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एलोवेरा के फायदे: सिर्फ टैनिंग ही नहीं स्किन प्रॉब्लम्स के लिए है रामबाण

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr. Pooja Bhardwaj


Priyanka Srivastava द्वारा लिखित · अपडेटेड 29/04/2021

    एलोवेरा के फायदे: सिर्फ टैनिंग ही नहीं स्किन प्रॉब्लम्स के लिए है रामबाण

    क्या आप भी त्वचा संबंधित समस्या से परेशान हैं, क्या आपको भी ड्राय स्किन या त्वचा में मुहांसे की समस्या है। अगर हां, तो फिर एलोवेरा जैल आपके लिए काफी फायदेमंद है।   लोवेरा को किसी परिचय की जरुरत नहीं है। एलोवेरा के फायदे दुनियाभर में मशहूर हैं। यही वजह है कि यह लगभग हर घर में पाया जाता है। चाहे सनबर्न हो या मुहांसों की समस्या या हो चेहरे के दाग-धब्बे। एलोवेरा त्वचा संबंधित लगभग सभी समस्याओं पर काम करता है। एलोवेरा में विटामिन-सी और विटामिन-ई होता है। सदियों से त्वचा के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले इस पौधे में त्वचा को निखारने के लिए कई तत्व शामिल हैं। यह त्वचा को मॉइस्चराइज भी करता है। इसमें मौजूद एंटी बैक्टीरियल गुण त्वचा को ठंडक पहुंचाते हैं और कील मुंहासों को जड़ से मिटा देते हैं। एलोवेरा पत्ते को काटकर उसे त्वचा पर रगड़ा जा सकता है या फिर इसके जेल को पानी में मिलाकर बोतल में भर के रख दें और समय-समय पर रूई की मदद से त्वचा पर लगाएं। इससे त्वचा खिली-खिली, फ्रेश और निखरी हुई नजर आएगी।

    एक्सपर्ट टिप्स: चेहरे की खूबसूरती के लिए एलोवेरा के फायदे

    इस बारे में दि कलर सैलून, दिल्ली की ब्यटी एक्सपर्ट रेनू महेश्वरी का कहना है कि एलोवेरा एक प्राकृतिक मॉइस्चराइजर है। इससे त्वचा को कई लाभ पहुंचते हैं। ये त्वचा की मृत कोशिकाओं को हटाकर उसे मुलायम बनाता है। इसके नियमित इस्तेमाल के त्वचा कोमल तथा चमकदार बनती है। एलोवेरा त्वचा में आद्र्रता की क्षमता को बनाए रखने में मदद करता है, जिससे त्वचा सामान्य रूप से कार्य करती है। यह अस्ट्रिंजेन्ट क्रिया करके त्वचा में टाइटनिंग का काम करती है। एलोवेरा कई प्रकार की त्वचा संबंधित समस्याओं के लिए फायदेमंद है। एलोवेरा को आप त्वचा के लिए कई तोर पर इस्तेमाल कर सकते हैं, जैसे मास्क के तौर पर, सनसक्रीन के तौर पर या ऑयल के साथ आदि। यह त्वचा के लिए और भी कई प्रकार से फायदेमंद है। इससे एंटी-एजिंग की समस्या कम होती है, स्किन टाइटनिंग के लिए, मुहांसे के लिए और सनबर्न आदि के लिए भी फायदेमंद है।  इसमें एंटी एजिंग गुण और एंटीआक्सीडेंट भी होता है। एलोवेरा जेल को आप रोज भी इस्तेमाल कर सकते हैं। सनबर्न होने पर एलोवेरी जेल लगाना बहुत फायदेमंद होता है। इसी के साथ ये भी ध्यान रखें कि आगर आपको किसी प्रकार की एलर्जी है तो इसका इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह पर ही करें। इससे आपकी त्चचा एलर्जी से बच सकती है।

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    एलोवेरा के फायदे 1: सनबर्न में राहत दिलाए

