जरा कल्पना कीजिए बेबी की पहली स्माइल की, चेहरे पर मुस्कराहट आना तो तय है भाई। इसीलिए तो कहते हैं ‘हंसी हर मर्ज की दवा है’। घर में नवजात शिशु के आने से पहले ही ना जाने कितनी तैयारी बनने वाले पेरेंट्स शुरू कर देते हैं। अब देखिये ना हमने दिल्ली के रहने वाले न्यूली पेरेंट्स बने सुमित सरकार एवं दिव्या सरकार से जब बात की, तो उनका कहना है ‘प्रेग्नेंसी की गुड न्यूज के साथ ही हमने कई तरह की प्लानिंग शुरू कर दी। और जब मेरी बेटी नयन हुई, तो हम अपनी खुशियों को शब्दों में बयां नहीं कर सकते। हमारे लिए उसकी हर एक एक्टिविटी पॉजिटिव स्ट्रेंथ से कम नहीं है। लेकिन जब उसने पहली बार स्माइल (Baby’s first smile) किया, तो हमारी खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा। मेरी बेबी की पहली स्माइल (Baby’s first smile) मेरे और मेरे हस्बैंड के लिए एक नई ऊर्जा बन चुकी है। मेरी बेबी की पहली स्माइल और फिर उसका बार-बार मुस्कुराना हमदोनों के लिए स्ट्रेस बस्टर से कम नहीं। वैसे मैं शिशु की हसी की जितनी भी तारीफ करूं वो पूरी नहीं हो सकती।’ तो ये है मिस्टर एंड मिसेज सरकार की बेबी की स्माइल की। आज हम आपसे शिशु की हसी से जुड़ी एक नहीं बल्कि कई महत्वपूर्ण जानकरी साझा करने जा रहें ☺️
‘स्माइल’, बेबी की पहली स्माइल (Baby’s first smile) की जब हम बात करते हैं, तो मन में अलग-अलग तरह के कई सवाल आ जाते हैं, जो इस प्रकार हैं-
बेबी स्माइल कब करना शुरू करेगा या करेगी?
क्यों हंसते हैं शिशु?
हंसना शिशु के स्वास्थ्य के लिए क्यों अच्छा माना जाता है?
साइंस के अनुसार क्या कहती है ‘बेबी स्माइल’?
शिशु के मुस्कान को कैसे प्रोत्साहित करें?
इन सवालों के जवाब के अलावा कई महत्वपूर्ण जानकारी शेयर करेंगे। लेकिन सबसे पहले बेबी स्माइल से जुड़ी इम्पोर्टेन्ट फैक्ट्स पर –
राइसिंग चिल्ड्रेन नेटवर्क (Raising Children Network) में पब्लिश्ड रिपोर्ट में शिशु की हंसी से जुड़ी तीन महत्वपूर्ण फैक्ट्स शेयर किये गए हैं, जो इस प्रकार हैं:
आपकी एक सिंपल सी स्माइल भी शिशु को सेफ और सुरक्षित महसूस करवाती है।
बेबी को देखकर स्माइल करना आपके और शिशु के बीच एक अच्छे रिलेशनशिप या बेस्ट बॉन्डिंग दर्शाता है।
बेबी को देखकर स्माइल करने से शिशु में हॉर्मोन रिलीज होता है, जो शरीर के साथ-साथ मस्तिष्क के विकास में सहायक होता है।
ये तीन पॉइंट्स आपके और शिशु दोनों के लिए अच्छी जिंदगी की शुरुआत है। इसलिए तो कहते हैं ‘मुस्कुराते रहिये’। चलिए अब आप भी यूं ही मुस्कुराते रहिये और शिशुओं की हंसी में छिपी सीक्रिट को पढ़ते रहिये और बेबी की मन की बात को समझते रहिये।
बेबी स्माइल कब करना शुरू करेगा या करेगी? (When baby starts smiling?)
बेबी की पहली स्माइल जन्म के छठे सप्ताह से बारहवें सप्ताह के बीच देखने को मिल सकती है। लेकिन ज्यादातर नवजात शिशु जन्म के बाद ही अपनी मुस्कराहट से आपका मन जीत लेते हैं। हालांकि मेडिकल टर्म में इसे रेफ्लेक्सिव स्माइल (Reflexive smile) कहते हैं, जिसके कुछ खास कारण होते हैं। बेबी की पहली स्माइल (Baby’s first smile) या उसके बाद की स्माइल विशेष रूप से तब होती है, जब वह स्टूल पास करता है, पेट से गैस रिलीज होती है या बेबी जब कंफर्टेबल फील करता है।
नवजात शिशु अपनी पसंदीदा चीज या पेरेंट्स के चेहरे को देखकर हंस सकता है। शिशु जब हंसता है, तो इससे बच्चे को अपने आप में भी स्ट्रेंथ मिलती है और जब आप शिशु की स्माइल को देखकर हंसते हैं, उसे भी आपकी हंसी अच्छी लगती है और उसका बार-बार हंसने का मन करता है।
हंसना शिशु के स्वास्थ्य के लिए क्यों अच्छा माना जाता है? (Benefits of Baby’s smile)
मुस्कान वॉर्म, प्यार और संवेदनशील रिश्तों का पहला कदम माना जाता है। नवजात शिशुओं और बच्चों के लिए हंसी मजबूत रिश्तों को दर्शाता है। ऐसे ही धीरे-धीरे शिशु पेरेंट्स, परिवार के सदस्य और अन्य लोगों के बीच एक पॉजिटिव बॉन्डिंग बनाने में सफल हो पाता है। इसके अलावा शिशु की हंसी बार-बार आप देखते हैं, तो यह दर्शाता है कि वह अपने आसपास के मौहोल से खुश है।
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साइंस के अनुसार क्या कहती है ‘बेबी स्माइल’?
