क्या है सोशल फोबिया (Social Fobia)?
दरअसल, सोशल फोबिया एक ऐसी मानसिक बीमारी है जिसमें पीड़ित व्यक्ति किसी के सामने बोलने से काफी घबराते हैं, चाहे वो कोई अंजान हो या जानने वाला! कभी-कभी स्थिति इतनी बुरी हो जाती है, कि ऐसे लोग रेस्टोरेंट या बाजार में खाना खाने या सार्वजानिक जगहों पर टॉयलेट करने से भी कतराते हैं। लोगों और समाज से दूर भागने की इस सामाजिक डर को सोशल एंग्जायटी डिसऑर्डर के नाम से भी जाना जाता है।
क्या हैं कारण?
आनुवंशिक
यह समस्या जेनेटिक भी हो सकती है। यदि किसी के माता-पिता को यह बीमारी हो तो बच्चों में भी सोशल फोबिया होने की संभावना होती हैं।
मस्तिष्क की बनावट
दिमाग का एक हिस्सा जिसे अमिग्डाला कहते है, जिसका काम डर पर की गई प्रतिक्रिया को नियंत्रित करना होता है। यदि दिमाग का यह भाग ज्यादा सेंसिटिव है, तो ऐसा व्यक्ति सोशल फोबिया से ग्रस्त हो सकता है।
नकारात्मक अनुभव
जीवन की कुछ नकारात्मक घटनाएं भी सोशल एंग्जायटी डिसऑर्डर का एक कारण हो सकती हैं। कई लोगो के साथ अतीत में कुछ ऐसी बुरी घटनाएं घट जाती है, जिसके कारण वे दूसरों का सामना करने से डरते हैं।
वातावरण
माता-पिता का जरूरत से ज्यादा बच्चों को कंट्रोल करना या ज्यादा सुरक्षा देना भी एक कारण हो सकता है।
स्वभाव
जो बच्चे शर्मीले और डरपोक होते हैं उनमें आगे जाकर सोशल फोबिया होने की संभावना अधिक होती है।