3D और 4D अल्ट्रासाउंड क्यों किए जाते हैं?
चिकित्सक भ्रूण की जांच करने के लिए, एम्नियॉटिक द्रव का आकलन करने और अन्य कारणों को जानने के लिए अल्ट्रासाउंड करते हैं। जन्म दोषों का पता लगाने के लिए 2D और डॉप्लर अल्ट्रासाउंड का उपयोग किया जाता है। 3D और 4D अल्ट्रासाउंड केवल संदिग्ध भ्रूण विसंगतियों की जांच करने के लिए किए जाते हैं। इसमें होंठ में समस्या ( CLEFT LIP), रीढ़ की हड्डी में समस्या या जन्मजात विसंगतियां (CONGENITAL ANOMALIES) की निगरानी करने के लिए ये अल्ट्रासाउंड किया जाता है।
गर्भावस्था में अल्ट्रासाउंड से संबंधित बातें
गर्भावस्था में अल्ट्रासाउंड कराना जरूरी होता है, लेकिन 3D और 4D अल्ट्रासाउंड जरूरी नहीं होता है। इसे स्टैंडर्ड प्रीनेटल टेस्ट के अंतर्गत नहीं रखा जाता है। कई बार डॉक्टर प्रेग्नेंट महिला के कहने पर भी 3D और 4D अल्ट्रासाउंड लिख सकते हैं। हो सकता है कि इंश्योरेंस में 3D और 4D अल्ट्रासाउंड को कवर नहीं किया गया हो। 3D और 4D अल्ट्रासाउंड को ऑप्शन भी यूज किया जा सकता है। कुछ पेरेंट्स को बच्चे की स्माइल के साथ उसकी छवि देखने की इच्छा होती है। इसलिए वे डॉक्टर से 3D और 4D अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए कहते हैं। इस तरह के अल्ट्रासाउंड से होने वाले बच्चे पर कोई साइड इफेक्ट नहीं पड़ता है।
फिर से करा सकते हैं अल्ट्रासाउंड
पैदा होने से पहले शिशु के चेहरे की मुस्कुराहट हर मां-पिता देखना चाहते हैं। अल्ट्रासाउंड के माध्यम से ये संभव है। प्राइवेट हॉस्पिटल में 28वें सप्ताह से लेकर 32वें सप्ताह के दौरान का 3डी और 4डी अल्ट्रासाउंड आसानी से कराया जा सकता है। आप डॉक्टर को होने वाले बच्चे के अंग देखने की इच्छा जाहिर कर सकते हैं। डॉक्टर आपको इसकी इजाजत दे देगा। अगर एक बार अल्ट्रासाउंड कराने के बावजूद भी आपको क्लियर इमेज नहीं दिख रही हैं तो आप दोबारा भी अल्ट्रासाउंड करा सकती है। इसके लिए अतिरिक्त रुपए भी नहीं लिए जाएंगे। आपको इस बारे में पहले ही बात कर लेनी चाहिए कि आपको बच्चे की क्लियर इमेज चाहिए। वहीं 4डी अल्ट्रासाउंड में बच्चे के मूवमेंट को भी देखा जा सकता है। अगर आप बच्चे के जन्म के पहले की यादें संजोना चाहते हैं तो 3डी और 4डी अल्ट्रासाउंड बेहतरीन ऑप्शन साबित हो सकते हैं।
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क्या गर्भावस्था में अल्ट्रासाउंड से समस्या हो सकती है?
ज्यादातर डॉक्टर पहली तिमाही में गर्भावस्था में अल्ट्रासाउंड की सलाह देते हैं। इस दौरान खूब पानी पीने की सलाह दी जाती है। गर्भावस्था के बाद के चरण में होने वाले स्कैन के लिए अधिक पानी पीने की सलाह नहीं दी जाती है। बात अगर किसी प्रकार की समस्या की जाए तो अल्ट्रासाउंड से किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होती है। डॉक्टर जरूरत के मुताबिक आपको अल्ट्रासाउंड की सलाह देगा। अगर बिना डॉक्टर की सलाह के ही आप 3D या 4D अल्ट्रासाउंड करवाना चाहते हैं तो ये न करें। अच्छा ये रहेगा कि आप बच्चे के आने का इंतजार करें और फिर चाहे जितनी फोटो लें।
गर्भावस्था में अल्ट्रासाउंड कराना बहुत जरूरी होता है। आप अपने डॉक्टर से संपर्क करने के बाद ही अल्ट्रासाउंड कराएं। ये जरूरी नहीं है कि आपका डॉक्टर 3D या 4D अल्ट्रासाउंड के बारे में कहे। जरूरत के मुताबिक डॉक्टर आपको सजेस्ट कर सकता है। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी तरह की मेडिकल एडवाइस, इलाज और जांच की सलाह नहीं देता है।