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आखिर उसे क्या पसंद आएगा?
आपको अपने बचपन की हॉबी तो याद होंगी। आपके मन में इस दौरान ये ख्याल जरूर आ सकता है कि आखिर बच्चे को क्या पसंद होगा। आप चाहे तो अपनी पसंदीदा बुक की स्टोरी या फिर कविता को इस दौरान याद कर सकते हैं। कविता या स्टोरी को आप बेबी बंप में हाथ फिराते हुए पढ़ें। जब बच्चा थोड़ा बढ़ा हो जाएगा और फिर आप उसके सामने वहीं कविता और स्टोरी दोहराएंगे तो हो सकता है उसे पसंद आ जाए। अध्ययन के दौरान ये बात सामने आई है कि बच्चा पेट में रहने के दौरान जो ध्वनियां सुनता है, पैदा होने के बाद वहीं ध्वनि सुनाई जाती है तो उसका रिस्पॉन्स पॉजिटिव (Positive response) आता है। ये भी बच्चे से बॉन्डिंग बनाने का अच्छा तरीका है।
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गर्भ में बच्चे से बॉन्डिंग: अपनी पसंद का ला सकते हैं सामान
अगर एक पिता डॉक्टर है तो उसका मन हो सकता है कि आने वाला बच्चा भी डॉक्टर बने। वैसे तो ये जरूरी नहीं होता है, लेकिन पिता की बच्चे को लेकर कुछ ख्वाहिश हो सकती है। ऐसे में बच्चे के लिए मेडिकल किट से लेकर अन्य सामान को सजावट के तौर पर खरीदा जा सकता है। भले बच्चा पैदा होने के बाद कुछ समय तक इन चीजों को नहीं समझेगा, लेकिन कई समय तक एक जैसा सामान देखकर बच्चे को उस चीज के लिए उत्साह बढ़ जाएगा। ये बच्चे के पैदा होने के बाद की तैयारी है, लेकिन आप इसे प्रेग्नेंसी के दौरान (During pregnancy) भी अपना सकते हैं। बच्चे के लिए पहले से उसका रूम सजाना भी एक तरह से बच्चे के साथ अच्छी बॉन्डिंग तैयार करना होता है।
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गर्भ में बच्चे से बॉन्डिंग: बच्चे से बॉन्डिंग के लिए अपनाए ये ट्रिक
जब बच्चा मां के पेट में होता है तो पिता कुछ तरीकों का इस्तेमाल करके बच्चे से बॉन्डिंग (Bonding with Baby) बना सकते हैं। बच्चे के पैदा होने के बाद उसका ज्यादातर समय मां के साथ ही गुजरता है। ऐसे में बच्चे से बॉन्डिंग (Bonding with Baby) बनाने के लिए पिता कुछ खास तरीके अपना सकते हैं।
सोफे पर लेटने के बाद बच्चे को अपने पास लिटाएं। अब उसकी हार्टबीट (Heartbeat) को सुनें। ऐसा करने से आपको सुखद अनुभव होगा। बच्चों को माता-पिता की गोद में बहुत सुकून मिलता है। बच्चा थोड़ी देर खेलने के बाद अपने आप ही आपके ऊपर सो जाएगा। एक पिता के लिए बच्चे से बॉन्डिंग (Bonding with Baby) बनाने का ये सबसे अच्छा तरीका है। आप चाहे तो इस काम को रोजाना कर सकते हैं। ऐसा करने से बच्चे को आपका साथ भाने लगेगा और अच्छी बॉन्डिंग भी हो जाएगी। आप के इस प्रयास से जहां एक ओर आपकी बॉन्डिंग बच्चे से बनेगी, वहीं दूसरी ओर मां को भी थोड़ी देर से के लिए रिलैक्स मिल जाएगा।
माता-पिता बच्चे के आने की खबर सुनकर उत्साहित हो जाते हैं। वे प्रेग्नेंसी के दौरान ही आने वाले बच्चे को लेकर बहुत कुछ सोच लेते हैं। आपको एक बात का ध्यान रखना चाहिए कि बच्चे के आने के बाद जरूरत से ज्यादा बातों को लेकर अपेक्षा न रखें। जरूरी नहीं है कि जो आपको पसंद हो, वो बच्चा भी पसंद करें। बॉन्डिंग रिश्तों को मजबूत करने का काम करती है। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी प्रकार की चिकित्सा, उपचार या निदान प्रदान नहीं करता।