गर्भवस्था (Pregnancy Considerations)
पल्मोनरी एम्बोलिज्म के कॉम्प्लीकेशन्स (Complications of Pulmonary Embolism) में गर्भावस्था भी शामिल है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इस दौरान हॉर्मोन्स में बदलाव के कारण ब्लड क्लॉट्स आसानी से हो सकते हैं। इसके अलावा, भ्रूण गर्भाशय में नसों पर दबाव ड़ाल सकता है और ब्लड फ्लो को हृदय तक वापस जाने में समस्या हो सकती है। नसों में ब्लड क्लॉट बनने की संभावना गर्भवती महिलाओं की तुलना में जो महिलाएं गर्भवती नहीं हैं, उन महिलाओं में दस गुना कम होती है। यदि आपके प्रसव के दौरान जटिलताएं हैं और नसें क्षतिग्रस्त हो गयी हैं, तो आपको पल्मोनरी एम्बोलिज्म का जोखिम अधिक होता है। सिजेरियन प्रसव में यह संभावना और भी अधिक होती है।
यह भी पढ़ें : Quiz : लंग कैंसर के उपचार से पहले जान लें उससे जुड़ी जरूरी बातें
पल्मोनरी एम्बोलिज्म का निदान (Diagnosis of Pulmonary Embolism)
पल्मोनरी एम्बोलिज्म का निदान बहुत मुश्किल है। खासतौर पर उन लोगों में जो अंडरलाइंग हार्ट और लंग डिजीज (Underling Heart and Lung Disease) से पीड़ित होते हैं। इसलिए इस समस्या के निदान के लिए डॉक्टर आपसे मेडिकल हिस्ट्री जानेंगे। इसके साथ ही आपकी शारीरिक जांच भी की जाएगी और आपको कुछ टेस्ट कराने के लिए भी कहा जा सकता है जैसे:
पल्मोनरी एम्बोलिज्म का उपचार इस प्रकार किया जाता है (Treatment of Pulmonary Embolism)
पल्मोनरी एम्बोलिज्म (Pulmonary Embolism) के उपचार का लक्षण होता है ब्लड क्लॉट के आकार को बढ़ने से रोकना और नए क्लॉट्स को बनने से रोकना। इसका तुरंत उपचार जरूरी है अन्यथा यह जानलेवा साबित हो सकती है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल और प्रिवेंशन (Canter for Disease and Prevention) के अनुसार पल्मोनरी एम्बोलिज्म (Pulmonary Embolism) में तुरंत मेडिकल अटेंशन की जरूरत होती है। लेकिन, गंभीर मामलों में पल्मोनरी एम्बोलिज्म जान के लिए जोखिम हो सकती है। थ्रोम्बोलाइटिक्स (Thrombolytics) नामक दवाएं क्लॉट को नष्ट कर सकती हैं और एंटीकौआगुलंट्स (Anticoagulants) थक्कों के निर्माण को रोक सकते हैं। भविष्य में यह क्लॉट्स न बनें इसके के लिए कुछ लोगों को यह दवा लंबे समय तक लेने की आवश्यकता हो सकती है।
दवाईयां (Medications)
पल्मोनरी एम्बोलिज्म के उपचार में कई तरह की दवाइयां शामिल हैं जिनमें ब्लड थिनर और क्लॉट डिजाल्वर्स शामिल हैं।
ब्लड थिनर (Blood Thinners) : यह दवाईयां क्लॉट्स को बड़ा होने और नए क्लॉट्स को बनने से रोकती हैं। हिपैरिन (Heparin) सबसे अधिक प्रयोग होने वाले एंटीकोआगुलंट्स (Anticoagulants) दवाई है।
क्लॉट डिजाल्वर्स (Clot Dissolvers) : कई क्लॉट्स बहुत जल्दी खुद डिजाल्व हो जाते हैं। कभी-कभी नसों के माध्यम से दिए गए थ्रोम्बोलायटिक्स (Thrombolytics) क्लॉट्स को जल्दी नष्ट कर सकते हैं। क्योंकि ये क्लॉट नष्ट करने वाली दवाएं अचानक और गंभीर रक्तस्राव का कारण बन सकती हैं, इसलिए इन्हें गंभीर स्थितियों में ही दिया जाता है।
सर्जिकल और अन्य प्रक्रियाएं (Surgical and Any Procedures)
ब्लड क्लॉट रिमूवल : अगर रोगी के लंग में बड़ा और जानलेवा क्लॉट हो तो डॉक्टर उसे निकालने के लिए सर्जरी कर सकते हैं।
नस फिल्टर (Vein Filter)
एक कैथेटर का उपयोग शरीर की मुख्य नस में एक फिल्टर लगाने के लिए भी किया जा सकता है। यह फिल्टर फेफड़ों में क्लॉट्स को जानें से रोकने में मदद कर सकता है। यह प्रक्रिया आम तौर पर ऐसे लोगों में की जाती है जो एंटीकौयगुलांटस ड्रग्स नहीं ले सकते हैं या उन्हें बार-बार एंटीकौयगुलांटस के उपयोग के बावजूद भी ब्लड क्लॉट होते हैं।
पल्मोनरी एम्बोलिज्म का बचाव है जरूरी (Prevention from Pulmonary Embolism)
टांगों में डीप वैन्स में क्लॉट्स से बच कर आप पल्मोनरी एम्बोलिज्म (Pulmonary Embolism) से बच सकते हैं। इसके लिए आपको कुछ आसान तरीकों को अपनाना चाहिए। यह तरीके इस प्रकार हैं
- रोजाना व्यायाम करना सम्पूर्ण स्वास्थ्य के लिए अच्छा है। लेकिन, अगर आप किन्हीं कारणों से बेड रेस्ट पर हैं। चाहे वो किसी सर्जरी के कारण हो या अन्य कोई स्थिति तो हर घंटे कुछ मिनटों के लिए अपनी बाजू, टांग, पैरों को अवश्य हिलाएं। ब्लड फ्लो को सही रखने के लिए कम्प्रेशन स्टॉकिंग (Compression Stockings) का भी प्रयोग करें।
- जितना अधिक हो सके तरल पदार्थों का सेवन करें। लेकिन, एल्कोहॉल और कैफीन के सेवन से बचें।
- अधिक टाइट कपड़े पहनने से बचें।
- अगर आपका वजन अधिक है, तो उसे कम करने की कोशिश करें।
- संतुलित और सही आहार का सेवन करें।
यह भी पढ़ें : वर्ल्ड लंग्स डे: इस तरह कर सकते हैं फेफड़ों की सफाई, बेहद आसान हैं तरीके
पल्मोनरी एम्बोलिज्म एक भयानक और जानलेवा स्थिति हो सकती है। लेकिन, सही समय पर इसका उपचार कराने से अधिकतर पल्मोनरी एम्बोलिज्म (Pulmonary Embolism) से पीड़ित व्यक्ति पूरी तरह से रिकवर हो जाता है और पल्मोनरी एम्बोलिज्म के कॉम्प्लीकेशन्स (Complications of Pulmonary Embolism) से भी बच सकता है। अगर आपको या आपके परिवार में किसी को ब्लड क्लॉटिंग की समस्या है तो इसके जोखिमों से बचने के लिए डॉक्टर की सलाह लें। ध्यान रहें कि इस समस्या को नजरअंदाज करना रोगी के लिए घातक हो सकता है।