीं है कि अरोमाथेरिपी हार्ट डिजीज के लिए लाभदायक है, लेकिन इस बात के सुबूत हैं कि यह थेरेपी एंग्जायटी और स्ट्रेस को दूर करने में प्रभावी है, जो हाय ब्लड प्रेशर के रिस्क फैक्टर हैं। आइए जानते हैं हार्ट डिजीज के लिए एसेंशियल ऑयल्स (Essential oils for Heart Disease) कौन-कौन से हैं:

    हार्ट डिजीज के लिए एसेंशियल ऑयल्स: तुलसी (Basil)

    इस हर्ब का प्रयोग कई खाद्य पदार्थों के स्वाद को बढ़ाने के लिए किया जाता है जैसे सूप, नींबू पानी, पिज्जा आदि। यही नहीं कई समस्याओं से राहत पाने में भी इसका प्रयोग होता है जैसे सर्दी-जुकाम खांसी आदि। इसमें विटामिन के (Vitamin K) और मैग्नीशियम (Magnesium) होते हैं। ऐसा माना जाता है कि तुलसी के पत्तों के एक्सट्रेक्ट का बैड कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने के लिए प्रयोग किया जाता है। जिसे लो-डेंसिटी लिपोप्रोटीन (Low-density lipoprotein) कहा जाता है। लो-डेंसिटी लिपोप्रोटीन आर्टरी वॉल्स के साथ फैट मॉलिक्यूल्स डिपोसिट कर के एथेरोस्क्लेरोसिस (Atherosclerosis) में प्रमुख भूमिका निभाता है। यानी, तुलसी का प्रयोग हार्ट डिजीज की स्थिति में करना लाभदायक माना गया है।

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    कैशीया (Cassia)

    हार्ट डिजीज के लिए एसेंशियल ऑयल्स (Essential oils for Heart Disease) में दूसरा है कैशीया आयल। यह तो आप जानते हैं कि ब्लड शुगर लेवल को मेंटेन करने से न केवल डायबिटीज को दूर करने में मदद मिलती है। लेकिन, इसके साथ ही यह हार्ट डिजीज को मैनेज करने में भी लाभदायक हो सकता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि अनियंत्रित हाय ब्लड ग्लूकोज आर्टरी वॉल्स पर बनने वाले प्लाक की मात्रा को बढ़ा सकता है। लेकिन कैशीया फ्लावर एक्सट्रेक्ट ब्लड ग्लूकोज लेवल को कम करने में मददगार हो सकता है, जिससे हार्ट डिजीज की संभावना को कम करने में भी आसानी होगी।

    क्लेरी सेज (Clary sage)

    कोरिया में हुई रिसर्च के अनुसार इस चौड़े पत्तों वाले पौधे के सफेद और पिंक रंग के फूलों के आयल वेपर्स, सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर (Systolic blood pressure) को कम करने में मददगार है। हाय ब्लड प्रेशर हार्ट डिजीज का मुख्य कारण है। अगर ब्लड प्रेशर कम होगा, तो हृदय संबंधी समस्याओं का जोखिम भी कम होगा।

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    हार्ट डिजीज के लिए एसेंशियल ऑयल्स: साइप्रेस (Cypress)

    यह बात साबित हो चुकी है कि स्ट्रेस और एंग्जायटी का ब्लड प्रेशर और हार्ट हेल्थ पर सीधा प्रभाव पड़ता है। साइप्रेस ऑयल को अरोमाथेरिपी मसाज में प्रयोग किया जाता है, जिससे आराम मिलता है और थकावट से भी छुटकारा मिलता है।

    हार्ट डिजीज के लिए एसेंशियल ऑयल्स में यूकेलिप्टस (Eucalyptus)

