के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar
अगोराफोबिया एक तरह का एंग्जाइटी डिसऑर्डर (anxiety disorder) है और एंग्जाइटी डिसऑर्डर होने पर आप भयभीत महसूस करते हैं, घबराहट होती है, असहाय महसूस करते हैं और कभी-कभी शर्मिंदगी भी महसूस हो सकती है। आप ऐसी जगहों पर जाने से भी घबराते हैं जहां भीड़ हो, कतार में खड़े होना पड़े या फिर पब्लिक ट्रांसपोर्ट में ट्रेवल करना पड़े। अगोराफोबिया वाले लोग अक्सर किसी भी सार्वजनिक स्थान पर सुरक्षित महसूस नहीं करते, खासकर जहां भीड़ इकट्ठा होती है। आप महसूस कर सकते हैं कि सार्वजनिक स्थानों पर आपके साथ जाने के लिए आपको किसी रिश्तेदार या फिर दोस्तों की आवश्यकता होती है। कई बार तो डर इतना ज्यादा हो सकता है कि आप अपने घर से भी बाहर जाने में असमर्थ महसूस कर सकते हैं।
अगोराफोबिया कितना आम है?
अगोराफोबिया की परेशानी होना आम है। पुरुषों की तुलना में यह महिलाओं में ज्यादा होता है और यह आमतौर पर 18 से 35 वर्ष के बीच शुरू होता है।
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अगोराफोबिया के लक्षणों में शामिल हैं:
यह स्थितियां चिंता का कारण बनती हैं क्योंकि आप डरते हैं कि अगर आपको घबराहट महसूस होगी या शर्मिंदगी लक्षण महसूस होगी तो आप ऐसी स्थिति से अपने आपको कैसे बचा पाएंगे।
इनके अतिरिक्त:
ऐसा भी हो सकता है की ऊपर बताए गए लक्षणों के अलावा भी कुछ और लक्षण हो सकते हैं। अगर आप किसी और लक्षणों को महसूस करते हैं तो जल्द से जल्द से डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए।
अगोराफोबिया की वजह से आप लोगों से मिलने से भी डरते हैं यही नहीं आप काम, जीवन के कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम जैसे जरूरी गतिविधियों से भी पीछे रह जाते हैं। यदि आप कुछ अलग अनुभव करते हैं या ऊपर के लक्षणों के अलावा भी महसूस करते हैं तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें। क्योंकि हर किसी का शरीर अलग तरह से कार्य करता है।
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अगोराफोबिया किन कारणों से होता है?
कुछ लोगों में यह तब हो सकता है जब उनके पास एक या एक से अधिक बार डर वाली स्थिति अनुभव कर चुके हो और वे उन परिस्थितियों से डरने लगते हैं जो संभावित रूप से आने वाले जीवन को परेशानी में डालने के लिए काफी है।
किसी और तरह का डर या पेनिक डिसऑर्डर अगोराफोबिया जैसे परेशानी को शुरू करने में मदद कर सकते हैं।
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किन कारणों से बढ़ता है अगोराफोबिया ?
अगोराफोबिया के बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं जैसे:
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दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। इसलिए ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने चिकित्सक से संपर्क करें।
अगोराफोबिया का इलाज निम्नलिखित तरह से किया जाता है:
मनोचिकित्सा
मनोचिकित्सा के अनुसार चिंता के लक्षणों को कम करना आवश्यक है। कॉग्निटिव बिहैव्यरल थेरिपी (संज्ञानात्मक व्यवहार थेरिपी) चिंता विकारों के लिए मनोचिकित्सा के सबसे प्रभावी रूपों में से एक है, जिसमें अगोराफोबिया भी शामिल है। इस थेरिपी की मदद से अगोराफोबिया की परेशानी को ठीक किया जा सकता है।
साथ ही आप इसे बेहतर तरीके से समझ सकते हैं :
यदि आप घर से अकेले थेरेपिस्ट के पास भी जाने से डरते हैं तो आपकी इस परेशानी को अगोराफोबिया थेरेपिस्ट समझते हैं, इसलिए इससे परेशान न हों। अगोराफोबिया की वजह से आप घर में कैद महसूस करते हैं और थेरेपिस्ट के पास जाने से भी असमर्थ हैं तो शुरुआती इलाज में थेरेपिस्ट आपके घर या आपके बताये स्थान पर इलाज करने के लिए आ सकते हैं। कुछ ऐसे भी थेरेपिस्ट होते हैं जो फोन पर बात कर या ईमेल के माध्यम से भी आपकी मदद कर सकते हैं।
यदि अगोराफोबिया इतना गंभीर है कि आप अपनी देखभाल नहीं कर सकते हैं, तो आप स्पेसलाइज्ड अस्पताल में रह कर अपना इलाज करवा सकते हैं।
आप चाहें तो अपने किसी करीबी, रिश्तेदार या फिर अपने दोस्तों की जरूरत पड़ने पर मदद ले सकते हैं।
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अगोराफोबिया से बचने के लिए जीवनशैली में बदलाव और कुछ घरेलू नुस्खे
निम्नलिखित जीवनशैली और घरेलू उपचार आपको अगोराफोबिया से निपटने में मदद कर सकते हैं:
अगर आपके मन में इस बीमारी से जुड़ी किसी तरह के कोई सवाल हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
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