साइंस के अनुसार स्माइल बेबी और पैरेंट्स दोनों के लिए ही लाभकारी है, क्योंकि हंसने से एंडॉर्फिन हॉर्मोन (Endorphin Hormone) रिलीज होता है, जिसे फील गुड हॉर्मोन (Feel good hormone) भी कहा जाता है। ये हॉर्मोन्स बच्चे और पैरेंट्स दोनों को स्ट्रेस फ्री रहने में मदद करते हैं। अगर बेबी में किसी भी कारण स्ट्रेस होने लगे, तो यह उनके ग्रोथ पर नेगेटिव प्रभाव डाल सकता है। इसलिए शिशु की हंसी को देखकर पैरेंट्स को भी जरूर स्माइल करना चाहिए। अगर शिशु नहीं हंस रहा है, तो उसे हंसाने की कोशिश जरूर करें।
शिशु के मुस्कान को कैसे प्रोत्साहित करें? (How to encourage Baby’s smile?)
शिशुओं के चेहरे पर स्माइल लाने के लिए ‘पीकाबू (peek-a-boo) गेम’ है बेस्ट
शिशु को हंसने के लिए प्रोत्साहित करने के कुछ आसान तरीके निम्नलिखित हैं:
शिशु को खूब सारा प्यार दें- जब आप बच्चे को किस करेंगे, अपने करीब लाएंगे या प्यार से उनके साथ बात करेंगे, तो शिशु अपने आप ही आपसे स्नेह जताते हुए अपनी बेबी स्माइल जरूर देगा।
शिशु के साथ खेलें- आप अपने शिशु के साथ पीकाबू (Peek-a-boo) खेल सकते हैं। पिकाबू ब्रेन डेवलोपमेन्ट गेम्स (Brain development game) में से एक है।
हैप्पी फेस बनायें- अगर आप शिशु के चेहरे को देखकर अपना हैप्पी फेस बनाएंगे, तो यह भी बच्चों को पसंद आता है और बेबी स्माइल करना शुरू कर देता है।
इन आसान तरीकों से आप अपने लाडले या लाडली को स्माइल (Smile) करने के लिए इनकरेज कर सकते हैं।
बेबी की स्माइल से जुड़ी इन महत्वपूर्ण जानकारियों के साथ-साथ यह जानना भी जरूरी है कि अगर बेबी स्माइल नहीं कर रहा है, तो क्या किया जा सकता है।
बेबी स्माइल ना करे, तो पैरेंट्स क्या करें? (What to do, when baby doesn’t smile?)
अगर आपका शिशु स्माइल नहीं कर रहा है, तो घबराएं नहीं, क्योंकि हर बच्चों का विकास अलग-अलग तरह से होता है। अब देखिये ना कुछ बच्चे जल्दी ही चलना सीख जाते हैं, तो कुछ बच्चे देर से। लेकिन अगर आपका शिशु जन्म के बाद से तकरीबन डेढ़ सप्ताह तक अपनी स्माइल नहीं दी है, तो इसके अलग-अलग कारण हो सकते हैं। हालांकि ऐसे में पैरेंट्स को उन्हें ऊपर बताई गई स्माइलिंग ट्रिक्स को जरूर अपनाना चाहिए और अगर फिर भी बेबी ना हंसे, तो इसके निम्नलिखित कारण हो सकते हैं। इन कारणों में शामिल हैं:
सुनाई ना देना (Hearing issues)- हियरिंग प्रॉब्लम की वजह से भी बेबी की पहली स्माइल को आप ना देख पाएं हों या बेबी के बड़े होने पर भी आप बेबी स्माइल से वंचित हों।
ऑटिज्म (Autism)-ऑटिस्टिक बच्चे भी देर से स्माइल करते हैं।
स्वभाव (Temperament)- कुछ बच्चे शर्मीले होते हैं, कुछ बच्चे लोगों से ज्यादा घुलना-मिलना पसंद नहीं करते हैं, तो ऐसे बच्चे कम हंसते हैं या ज्यादा नहीं हंसते हैं।
अगर आपने अपनी बेबी की पहली स्माइल (Baby’s first smile) या बेबी स्माइल (Baby smile) अभी तक नहीं देखी है, तो डॉक्टर से कंसल्ट जरूर करें।
इन परिस्थितियों में पैरेंट्स को डॉक्टर से कंसल्ट करने में देरी नहीं करनी चाहिए। अगर आप बेबी की पहली स्माइल (Baby’s first smile) से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहती हैं या आपका शिशु अभी तक क्यों नहीं हंसा है, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
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