    हार्ट डिजीज के लिए एसेंशियल ऑयल्स (Essential oils for Heart Disease) में अगला आयल है यूकेलिप्टस जिसे नीलगिरी के नाम से भी जाना जाता है। इस आयल को आमतौर पर सर्दी-जुकाम के लिए प्रयोग किया जाता है। लेकिन यह दिल के लिए भी लाभदायक है। ऐसा माना जाता है कि इस आयल को इन्हेल करने से ब्लड प्रेशर लो रहने में मदद मिलती है। ब्लड प्रेशर के लो होने पर दिल का स्वस्थ रहना आसान हो जाता है।

    अदरक ऑयल (Ginger Oil)

    अदरक का ऑयल सुनने में थोड़ा अजीब लगता है क्योंकि हम अक्सर अदरक का प्रयोग अपने आहार में करते हैं। यह तो आप जानते ही होंगे कि अदरक में एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं। पेट की कई समस्याओं को दूर करने में इसका प्रयोग किया जाता है। लेकिन, इसका प्रयोग एसेंशियल ऑयल के रूप में भी किया जाता है और ऐसा माना जाता है कि दिल के लिए यह लाभदायक है।

    हार्ट डिजीज के लिए एसेंशियल ऑयल्स (Essential oils for Heart Disease)

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    हार्ट डिजीज के लिए एसेंशियल ऑयल्स: रोज ऑयल (Rose Oil )

    रोज ऑयल में शांती और आराम पहुंचाने के गुण हो सकते हैं। ऐसा माना जाता है कि स्किन पर रोज ऑयल को लगाने से ब्लड प्रेशर, हार्ट रेट, ब्रीदिंग रेट और स्किन के टेंपरेचर को कम होने में मदद मिलती है। यानी, हार्ट डिजीज में इस ऑयल का प्रयोग करना लाभदायक हो सकता है। यह तो थी  हार्ट डिजीज के लिए एसेंशियल ऑयल्स (Essential oils for Heart Disease) के बारे में जानकारी। लेकिन यह जानना भी जरूरी है कि इन ऑयल्स का प्रयोग किस तरह से करना चाहिए। एसेंशियल ऑयल्स का प्रयोग इस तरह से किया जाता है:

    • फ्रेग्रेन्स फ्री बॉडी लोशन में इसे मिक्स कर के
    • केरियर ऑयल जैसे कोकोनट आयल या स्वीट आल्मंड ऑयल में कुछ बूंदे एसेंशियल आयल की ड़ाल कर मालिश कर के
    • डिफ्यूज़र या ऑयल बर्नर के साथ एसेंशियल ऑयल को प्रयोग कर के
    • नहाने के लिए गर्म पानी में इसकी कुछ बूंदे ड़ाल कर
    • बोतल से सीधा इसकी खुशबु ले कर

    लेकिन, इनका प्रयोग करने से पहले आपको अपने डॉक्टर या किसी एक्सपर्ट की सलाह लेनी चाहिए क्योंकि हो सकता है हर दवाई, सप्लीमेंट या प्राकृतिक चीजों का भी कोई न कोई साइड-इफेक्ट अवश्य होता है। डॉक्टर से सलाह ले कर सुनिश्चित कर लें कि यह आपके लिए सुरक्षित हैं या नहीं। जानिए हार्ट डिजीज के लिए एसेंशियल ऑयल्स (Essential oils for Heart Disease) से जुड़े रिस्क्स के बारे में।

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    हार्ट डिजीज के लिए एसेंशियल ऑयल्स के रिस्क्स (Risks of Essential Oil)

    अगर एसेंशियल ऑयल का प्रयोग सही तरीके से किया जाए, तो इसके कोई मेजर रिस्क नहीं है। फ़ूड और ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (The Food and Drug Administration) के अनुसार भी अधिकतर एसेंशियल ऑयल्स को सुरक्षित माना गया है। लेकिन फिर इनका प्रयोग करते हुए इन सावधानियों को बरतना जरूरी है। कुछ लोग इनका प्रयोग करने के बाद इन समस्याओं का अनुभव कर सकते हैं:

