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सिस्टोलिक हार्ट फेलियर का उपचार इस तरह से है संभव (Treatment of Systolic Heart Failure)
हार्ट फेलियर का कोई इलाज नहीं है लेकिन कुछ उपचार और जीवनशैली में बदलाव से लक्षण सुधर सकते हैं और हार्ट और अधिक मजबूत हो सकता है। सबसे पहले जानते हैं कि इस समस्या से बचने और संपूर्ण स्वास्थ्य को सही रखने के लिए आपको अपनी जीवनशैली में क्या बदलाव करने चाहिए?
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लाइफस्टाइल में बदलाव (Lifestyle changes)
सिस्टोलिक हार्ट फेलियर (Systolic Heart Failure) के उपचार के लिए आपको हार्ट-हेल्दी हैबिट्स को अपनाने के लिए कहा जाएगा, जो इस प्रकार हैं:
- कम सोडियम का सेवन करना (Eating Less Sodium) : डॉक्टर से जानें कि इसके लिए आपको किन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके साथ ही अपने आहार में पौष्टिक और संतुलित खाद्य पदार्थों को शामिल करना अनिवार्य है।
- अपने वजन को सही बनाए रखें (Maintaining Moderate Weight) : अपने वजन को सही रखने के लिए अपने खानपान और व्यायाम का ध्यान रखें। इसके लिए आप डॉक्टर की सलाह भी ले सकते हैं।
- नियमित रूप से फिजिकल एक्टिविटी करना (Regular Physical Activity) : रोजाना कोई न कोई फिजिकल एक्टिविटी अवश्य करें। दिन में कम से कम 30 मिनट व्यायाम के लिए निकालें।
- धूम्रपान न करना (Avoid Smoking) : अगर आप स्वस्थ रहना चाहते हैं, तो आपको धूम्रपान करने से बचना चाहिए।
- एल्कोहॉल से बचें (Limiting Alcohol Intake) : अगर आप चाहते हैं कि आपका दिल हेल्दी रहे, तो एल्कोहॉल का सेवन करने से बचें या इसे सीमित कर दें।
- स्ट्रेस से बचें (Limit Stress) : स्ट्रेस या तनाव भी आपके हार्ट को नुकसान पहुंचा सकता है। तनाव से बचने के लिए योग या मैडिटेशन करें, सकारात्मक रहें और अगर इस समस्या के कारण आपको अधिक परेशानी हो रही हो, तो डॉक्टर की सलाह लें।
- पर्याप्त और क्वालिटी नींद लें (Good Quality Sleep) : नींद भी हमारे स्वास्थ्य और दिल के लिए बहुत जरूरी है। रोजाना आठ घंटे की नींद लें। अगर आपको इससे संबंधित कोई समस्या है, तो उस कंडिशन का सबसे पहले इलाज कराएं। सिस्टोलिक हार्ट फेलियर (Systolic Heart Failure) के उपचार में दवाईयों की सलाह भी दी जाती है,जो इस प्रकार हैं:
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दवाईयां (Medications)
इस समस्या के उपचार के लिए डॉक्टर आपको एक या एक से अधिक दवाईयां लेने की सलाह दे सकते हैं। सिस्टोलिक हार्ट फेलियर (Systolic Heart Failure) के उपचार के लिए कुछ दवाईयां इस प्रकार हैं:
- डायूरेटिक्स (Diuretics) : डायूरेटिक्स को वाटर पिल्स भी कहा जाता है, जो सूजन को कम करने में मददगार होती हैं।
- एंजियोटेंसिन-कंवर्टिंग-एंजाइम इन्हिबिटर्स (Angiotensin-converting-Enzyme Inhibitors) : एंजियोटेंसिन-कंवर्टिंग-एंजाइम इन्हिबिटर्स का प्रयोग ब्लड वेसल्स को चौड़ा करने और ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए प्रयोग किया जाता है, ताकि हार्ट को काम करने में आसानी हो।
- बीटा ब्लॉकर्स (Beta-Blockers) : बीटा ब्लॉकर्स का प्रयोग हार्ट रेट को स्लो करने और ब्लड प्रेशर को लो करने में प्रयोग किया जाता है।
- मिनरलोकोर्टिकॉइड रिसेप्टर एंटागोनिस्ट (Mineralocorticoid Receptor Antagonist) : यह एक तरह का डायूरेटिक्स है, जो शरीर से अतिरिक्त नमक और फ्लूइड को बाहर निकालने और पर्याप्त पोटैशियम की मात्रा को बनाये रखने में मदद करती है।
- नाइट्रेट और हाइड्रालजाइन (Nitrate and Hydralazine) : नाइट्रेट और हाइड्रालजाइन साथ में काम करके ब्लड वेसल को रिलैक्स करने में मदद करते हैं।
- डिगॉक्सिन (Digoxin) : यह दवाई हार्ट रेट को कम करती है और हार्ट फेलियर के लक्षणों से आराम दिलाती है।
- SGLT2 इन्हिबिटर्स (SGLT2 inhibitors) : SGLT2 इन्हिबिटर्स किडनी के ग्लूकोज को वापस रक्त में अवशोषित करने से रोकने के लिए काम करते हैं, जिससे हार्ट फेलियर का खतरा कम हो जाता है। जानिए इस समस्या के लिए कौन सी सर्जरीज की जा सकती हैं?
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सर्जरी (Surgery)
कुछ मामलों में, कुछ अंडरलायिंग फैक्टर्स भी सिस्टोलिक हार्ट फेलियर (Systolic Heart Failure) का कारण बन सकते हैं। जिनके उपचार के लिए डॉक्टर को सर्जरी करनी पड़ती है। यह सर्जरीज इस प्रकार हैं:
कार्डियक रीसिंक्रनाइज़ेशन थेरेपी (Cardiac Resynchronization Therapy) : हार्ट समस्या की स्थिति में डॉक्टर कार्डियक रीसिंक्रनाइज़ेशन थेरेपी की सलाह दे सकते हैं। इस सर्जरी में पेसमेकर लगाना शामिल होता है। जिससे यह सुनिश्चित होता है कि दिल सही समय पर धड़क रहा है।
इम्प्लांटेबल कार्डियोवैस्कुलर डीफिब्रिलेटर (Implantable Cardiovascular Defibrillator) :अन्य सर्जिकल विकल्प है इम्प्लांटेबल कार्डियोवैस्कुलर डीफिब्रिलेटर। इस सर्जरी में एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को लगाया जाता है, ताकि हार्ट को मॉनिटर और रेगुलेट किया जा सके।
इसके अलावा डॉक्टर कुछ अन्य सर्जरीज़ की सलाह भी दे सकते हैं, जैसे:

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यह तो थी सिस्टोलिक हार्ट फेलियर (Systolic Heart Failure) के बारे में पूरी जानकारी। सिस्टोलिक हार्ट फेलियर एक गंभीर हार्ट समस्या है, जिसके कई गंभीर लक्षण हो सकते हैं, या कई मामलों में इसका कोई भी लक्षण नजर नहीं आता है। इस समस्या इसका कोई भी खास इलाज नहीं है, लेकिन सही समय पर हार्ट फेलियर के लक्षणों के निदान और उपचार से इस स्थिति को मैनेज किया जा सकता है। यही नहीं इससे हार्ट फंक्शन को सुधारा और नार्मल किया जा सकता है। रोगी सही उपचार, डॉक्टर की सलाह का पालन करके और जीवनशैली में परिवर्तन से इस समस्या में भी एक नार्मल और क्वालिटी लाइफ जी सकते हैं।