इलाज पर नजर
नहाने से डर के मरीजों को ठीक करने के लिए थेरिपी और दवा देकर इलाज किया जाता है। सबसे पहले डॉक्टर मरीज से बात कर बीमारी के होने के कारणों का पता करता है।
कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरिपी (Cognitive Behavioral Therapy ) : इसके तहत व्यक्ति को उसकी सोच से हटकर अपने आसपास के बारे में सोचने पर जोर डाला जाता है, वास्तविक्ता में जीने की सलाह दी जाती है। इसमें व्यक्ति अपने इमोशन रिएक्शन को कैसे कंट्रोल करे यह सिखाया जाता है, ताकि बीमारी से जितना जल्दी संभव हो उबर सके। नतीजे यह बताते हैं कि सामान्य तौर पर इस थेरिपी के द्वारा करीब 75 फीसदी पीड़ित लोगों को आराम मिला है।
दवाएं : इस खास प्रकार के फोबिया को ठीक करने के लिए कई बार दवा का सहारा लिया जाता है। ऐसा तभी किया जाता है जब अन्य इलाज की पद्दिति काम नहीं आती है या फिर ऐसे मरीज जिन्हें पहले से मनोरोग संबंधी दिक्कत है उन्हें दवा देकर स्पेशल ट्रीटमेंट किया जाता है। इलाज के लिए एंटी एंजाइटी ड्रग्स जैसे बेंजोडायजेपींस (benzodiazepines) और एंटीडिप्रिसेंट्स (Antidepressants) दवाएं लेकर इलाज किया जाता है।
एक्सपोजर थेरिपी : इस थेरिपी में मरीज का इलाज उसके डर से सामना करवाया जाता है। ऐसा धीरे-धीरे स्टेप वाइज डर से सामना कर किया जाता है। नहाने से डरने वाले व्यक्ति को पूरा कपड़ा पहनाकर शॉवर लेने की सलाह दी जाती है। ऐसा बार-बार कर उसमें नहाने की आदत विकसित की जाती है।
मैनेजमेंट : मेडिटेशन, एक्सरसाइज, कैफीन का सेवन ना कर पीड़ित नहाने के डर से उबरने की कोशिश करते हैं। डर को कम करने के लिए कुछ और तरीके भी अपनाए जाते हैं, लेकिन पहले ट्रीटमेंट किया जाता है।
कुछ अन्य अजीबोगरीब फोबिया (Some other weird phobias)