डायबिटीज यानी मधुमेह वाले मरीजों को लिवर कैंसर का खतरा हो सकता है। अगर उन्हें हेपेटाइटिस भी है तो ये खतरा और भी बढ़ सकता है। ऐसे लोगों को शराब के नियमित सेवन से बचना चाहिए। साथ ही डायबिटीज में लोगों को ये ध्यान देना चाहिए कि उनका वजन न बढ़े।
आनुवांशिक बीमारी
यदि घर में मां, पिता, भाई या बहन को कभी लिवर कैंसर हो चुका है तो परिवार के अन्य सदस्यों को भी कैंसर होने का खतरा बना रहता है।
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ज्यादा शराब पीना
हर दिन शराब के 6 पैग पीने से सिरोसिस का खतरा बढ़ जाता है। सिरोसिस को लिवर कैंसर में बदलने में देर नहीं लगती।
इम्युनिटी कमजोर होना
स्वस्थ मनुष्य की तुलना में कमजोर इम्युनिटी सिस्टम वालों को लिवर कैंसर होने का खतरा पांच गुना ज्यादा होता है।
मोटापा
मोटे होने के कारण कई तरह के कैंसर विकसित हो जाते हैं। इसमें लिवर कैंसर भी शामिल है। फैटी लिवर कैंसर बनाता है।
धूम्रपान
कभी सिगरेट न पीने वालों की तुलना में धूम्रपान करने वाले लोगों को लिवर कैंसर का खतरा ज्यादा होता है।
अगर आप हेपेटाइटिस बी या सी से संक्रमित हैं तो आपको समय—समय पर डॉक्टर से जांच करवाते रहना चाहिए। ज्यादा शराब पीने वाले भी अपने लिवर का ध्यान रखें। लिवर कैंसर के एडवांस स्टेज में पहुंचने के बाद डॉक्टर उसे डायगनोज करते हैं तो इलाज करना बहुत मुश्किल होता है। इसका सीधा तरीका यही है कि जांच करवाते रहें। क्योंकि लिवर कैंसर के शुरुआती लक्षण नजर नहीं आते हैं। लिवर कैंसर की जांच ब्लड टेस्ट, हेपेटाइटिस टेस्ट, सीटी स्कैन, बायोप्सी, लेपेरोस्कोपी के जरिए होती है।