- बच्चे को पहले और दूसरे दिन की तरह ही सुबह बच्चे को पॉटी और बाथरूम करने को कहें ।
- इसके अलावा, बच्चे को सुबह के नाश्ते के बाद सूसू जाने के लिए कहें।
- इसके अलावा बच्चे को फिर से समझाएं कि उसे जब भी सूसू या पॉटी आए तो वह आपको बताएं।
- बच्चे को बाहर ले जाएं और रास्ते में समझाएं कि बाहर भी अगर उसे सूसू या पॉटी आए तो वह जरूर बताएं।
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तीन दिन की पॉटी ट्रेनिंग के बाद क्या करें? (Post Potty training tips)
बच्चा है सीखते-सीखते ही सीखेगा। इसलिए धैर्य के साथ उसे पॉटी ट्रेनिंग (Potty training) देते रहें। उसे जो सिखाया है उसे बार-बार याद दिलाते रहें। हमेशा याद रखिए बच्चे डांट से ज्यादा प्यार से सीखते हैं। इसलिए अगर एक-दो बार अगर वह गलती भी कर दें तो उन्हें प्यार से समझाए। ऐसा करने से बच्चे के अंदर आत्मविश्वास बढ़ेगा। इसके साथ ही दिन के अलावा रात में भी बच्चे को तीन-चार घंटे में एक बार सूसू कराएं। ऐसा करने से बच्चे को रात में भी जाग कर सूसू करने की आदत पड़ जाएगी।
बच्चे की पॉटी ट्रेनिंग शुरू करने से पहले माता-पिता को एक बात समझनी होगी कि हर बच्चे के सीखने की अपनी क्षमता होती है। अगर बच्चा तीन दिन में नहीं सीख पा रहा है तो उसे रोज सीखाते रहें। अगर बच्चा बिल्कुल नहीं कर पा रहा है तो एक महीने का इंतजार करें और फिर से पॉटी ट्रेनिंग (Potty training) शूरू करें। आपके द्वारा बच्चे के अंदर जगाया गया आत्मविश्वास उसे सीखने में काफी हद तक मदद करेगा।