हृदय और फेफड़ों में संबंध गहरा है। हृदय और फेफड़े को शरीर का पावरहाउस कहा जाता है। दोनों एक-दूसरे के समकालिक रूप से काम करते हैं यानि कि दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं। फेफड़े हवा से ऑक्सिजन का निमार्ण का काम करते हैं और हृदय (Heart) का मुख्य उद्देश्य रक्त का ऑक्सिकरण है। इसलिए जब हृदय प्रभावित होता है, तो फेफड़ों में भी दबाव बढ़ जाता है। इससे मरीज को सांस फूलने की या सांस लेने में तकलीफ (Breathing Problem) होती है। इसके अलावा, यह फेफड़ों (Lungs) से फ्लूइड के सचांर में अनियमितताएं भी पैदा कर सकता है। इसलिए, अपने दिल की देखभाल (Heart Care) करना बहुत आवश्यक है। यदि आपके फेफड़े भी स्वस्थ हैं, तो वो हार्ट के लिए अच्छा है। इसी तरह दिल को भी स्वास्थ्य बनाए रखना बहुत मश्किल है। केवल आपके पूरे शरीर के लिए ही नहीं,बल्कि फेफड़ों के लिए भी महत्वपूर्ण है।