सब्जियां (Vegetables)
बच्चों को पर्याप्त मात्रा में मिनरल और विटामिन्स की भी जरूरत होती है। मौसमी सब्जियां न्यूट्रिएंट्स का अच्छा स्रोत होते हैं। हरी पत्तेदार सब्जियां न्यूट्रिएंट्स का अच्छा सोर्स हैं। बच्चों के रोजाना के आहार में पांच या इससे अधिक ग्रीन और अन्य रंग की सब्जियों को शामिल करने की सलाह दी जाती है। गाजर, ब्रोकली, चुकंदर, पालक , टमाटर और पालक आदि को अपने बच्चे को अवश्य दें। रोजाना इस मात्रा में अपने बच्चे को दें:
- दो से तीन साल के बच्चे को रोजाना एक कप सब्जियों का सेवन करना चाहिए।
- चार से आठ साल के बच्चे को रोजाना एक 1.5 कप सब्जियों का सेवन करना चाहिए।
- नौ से तेरह साल की लड़कियों को रोजाना एक 2 कप और लड़कों को 2.5 कप सब्जियों का सेवन करना चाहिए।
और पढ़ें : विटामिन बी सप्लिमेंट्स का सेवन करने से बच्चों को मिलते हैं ये फायदे
फल (Fruits)
मौसमी फल विटामिन और फायबर का अच्छा स्रोत होते हैं। लेकिन, फलों के जूस की जगह बच्चे को फल का सेवन करने को कहें क्योंकि फल अधिक हेल्दी होते हैं। अपने बच्चे के आहार में मौसमी फल जैसे सेब, संतरे, केला, सूखे मेवे आदि को अवश्य शामिल करें। जानिए बच्चे के आहार में फलों को कितनी मात्रा में शामिल करना चाहिए:
- दो से तीन साल के बच्चे को रोजाना एक कप से 1.5 कप फलों का सेवन करना चाहिए।
- चार से आठ साल के बच्चे को रोजाना एक कप से 1.5 कप फलों का सेवन करना चाहिए।
- नौ से तेरह साल की बच्चों को रोजाना एक 1.5 से 2 कप फलों का सेवन करना चाहिए।
दूध और दुग्ध उत्पाद (Milk/Dairy)
दूध और दुग्ध उत्पाद से कैल्शियम, विटामिन और प्रोटीन आदि उचित मात्रा में मिलते हैं। यह बच्चों की मजबूत हड्डियों और दांतों के लिए मददगार हैं। दूध, दही, मक्खन, लस्सी, पनीर आदि इसके अच्छे स्रोत हैं। अपने बच्चों को रोजाना इतनी मात्रा में दूध और दूध से बने उत्पादों को दें:
- दो से तीन साल की उम्र के बच्चों को रोजाना दो कप दूध या दुग्ध उत्पादों का सेवन करना चाहिए।
- चार से आठ साल की उम्र के बच्चों को रोजाना २.5 कप दूध या दुग्ध उत्पादों का सेवन करना चाहिए।
- नौ से तेरह साल की उम्र के बच्चों को रोजाना 3 कप दूध या दुग्ध उत्पादों का सेवन करना चाहिए।