बिना सर्जरी के फिशर ट्रीटमेंट (Fissure treatment without surgery)
ज्यादातर मामलों में सर्जरी की जरूरत नहीं पड़ती है। फिशर ट्रीटमेंट बिना सर्जरी के भी ठीक हो सकता है। ज्यादातर मामलों में सर्जन बिना सर्जरी के ही इस समस्या को खत्म कर देते हैं। बिना सर्जरी के ट्रीटमेंट के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखने के साथ ही दिनचर्या में भी बदलाव की जरूरत होती है। आपको अपने खानपान पर ध्यान देने के साथ ही डॉक्टर की ओर से दी गई सलाह का भी पूरा ध्यान रखना पड़ता है। बिना सर्जरी के फिशर ट्रीटमेंट (Fissure treatment) लेने के दौरान कुछ बातों का ध्यान भी रखना चाहिए, कुछ बातें जैसे कि
- स्टूल पास करते समय अधिक तनाव या जोर न लगाएं।
- कॉफी, चाय या फिर कैफीन (Caffeine) युक्त पेय पदार्थों का सेवन न करें। ये आपकी समस्या को बढ़ाने का काम कर सकती है।
- मसालेदार भोजन (Spicy food) एनल फिशर की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए अधिक मुसीबत खड़ी कर सकता है। बेहतर होगा कि भोजन क्या लेना है, इस बारे में आप अपने डॉक्टर से जानकारी जरूर लें।
- लंबे समय तक एक ही स्थान में बैठकर काम न करें। ऐसा करने से एनल फिशर की समस्या अधिक बढ़ सकती है। काम के दौरान कुछ देर के लिए टहलें भी। साथ ही बैठते समय सही पोस्चर को भी अपनाएं।
- डॉक्टर बिना सर्जरी के एनल फिशर का ट्रीटमेंट करते समय आपको एक्टरनल यूज के लिए क्रीम लगाने की सलाह दे सकता है। ऐसा करने पर कट वाले स्थान में हीलिंग प्रोसेस तेजी से होती है और साथ ही घाव कम समय में भर जाता है। आपको रोजाना समय पर दवा को लगाना चाहिए।
- दर्द का कम एहसास होने लगे और साथ ही स्टूल के साथ ब्लड आना भी बंद हो जाए तो इसका मतलब ये है कि आपकी समस्या धीरे-धीरे खत्म हो रही है। आप डॉक्टर को इस बारे में जानकारी दे सकते हैं।
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मरहम (Local Ointments)
परीक्षण के बाद सर्जन आपको कुछ मरहम या जैली दे सकते हैं जो कि आपकी परेशानी को दूर करेगा। इसकी मदद से दर्द, सूजन और जलन से राहत मिलेगी। साथ ही स्टूल पास करने में भी आसानी होगी।
ओरल मेडिसिन (Oral Medicines for anal fissures)
आपका डॉक्टर आपको स्टूल सॉफ्टनर दे सकता है। ये मुंह से खाने वाली मेडिसिन होती है। इसकी हेल्प से आपको सॉक्ट स्टूल करने में मदद मिलेगी। एक बात का ध्यान रखें कि अगर आपको कुछ ट्रीटमेंट लेने के बाद स्टूल आसानी से पास नहीं हो रहा है और आपको लंबे समय तक बाथरूम में बैठने की जरूरत महसूस हो रही है तो डॉक्टर को इस बारे में बताएं। अधिक दबाव बनाने से एनल कैनाल में परेशानी खड़ी हो सकती है और साथ ही घाव भी गहरा हो सकता है।
सिट्ज बाथ (Sitz Bath)
जब ऐसी समस्या हो तो सिट्ज ( Sitz) बाथ जरूरी हो जाता है। सर्जन आपको इसकी सलाह दे सकता है। टॉयलेट सीट पर सीधे गर्म पानी से भरे बेसिन को रखें। ज्यादा गर्म पानी का यूज न करें। डॉक्टर जो दवा कहे, उसे पानी में डालने के बाद यूज करें। अब बेसिन में करीब 5 से 10 मिनट तक बैठे रहें। इस बाथ से आपको बहुत रिलेक्स मिलेगा और घाव में भी आराम मिलेगा।
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