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साइनोफोबिया के लिए उपचार क्या हैं?
साइनोफोबिया का सामना कर रहे लोग जानते हैं कि बेवजह कुत्ते उन्हें नहीं काटेंगे, लेकिन फिर भी वे अपने आप पर काबू नहीं रख पाते। ऐसे में मनोविज्ञानिक कई तरह की टेक्निक्स का इस्तेमाल करके उनके डर को दूर करने की कोशिश करते है। जैसे-
कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरिपी
संज्ञानात्मक व्यवहार थेरिपी (सीबीटी) साइनोफोबिया के इलाज में बहुत प्रभावी है। इस उपचार के दौरान व्यक्ति को कुत्ता पालने की कल्पना करने को कहा जाता है जिसे कुत्तों का डर है। ये इस इलाज का प्रथम चरण होता है।
कुत्ते के फोबिया वाले व्यक्ति के लिए, एक चिकित्सक एक तस्वीर या एक कुत्ते के वीडियो दिखाकर उपचार शुरू कर सकता है और फिर धीरे-धीरे समय के साथ, एक कुत्ते का खिलौना फिर एक वास्तविक कुत्ते को उस इंसान के करीब लाने की कोशिश की जाती है।
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साइनोफोबिया का एक इलाज एक्सपोजर थेरिपी
एक्सपोजर थेरिपी के साथ सीबीटी साइनोफोबिया के साथ बहुत प्रभावी है। संज्ञानात्मक व्यवहार थेरिपी में, चिकित्सक कुत्तों से जुड़े नकारात्मक विचारों को तर्कसंगत विचारों के साथ बदलने की कोशिश करते हैं। एक चिकित्सक साइनोफोबिया के इलाज के लिए प्रणालीगत डिसेन्सिटाइजेशन का उपयोग कर सकता है। जहां हम अपने डर का सामना उस चीज से करते हैं जिससे हम कम से कम डरते हैं और फिर उस चीज से करते हैं जिससे हम सबसे ज्यादा डरते हैं।
संज्ञानात्मक रीफ्रैमिंग के साथ, एक व्यक्ति कुत्तों को देखने के तरीके को बदलना सीख सकता है। इस तकनीक में इंसान को कुत्तों को घृणित और खतरनाक न समझने के बारे में बताया जाता है। इस तकनीक के बाद एक व्यक्ति कुत्तों को देखने की अपनी प्रतिक्रिया बदल सकता है।
इसके आलावा कुत्तों के फोबिया को दूर करने के लिए आप अपने घर में छोटा पपी रख सकते हैं। इससे मन में दबा डर और नकरात्मक विचार अपने आप धीरे-धीरे दूर हो जाएंगे।
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