    अपने एंटी-इंफ्लमेटरी गुणों के कारण, एलोवेरा जेल सनबर्न वाली त्वचा के लिए बेहतरीन होता है। एलोवेरा में एंटी-ऑक्सिडेंट्स और मिनरल्स होते हैं जो सनबर्न को जल्दी ठीक करने में मदद करते हैं। इसलिए सनबर्न में एलोवेरा के फायदे बहुत हैं

    एलोवेरा के फायदे 2: नेचुरल मॉश्चराइजर 

    बाजार में मिलने वाले मॉश्चराइजिंग लोशन चेहरे को ग्रीसी कर देते हैं। एलोवेरा के फायदे से त्वचा को हाइड्रेट करके उसे मुलायम बनाया जा सकता है इसीलिए इसे कई कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स में मुख्य इंग्रेडिएंट रखा जाता है। एलोवेरा जेल को आफ्टरशेव के तौर पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

    एलोवेरा के फायदे 3: एंटी एजिंग का काम करता है

    अक्सर कम उम्र में भी कुछ लोगों की त्वचा पर झाइयां, झुर्रियां और उम्र बढ़ने के लक्षण नजर आने लगते हैं। एलोवेरा इन लक्षणों को त्वचा पर आने से रोकता है। अगर बढ़ती उम्र को रोकना है तो एलोवेरा के फायदे जरूर उठाएं।

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    एलोवेरा के फायदे 4: स्ट्रेच मार्क्स घटाने के लिए एलोवेरा के फायदे

    प्रेगनेंसी या अचानक वजन बढ़ने के कारण शरीर के कुछ हिस्सों पर स्ट्रेच मार्क्स हो जाते हैं। ये मार्क्स त्वचा पर भद्दे नजर आते हैं जिन्हें एलोवेरा के लगातार उपयोग से मिटाया जा सकता है। एक्सपर्ट्स इन मार्क्स पर एलोवेरायुक्त साबुन का इस्तेमाल करने की भी सलाह देते हैं।

    5.एलोवेरा के फायदे से मुंहासों का करे सफाया

    एलोवेरा में एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं जिसके कारण यह त्वचा से मुंहासे कम करता है। यहां तक कि एलोवेरा जेल पिंपल्स के दाग-धब्बों को दूर करके त्वचा को सुंदर बना सकता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटीसेप्टिक और एंटी-इंफ्लमेटरी गुण होने कारण यह त्वचा को स्किन इंफेक्शंस से भी बचाता है।

    एलोवेरा के फायदे 6: जख्मों का मरहम

    आमतौर पर एलोवेरा कटने, जलने और दूसरे जख्मों पर लगाया जाता है ताकि जख्म जल्दी भर सके। स्टडीज से भी यह साबित हुआ है कि जलने पर अगर एलोवेरा लगाया जाए तो जख्म कई गुना जल्दी भर जाता है और जलने के दाग से भी छुटकारा मिलता है। 

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    एलोवेरा के फायदे 7: कब्ज से दिला सकता है राहत 

    जो लोग समय-समय पर कब्ज का अनुभव करते हैं वे एक प्राकृतिक लैक्सेटिव के रूप में एलोवेरा जूस का उपयोग कर सकते हैं। पौधे के बाहरी हिस्से में एंथ्राक्विनोन नामक तत्व होते हैं जिनका लैक्सेटिव इफेक्ट होता है।यदि कोई पहली बार एलोवेरा जूस ले रहा है, तो उसे कम मात्रा से इसकी शुरुआत करना चाहिए। जो कि 1 कप या  8 औंस (औंस) होता है। जबकि रिसर्चर्स ने एलोवेरा के लैक्सेटिव प्रभाव के बारे में बताया है, यूनाइटेड स्टेट्स फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने यह नहीं कहा है कि यह इस उद्देश्य को पूरा करता है। इसलिए कब्ज को दूर करने के लिए इसका उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।

    एलोवेरा के फायदे 8: बॉडी को हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है 

