2. लौंग (Clove)
कहते हैं सर्दी, खांसी या जुकाम जैसी तकलीफों को दूर करने के लिए लौंग बेहद लाभकारी है। वैसे अगर आपको कोई कहे ‘लौंग कोलोन कैंसर पेशेंट के लिए भी लाभकारी है, तो शायद आप सोच में पड़ जाएं।’ खैर सुनी-सुनाई बातों पर ध्यान नहीं देना चाहिए, लेकिन नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) में पब्लिश्ड रिपोर्ट की मानें, तो कोलोन कैंसर डायट में लौंग को शामिल किया जा सकता है। लौंग के सेवन से कब्ज की तकलीफ को दूर करने के साथ-साथ बॉडी को डिटॉक्सिफाई करने में भी मदद मिल सकती है।
कैसे करें लौंग का सेवन?
कोलोन कैंसर डायट में लौंग का सेवन करने के लिए हल्का भून लें और फिर इसका सेवन करें। इससे कोलन को साफ रखने में मदद मिलेगी और कोलोन कैंसर की तकलीफ भी दूर होगी।
3. एलोवेरा (Aloe vera)
ब्यूटी रेमिडीज के तौर पर एलोवेरा के खासियत से हमसभी वाहकीफ हैं। लेकिन एलोवेरा, कोलोन कैंसर की तकलीफ को दूर करने या यूं कहें कि कैंसर की इस बीमारी से बचाये रखने में भी मददगार है। एलोवेरा के सेवन से कोलन में जमा होने वाले विषाक्त पदार्थों को दूर करने में मदद मिलती है।
कैसे करें एलोवेरा का सेवन?
एलोवेरा जूस का सेवन नियमित करने से लाभ मिल सकता है।
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4. सेब (Apple)
‘एन एप्पल ए डे कीप्स डॉक्टर अवे’ इस कहावत से तो हमसभी परिचित हैं और सेब से कोलोन कैंसर की समस्या से भी निजात पाने में मदद मिल सकती है। दरअसल रिसर्च के अनुसार सेब में एंटी कैंसर गुण मौजूद होते हैं, जो कोलोन कैंसर के खतरे को कम करने में आपकी सहयता कर सकता है। सेब के सेवन से बॉडी डिटॉक्सिफाई भी होती है।
कैसे करने सेब का सेवन?
सुबह एक सेब रोजाना खाएं। अगर मॉर्निंग टाइम में आप किसी भी कारण से सेब का सेवन नहीं कर पा रहें हैं, तो दिन में एक सेब खाने की आदत डालें।