होंठो के रंग का नेचुरल या नेचुरल गुलाबी (Natural Pink) होना
नेचुरल या नेचुरल पिंक होंठ आपकी फिटनेस का संकेत है। नेचुरल पिंक अच्छे स्वास्थ्य की निशानी है।
होंठो को स्वस्थ कैसे बनाएं जिससे आप भी फिट रहें
निम्नलिखित घरेलू उपाए से अपने होंठो को बनाएं स्वस्थ:
- एक दिन में 2 से 3 लीटर पानी पिएं। ऐसा रोजाना करें और जहां कहीं भी जायें अपने साथ पानी की बोतल जरूर रखें।
- नारियल पानी पिएं। दरअसल मिनरल्स और न्यूट्रिएंट्स से भरपूर नारियल पानी प्राकृतिक रूप से शुद्ध और मीठा होता है। इसके नियमित सेवन से शरीर में लिपिड मेटाबॉलिज्म का लेवल कंट्रोल में रहता है, जिससे हार्ट अटैक होने की आशंका कम होती है। इसके साथ ही डिहाइड्रेशन की समस्या भी नहीं होती है।
- आहार में सलाद और विटामिन-सी युक्त फलों जैसे कीवी, संतरा या स्ट्रॉबेरी का सेवन करें।
- लिपस्टिक लगाने के पहले पेट्रोलियम जेली लगाएं। अगर पेट्रोलियम जेली नहीं है तो आप नारियल तेल का इस्तेमाल कर सकती हैं।
- पेट्रोलियम जेली का इस्तेमाल रोजाना करना चाहिए।
- घी, दूध की मलाई, आलमंड ऑयल और नारियल तेल का इस्तेमाल नियमित करने से होंठ अच्छे होते हैं।
- रात को सोने से पहले होंठो पर लगा लिपस्टिक मेकअप रिमूवर से अच्छी तरह निकालें और फिर ताजे पाने से फेस के साथ-साथ होंठो को भी साफ करें। सोने से पहले आप पेट्रोलियम जेली, नरियल तेल या लिप बाम का इस्तेमाल कर सकती हैं।
- अगर आप स्मोकिंग करती हैं तो ऐसा न करें। क्योंकि स्मोकिंग की वजह कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी का खतरा तो रहता है साथ ही स्मोकिंग की वजह से होंठ के रंग भी बदल जाती हैं।
- अगर आपको कब्ज की समस्या रहती है, तो इसका ठीक से इलाज करवायें। कब्ज की वजह से भी होंठ ड्राई होते हैं।
- कई बार होंठ के आसपास झुर्रियां (रिंकल) हो जाती हैं, जो आपकी सुंदरता को कम कर सकता है। दरअसल होंठ के आसपास झुड्डियां बढ़ते प्रदूषण, बढ़ती उम्र या फिर स्मोकिंग के कारण आती है। इसलिए होंठ की देखभाल हमेशा करें और विटामिन-सी युक्त फलों का सेवन करें।
- अगर आप लिपस्टिक का इस्तेमाल करती हैं, तो इसकी क्वॉलिटी पर ध्यान दें। कई बार लिपस्टिक की क्वॉलिटी अच्छी नहीं होने पर इसका नकारात्मक प्रभाव होंठ पर पड़ते हैं और होंठो के रंग में बदलाव के साथ-साथ होंठ बेजान भी हो जाते हैं।
होंठों का रंग बदलने का ट्रीटमेंट
होंठों का रंग बदलने के लिए या फिर बदले हुए होंठों का रंग को ठीक करने के लिए मौजूदा समय में मेडिकल ट्रीटमेंट उपलब्ध है। इस ट्रीटमेंट को आजमाकर समस्या से निजात पा सकते हैं। यदि होंठों का रंग दवा का सेवन करने की वजह से बदले तो ऐसे में आपको डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए। स्किन डिकलरेशन के लिए इन ट्रीटमेंट का किया जाता है इस्तेमाल, जैसे
- लेजर थेरेपी
- इंटेंस पल्स लाइट
- क्रायोथेरेपी
- फोटोडायनेमिक थेरेपी
- सर्जरी
- टॉपिकल मेडिकेटेड एजेंट
इन उपाय को आजमाकर कर सकते हैं बचाव
कारणों का पता करके होठों के बदले रंग को ठीक किया जा सकता है। इसके लिए आप चाहें तो होम स्किन सॉल्यूशन का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आप चाहें तो इन तरीकों को आजमा सकते हैं, जैसे
- स्मोकिंग को छोड़कर : कई लोगों के लिए स्मोकिंग छोड़ना मुश्किन हो सकता है, लेकिन इसे छोड़कर आप होठों के रंग बदलने की समस्या से निजात पा सकते हैं। इसके लिए चाहें तो डॉक्टर की सलाह भी ले सकते हैं।
- सू्य की रौशनी में कम से कम संपर्क में आएं : होठों का रंग सूर्य की रौशनी में ज्यादा समय बिताने की वजह से भी हो सकता है, ऐसे में लोगों की कोशिश होनी चाहिए कि वो सूर्य की रौशनी के संपर्क में कम से कम आए। इसके लिए आपको होठों व चेहरे को सूर्य की रौशनी से बचाकर रखना चाहिए।
एक्सपर्ट की लें सलाह
यदि आपके होठों का रंग बदले तो बेहतर यही होगा कि आप डॉक्टर के साथ डेंटिस्ट की सलाह लें। यदि होठों का रंग बदलने की वजह से आपको सांस लेने में परेशानी हो रही है तो ऐसे में इमरजेंसी को संपर्क करना चाहिए और तत्काल डॉक्टरी परामर्श लेना चाहिए, क्योंकि यह कंडीशन जानलेवा भी हो सकता है।
चेहरे और शरीर के साथ-साथ होंठो को भी मॉश्चराइज करने की जरूरत पड़ती है। इसलिए ग्लिसरीन, विटामिन-ई और आलमंड ऑयल से आप अपने लिप्स को मॉश्चराइज कर सकती हैं और होंठो की नमी को बनाये रख सकती हैं। कभी-कभी किसी दवाओं के सेवन से भी होंठो के रंग में बदलाव आता है लेकिन, ये सिर्फ कुछ दिनों के लिए होता है। अगर आप परफेक्ट बर्थ पार्टनर बनने से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी तरह की मेडिकल एडवाइस, इलाज और जांच की सलाह नहीं देता है।