    दिन भर में बहुत सारा लिक्विड पीने से व्यक्ति को हाइड्रेटेड रहने में मदद मिल सकती है, और एलोवेरा का जूस शुगरी ड्रिंक्स और फ्रूट जूस का कम कैलोरी वाल अल्टरनेटिव ऑप्शन हो सकता है। एक कप एलोवेरा जूस में सिर्फ 36 कैलोरी होती है। हालांकि, एडेड शुगर और दूसरे तत्वों के लेबलिंग की जांच करना आवश्यक है। जो जूस में कैलोरी, शुगर और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बढ़ा सकते हैं।

    एलोवेरा के फायदे 9: मसूड़ों की सूजन को कम करना

    एलोवेरा मसूड़ों की सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। एक अध्ययन में पाया गया कि एलोवेरा जूस से माउथवॉश करने वाले लोगों को मसूड़ों की सूजन को कम करने में मदद मिली, जो हाल ही में प्लाक हटाने के ट्रीटमेंट से गुजरे थे।

    एलोवेरा के फायदे 10: पेट के अल्सर को रोकना

    2014 के शोध के अनुसार, एलोवेरा जूस से पेट के अल्सर को कम करने और पाचन में सुधार जैसे अतिरिक्त लाभ हो सकते हैं। एलोवेरा जूस में कई एंटी-इंफ्लेमेटरी कंपाउंड, जैसे कि विटामिन सी पाया जाता है जो इस तरह के डाइजेस्टिव इफेक्ट में योगदान कर सकता है।

    शरीर के लिए किस तरह हैं एलोवेरा के फायदे?

    एलोवेरा में मौजूद विटामिन्स निम्नलिखित तरह से शरीर के लिए फायदेमंद है। जैसे-

    विटामिन-बी 1

    विटामिन-बी 1 मानव शरीर में ऊर्जा के संतुलन के लिए महत्वपूर्ण है। थोड़ी-सी भी विटामिन-बी 1 की कमी शारीरिक कमजोरी का कारण बन सकती है।

    विटामिन-बी 2

    विटामिन-बी 2 से शरीर में रेड ब्लड सेल्स का निर्माण होता है।

    विटामिन-बी 6

    विटामिन-बी 6 एक तरह का को-एंजाइम है और यह हीमोग्लोबिन के सिंथेसिस में सहायक है।

    विटामिन-बी 12

    विटामिन-बी 12 की कमी बोन मैरो से जुड़ी परेशानी शुरू कर सकता है। विटामिन-बी 12 की कमी मांसहारी लोगों में नहीं होती इसलिए वेजिटेरियन लोगों को एलोवेरा जूस का सेवन करना चाहिए।

    विटामिन-सी

    हड्डियों और दांतों की मजबूती के साथ-साथ या हॉर्मोन लेवल को भी बैलेंस बनाने विटामिन-सी मदद करता है। एलोवेरा के नियमित सेवन से शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में या उसे कम करने में मदद करता है। विटामिन-सी त्वचा के लिए कई प्रकार से फायदेमंद है, जैसे कि हेल्दी त्वचा के लिए, त्वचा में ग्लों के लिए, स्किन एलर्जी के में, रैशेज की समस्या होने पर, फाइन लाइन्स और रिंकल्स से लड़ने में मदद करता है,  स्किन को हाइड्रेट रखने में मददगार, स्किन टाइटनिंग करने के साथ त्वचा को सन डैमेज से भी बचाता है। विटामिन-सी त्वचा में  नई कोशिकाओं की निर्माण करने में मद्दगार है, ये डेड स्किन को भी निकालता है। विटामिन-सी मेलानिन की निर्माण प्रक्रिया को बाधित कर त्वचा के निशान जल्द ठीक करने में मददगार साबित होती है।

    विटामिन-ई

    कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम से जुड़ी परेशानी को दूर करने में विटामिन-ई सहायक होता है।

    एलोवेरा एक पौधा ही नहीं बल्कि एक औषधि भी है जिसका उपयोग हम काफी समय से ही करते आ रहें हैं। कभी एलोवेरा जूस तो कभी एलोवेरा जेल के रूप में इसका इस्तेमाल शरीर और स्किन दोनों के लिए ही लाभदायक रहा है। 

    डिस्क्लेमर

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