  • त्वचा में समस्या (Skin Irritation)
  • आंखों में दर्द, सूजन और परेशानी (Eye pain, Soreness or Irritation)
  • लगातार खांसी (Persistent Cough)
  • जी मचलना और उल्टी आना (Nausea and Vomiting)
  • अनिद्रा (Drowsiness)
  • हल्की सांस लेना (Shallow Breathing)
  • सीज़र्स (Seizures)
  • कोमा (Coma)
  • किन्हीं गंभीर हेल्थ इश्यूज जैसे अस्थमा, अगर आप कोई सप्लीमेंट या दवाई का सेवन कर रहे हैं, तो एसेंशियल ऑयल का प्रयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना कभी न भूलें। इसके साथ ही इन चीजों का भी ध्यान रखें।

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    हार्ट डिजीज के लिए एसेंशियल ऑयल्स के प्रयोग से पहले बरतें यह सावधानियां

    एसेंशियल ऑयल्स का कभी भी सेवन न करें, उनका प्रयोग हमेशा एक्सटर्नली करें। इसके साथ ही कुछ सावधानियों को अवश्य बरतें। अगर आप हार्ट डिजीज के लिए एसेंशियल ऑयल्स (Essential oils for Heart Disease) का प्रयोग कर रहे हैं तो इन चीजों का ध्यान अवश्य रखें:

  • हमेशा एसेंशियल ऑयल स्किन पर लगाने से पहले केरियर ऑयल (Carrier oil)  के साथ डायल्यूट कर लें। ऐसा न करने पर यह आपकी स्किन के लिए परेशानी भरे साबित हो सकते हैं।
  • अस्थमा, माइग्रेन और सिरदर्द के रोगियों को इन एसेंशियल ऑयल्स को सूंघने से बचना चाहिए।
  • एसेंशियल ऑयल्स का प्रयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से पूछना भी जरूरी है।
  • आंखों के नजदीक इन ऑयल्स का प्रयोग करने से बचें। अगर यह ऑयल आंखों में चला जाता है तो अपनी आंखों को पानी से धो लें और डॉक्टर से संपर्क करें।
  • अगर आप एसेंशियल ऑयल का प्रयोग करना चाहते हैं, तो किसी अच्छे ब्रांड का ही प्रयोग करें और इस बात को सुनिश्चित कर लें कि वो एक्सपायर्ड न हो।
  • इन्हें बच्चों और जानवरों की पहुंच से दूर रखें।
  • गर्भवती महिलाओं, बच्चों और जानवरों के लिए यह ऑयल्स हानिकारक हो सकते हैं।
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    उम्मीद है कि आप हार्ट डिजीज के लिए एसेंशियल ऑयल्स (Essential oils for Heart Disease) के बारे में जान गए होंगे। नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट (National Cancer Institute) के अनुसार एसेंशियल ऑयल्स पर किए गए सेफ्टी टेस्ट्स में यह बात पता चली है कि इन ऑयल्स का बताए अनुसार प्रयोग करने के बाद भी कुछ रिस्क और साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। कुछ हेल्थ प्रोफेशनल्स एसेंशियल ऑयल्स का प्रयोग हाय ब्लड प्रेशर के उपचार के लिए करते हैं। लेकिन इस उद्देश्य के लिए इन तेलों के प्रयोग के सपोर्ट में अभी पर्याप्त रिसर्च नहीं की गई है। हायपरटेंशन से पीड़ित लोगों के लिए एसेंशियल ऑयल दवा, आहार परिवर्तन और जीवनशैली में बदलाव का विकल्प नहीं हो सकते हैं। अगर कोई व्यक्ति फिर भी इसका प्रयोग हार्ट डिजीज या हायपरटेंशन  के उपचार के लिए करना चाहता है, तो पहले डॉक्टर की सलाह लेना अनिवार्य है।

    डिस्क्लेमर

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    Bhawana Awasthi द्वारा लिखित · अपडेटेड 15/12/2021

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