यदि आप बच्चों में हिमोरॉइड्स की समस्या देख रहे हैं, तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है। हालांकि शिशु में हिमोरॉइड्स एक रेयर कंडिशन है, लेकिन इसे ठीक किया जा सकता है। शिशु में हिमोरॉइड्स (Hemorrhoids in Babies) होने के कई कारण हो सकते हैं, जिसमें सबसे पहला कारण है –
कॉन्स्टिपेशन : शिशु में कॉन्स्टिपेशन की वजह से रेक्टल एरिया (Rectal area) के आसपास मौजूद वेन्स पर दबाव पड़ता है। इसकी वजह से हिमोरॉइड्स हो सकता है।
डायरिया: यदि शिशु बार-बार स्टूल पास कर रहा है, तो उसकी वजह से हिमोरॉइड्स टिशू पर दबाव पड़ता है, जिसकी वजह से पाइल्स (Piles) की तकलीफ हो सकती है।
बॉवेल मूवमेंट की खराब ट्रेनिंग : कई बार टॉडलर्स को गलत टॉयलेट ट्रेनिंग दी जाती है, जिसकी वजह से बच्चे हिमोरॉइड्स का शिकार हो सकते हैं।यदि टॉडलर्स को टॉयलेट में बैठकर मोशन के लिए जोर लगाने की ट्रेनिंग दी जाती है, तो ऐसी स्थिति में रेक्टल एरिया के आसपास सूजन की समस्या हो सकती है। ऐसे में शिशु में हिमोरॉइड्स (Hemorrhoids in Babies) की समस्या देखी जाती है।
ये जानकारी थी शिशु में हिमोरॉइड्स के कारणों के बारे में, लेकिन अब जानते हैं शिशु में हिमोरॉइड्स के लक्षणों के बारे में।