हमारे देश का योग से आज से नहीं बल्कि पांच हजार साल पुराना रिश्ता है। योग का अभ्यास न केवल मन की शांति प्रदान करता है बल्कि ये शरीरिक और अध्यात्मिक रूप से भी स्थिरता प्रदान करता है। योग का जन्म भारत में ही हुआ था और अब दुनिया के विभिन्न देशों में इसे अपनाया जाता है। इन्हीं में से एक योग है मंत्र योग (Mantra yoga)। मंत्र हिंदी नहीं बल्कि संस्कृत का शब्द है। मन से मतलब दिमाग से है और त्र से मतलब रिलीज करने से है। अगर आपको किसी काम में फोकस करने में समस्या होती है या फिर मन में बहुत से बातें रहती हैं, तो आपको मंत्र योग (Mantra yoga) जरूर करना चाहिए। मंत्र योग (Mantra yoga) का रोजाना अभ्यास करने से लोगों ने फर्क महसूस किया है। ये जागरूकता बढ़ाने के साथ ही एकाग्रता में सुधार करता है। आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से मंत्र योग या मंत्र मेडिटेशन के बारे में जानकारी देंगे। जानिए मंत्र योग (Mantra yoga) के बारे में विस्तार से।